रायपुर 29-05-23 को मुंगेली (छ.ग.) में *गुरुघासीदास सेवादार संघ (GSS)* प्रमुख *लखन सुबोध* को संवैधानिक नागरिक मानवाधिकार कार्यकर्ताओ की, एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य वक्तव्य के लिए आमंत्रित किया गया।
श्री सुबोध ने कहा कि केन्द्र की RSS/ भाजपा सरकार अपने चिरकालीन राजनैतिक उद्देश्य – कि *राजा-सामंती व्यवस्था की तरह देश की संपदा को क्रोनी केप्टलिज्म (पसंदिदा तानाशाही पूंजीवाद) के हाथो में सौंपकर, आमजन को सामंत युगीन धर्म भीरू -प्रजा* बनाना चाहता है और इसी के लिए- लोगों को बरगलाने जातिवादी धार्मिक राष्ट्र खड़ा करना चाहता है।
इसके लिए मनुवादी फासिस्ट देश मे आजाद नागरिक समाज न बन सके । नागरिजन *आजादी से कहने-लिखने-बोलने, अपने धार्मिक आस्था विश्वास* का पालन न कर सके,इसलिए तानाशाही कृत केंद्रीय *मनुवादी विधान का कथित हिन्दू राष्ट्र* बनाने चौतरफा जन दमन किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में भी कहने को सेक्युलरिज्म को मानने वाली कांग्रेसी सरकार है, लेकिन इनके संगठन के पांतों में, कभी इधर- कभी उधर का ढुलमुल रवैया से *प्रशासन द्वारा मानवाधिकार के हननकर्ताओ पर* कोई कार्यवाही नहीं कर उल्टा आम लोगो को प्रताड़ित परेशान करता है।
पूरे छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में संवैधानिक अधिकारों पर हमला हो रहा है।
बेमेतरा जिला में अभी हाल के दिनों में अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले, सामाजिक बहिष्कार, धार्मिक स्वातंत्रता से अपनी आस्था प्रकट करने पर रोक लगाया जा रहा है। वहीं भाजपा/RSS वाले खुलेआम लोगों को प्रताड़ित करने *लव जेहाद, धर्मांतरण जैसे झूठ के सहारे* चुनावी धार्मिक ध्रुवीकरण करने प्रयास तेज किया है।
इन प्रताड़िताओं में संदिग्ध हत्या प्रकरण पर भी सही जांच न करने ( *ई 2018 में बेमेतरा निवासी धार्मिक आजादी ग्राहिता हेमंत वर्मा (लोधी) की मुंगेली में हुई हत्या* के अपराधी अभी तक नहीं पकड़ा गया है) से अपराधियों का हौसला बढ़ा हुआ है।
अंत में, इस बैठक में तय हुआ कि, आगामी *7-6-23* को *GSS* के नेतृत्व में विभिन्न जनवादी राजनैतिक – सामाजिक संगठनों के साझा मोर्चा द्वारा *बेमेतरा में आक्रोश प्रदर्शन* किया जाएगा। इसमें सभी धर्मों – वर्गों के संविधान समर्थक जन भारी मात्रा में प्रदर्शन में शरीक होनें कार्यक्रम की रूपरेखा बनाया गया।
बैठक में GSS कोर ग्रुप मुंगेली के साथी एवं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने महती संख्या में भाग लिया।
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