तत्कालीन रमन सरकार के रिश्वतखोर मंत्रियों की संपत्ति कुर्क कर इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले की भरपाई किया जाये
रायपुर/24 जून 2023। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि तत्कालीन रमन सरकार के रिश्वतखोर मंत्रियों की संपत्ति कुर्क कर इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की भरपाई किया जाये।बैंक घोटाले में डूबे खाताधारकों के पैसे को लौटाया जाये।बैंक के मैनेजर के नारकोटेस्ट से स्पष्ट हो गया है की तत्कालीन भाजपा सरकार के मुखिया डॉ रमन सिंह बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, रामविचार नेताम सहित तत्कालीन मंत्रियों को करोड़ों रुपए की रिश्वत दी गई थी ताकि इस घोटाले की जांच को प्रभावित किया जा सके और घोटाले बाजों को बचाया जा सके।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि 15 साल के रमन भाजपा शासनकाल के दौरान प्रदेश की जनता को लूटने के लिए तत्कालीन सरकार एवं भाजपा नेताओं के संरक्षण में लूटेरे फल फूल रहे थे। बैंक घोटाला हो या चिटफंड घोटाला लुटेरों की लूट में भाजपा नेताओं की भी भूमिका रही हैं चिटफंड कार्यालय का शुभारंभ से लेकर प्रचार प्रसार तक भाजपा नेताओं और रमन सरकार के मंत्रियों के मौजूदगी में होता था रमन सरकार चिटफंड कंपनियों में नौकरी देने की लालसा देकर प्रदेश के भोले-भाले युवाओं को फंसाते थे रोजगार मेला लगाकर चिटफंड कंपनियों को मदद करते थे ठीक उसी तरह बी इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक के घोटाला बाजो को बचाने के लिए रमन सरकार उनके मंत्रियों ने करोड़ों रुपए की रिश्वत ली और बैंक खाताधारकों के साथ धोखा किया और जांच को प्रभावित किया था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मैनेजर उमेश सिन्हा के नार्को टेस्ट में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित मंत्रियों के द्वारा पैसा लिये जाने की जानकारी पुलिस को शुरू से थी यह और इसीलिये नार्को टेस्ट की सीडी अदालत में प्रस्तुत नही की गयी जबकि नार्को टेस्ट अदालत के ही आदेश से करवाया गया था। अदालत ने प्रकरण क्रमांक 614/07 की पेशी दिनांक 4/6/2007 को माननीय मुख्य न्या.मजि.रायपुर के आदेश दिनांक 25/01/2007 के अनुसार ही उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट बैंगलोर में कराया गया। नार्को टेस्ट की रिपोर्ट पर छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा सरकार के मुखिया और इतने प्रभावशाली मंत्रियों के विषय में स्वतंत्र और निष्पक्ष विवेचना संभव ही नहीं है। नार्को टेस्ट की रिपोर्ट में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, रामविचार नेताम, अमर अग्रवाल के पैसे लेने की जानकारी मिली। ऐसी स्थिति में राज्य पुलिस द्वारा राज्य सरकार के तत्कालीन मुखिया डॉ. रमन सिंह और उनके प्रभावशाली मंत्रियों बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, रामविचार नेताम, अमर अग्रवाल के खिलाफ जांच की ही नहीं गयी है।