राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य परीक्षा में तीन विद्यार्थी चयनित एवं समर कैम्प का शुभारंभ

बालोद।
बालोद जिले के गुण्डरदेही वि. सं. के अंतर्गत शास. पूर्व माध्यः शाला सिरसिदा संकुल – परसदा (उ) में कक्षा ठवीं में अध्ययनरत कु. चिंकी देवांगन पिता जीतेश्वर देवांगन 115 अंक, दुर्गेश कुमार साहू पिता – जागेश्वर साहू 109 अंक एवं करन यादव पिता – शत्रुहन यादव ने 101 अंक प्राप्त कर राष्ट्रीय साधन सह प्रावीण्य परीक्षा में चयन हुआ है बालोद जिले में चयन सूची में अपना स्थान बनाया है। बालोद जिले द्वारा चयनित बच्चों की सूची में कु. चिंकी देवांगन ने 109 अंकों के साथ चतुर्थ स्थान प्राप्त किया है। वि.सं. शिः अधिकारी यादव , वि० खं सहायत अधिकारी श्रध्दा ठाकुर , खेमराज साहू , वि.खं. स्त्रोत समन्वयक के. के. साह , संकुल समन्वयक शैलेन्द्र पाण्डेय प्रधान पाठक लीना देवागन एवं श् धनेश्वरी एवं समस्त शिक्षकगणों ने चयनित विद्यार्थियों को उनकी सफलता पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।साथ ही सत्र 2024-25 में चयनित बच्चों की संख्या को मिलाकर शा० पूर्व मा० शा० सिरसिदा, से 2012-13 से 2024-25 तक कुल 28 बच्चों का चयन इस छात्रवृत्ति के लिए हो चुका है।
इस वर्ष 2024-25 की कक्षा आठवीं की केन्द्रीकृत परीक्षा में कु. चिंकी देवांगन ने 97% अंक प्राप्त कर शाला को गौरान्वित किया है। साथ ही पीएम शासः प्राथ. शाला सिरसिदा में समर कैम्प का शुभारम्भ किया गया जिसमें अतिथि के रूप में ग्राम सरपंच मती सरस्वती चंद्राकर एवं उपसरपंच दामिनी चंद्राकर खेल शिक्षिका उमेश्वरी ध्रुव, प्राकृतिक चिकित्सा के लिये आदित्य टंडन, कम्प्यूटर शिक्षा के लिये महेन्द्र कुमार साहू, शाला के प्रधान पाठिका, समस्त शिक्षक एवं बच्चे उपस्थित रहें। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की सूजन वंदना’ से हुई उसके पश्चात् बच्चों को समर कैम्प की जानकारी दी गयी और उन्हे बताया गया कि वे प्रतिदिन किन-किन विधाओं को सिखेंगेसर्वप्रथम कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी कम्प्यूटर क्या है ? एवं उनके प्रकार एवं नाम को दिखाकर जानकारी महेन्द्र साहू के द्वारा बताया गया, उसके पश्चात् योग शिक्षिका उमेश्वरी ध्रुव के द्वारा योग के सूक्ष्म व्यायाम एवं सूर्य नमस्कार कराया गया। उसके पश्चात्आदित्य टंडन द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में बच्चों की जानकारी दी गयी एवं NCC क्लेंपिंग के बारे में भी बताया गया अंत में बच्चों को स्वल्पाहार देकर कार्यक्रम का समाप्त किया गया और प्रतिदिन बच्चों को शाला आकर समर कैम्प का लाभ लेने कहा गया ।