रायपुर/29 जुलाई 2023। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा ने राज्य में महिला सुरक्षा को लेकर जो ड्रामा कर रहे हैं इस पर प्रदेश कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि भाजपा के नेत्रियों को तो दिल्ली में जाकर देश के गृह मंत्री अमित शाह के बंगले का घेराव करना चाहिए। केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार निकम्मी सरकार है। बेटी बचाओ का नारा लगाने वाले आज बेटियों के इज्जत को सरेआम नीलाम कर रहे हैं और मूकदर्शक बैठकर तमाशा देखते हैं। भाजपा नेत्रियां भी अवसरवादी राजनीति कर रही है, मणिपुर की घटना से तो भारत माता का सर भी शर्म से झुक गई है लेकिन स्मृति ईरानी, निर्मला सीता रमन, सरोज पांडे, शालिनी राजपूत जैसे भाजपा नेत्रियां दोहरे चरित्र की राजनीति करती है जो जनता भलीभांति समझती है। मणिपुर की घटना में अंधी बहरी गूंगी हो जाती है, जहां पर नग्न अवस्था में सैकड़ों के बीच एक आदिवासी बेटी को घुमाया जाता है, सामूहिक बलात्कार किया जाता है और इस मामले को छिपाने का भाजपा के नेता भरपूर प्रयास करते हैं।
15 साल के शासन में पूर्ववर्ती रमन सिंह के सरकार में भी महिलाओं पर जो अत्याचार और बलात्कार की जो घटनाएं होती थी छुपाया एवं दबाया जाता था। भाजपा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के रेपिस्ट बेटा को बचाने के लिए पूरा भाजपा नेता जुट गए। पूर्ववर्ती सरकार के मंत्री के जो भतीजे हैं उन पर कई बार महिलाओं के साथ अत्याचार, बलात्कार के आरोप लगे लेकिन कार्यवाही कुछ नहीं होता था।
रमन राज में झलियामारी कांड में तो आदिवासी नाबालिग सैकड़ों बच्चियों के साथ बलात्कार होता है, कांग्रेस पार्टी के आवाज उठाने के बाद ही झलियामारी कांड पर भाजपा के नेता गहरी नींद से जागे थे। पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री के ओएसडी ओपी गुप्ता के द्वारा एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करता है और इनके सरकार में एफआईआर दर्ज भी नहीं, ऐसी ना जाने कितनी घटनाएं रमन सिंह की सरकार में हुई जिसमें पीड़िता पुलिस थाना में जा करके जब एफआईआर दर्ज कराना चाहती थी तो पुलिस उन्हें डरा कर धमका कर वापिस भेज देते थे। उन्नाव, कठुआ अंकिता लोखंडे कांड में बीजेपी नेताओं का हाथ था, पीड़िता के घरवालों को डराया जाता है, धमकाया जाता है और कार्यवाही के नाम पर सिर्फ आश्वासन। पिछले 9 साल से देश में बेटियां, महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती है।