न नन्दकुमार साय का बाल कटेगा न अमरजीत भगत की मूंछ, 2023 में पुनः बनेगी कांग्रेस की सरकार
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा आवश्यकता अनुसार भोले भाले नंदकुमार साय का उपयोग अपनी राजनीतिक लोलुपता को पूरा करने के लिए करती है। 15 साल सत्ता रहने के दौरान नंदकुमार साय के साथ भाजपा ने दोयम दर्जे का व्यवहार किया था। आज जब सत्ता चली गई तब भाजपा एक बार और नंद कुमार साय को आगे कर आदिवासियों के वोट को बटोरना चाहती है। भाजपा को चाहिए कि 15 साल तक जो मुख्यमंत्री थे एवं उनके सहयोगी रहे जो सत्ता की मलाई चाटे, कमिशनखोरी किये, भ्रष्टाचार किये उन्हें दाव पर लगाये। पूरा प्रदेश में देखा है किस प्रकार से विश्व आदिवासी दिवस के दिन भाजपा ने आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष को बदलकर आदिवासी समाज का अपमान किया था। आदिवासी नेता ननकीराम कंवर की अध्यक्षता में गठित 32 प्रतिशत आरक्षण के लिये कमेटी की सिफारिश को रमन सरकार ने खारिज किया था। आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन पर कब्जा करने के लिए रमन सरकार ने भू संशोधन विधेयक लाया था जिसे कांग्रेस ने विरोध किया था। भाजपा हमेशा आदिवासियों के विरोध में ही काम करती है। आदिवासी नेताओं को अपमानित करने का काम करती है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद आदिवासियों को उनके कानूनी अधिकार मिले हैं। पेसा के नियम बनाकर उन्हें मजबूत अधिकार दिया गया है। पूर्व रमन सरकार की बर्बरता अत्याचार के चलते जेल में बंद निर्दोष आदिवासियों को रिहा किया गया, लोहँगीगुड़ा में 1700 आदिवासी परिवार से छीनी गई, 4200 एकड़ जमीन लौटाई गई है, तेंदूपत्ता का मानक दर 2500 रु. से बढ़ाकर 4000 रु. प्रति बोरा दिया जा रहा है, 65 वनपोज की समर्थन मूल्य में खरीदी हो रही है, बस्तर विकास प्राधिकरण, मध्य विकास प्राधिकरण, सरगुजा विकास प्राधिकरण में आदिवासी समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व का अधिकार दिया गया है। किसानों की कर्ज माफी धान की कीमत 2640 एवं 2660 रुपए 44 लाख परिवार को बिजली बिल हाफ की सुविधा, 5 लाख से अधिक वन अधिकार पट्टा, आदिवासी वर्ग के शिक्षा रोजगार स्वास्थ्य के लिए बेहतर काम हुए हैं प्रदेश का हर वर्ग भूपेश सरकार से खुश है और 2023 में भी कांग्रेस की सरकार बनेगी।