जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द, सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी का बयान

नई दिल्ली।
जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द दहशतगर्दी को एक संगीन मसअला और इंसानियत के खिलाफ भीषण जुर्म समझती है, और मुल्क और इसके अवाम की सलामती और अम्न के लिए इसके मुकम्मल खात्मे को ज़रूरी करार देती है।
मुल्क की मुसल्लह अफ़्वाज और सिक्योरिटी इदारों ने दहशतगर्दी के खिलाफ जो कारवाई की है, पूरा देश, बिला तफ़रीक़ मज़हब व मिल्लत उसमें उनके साथ खड़ा है और उनकी ताईद कर रहा है।
हम इस मौके पर इस बात पर भी ज़ोर देना चाहते हैं कि इस नाज़ुक वक़्त में मुल्क के तमाम अवाम को मुत्तहिद होकर इस चैलेंज का मुकाबला करना चाहिए। मुल्क की सलामती के संगीन मामले को किसी भी क़िस्म की तफ़रीक़ या फ़िर्क़ावाराना तनाव पैदा करने के लिए इस्तेमाल करना किसी सूरत में मुल्क के मफ़ाद में नहीं है।
हम तमाम सियासी, समाजी और मज़हबी जमाअतों और गिरोहों से अपील करते हैं कि वे मुल्क की सालमियत, बाअहमी उखुव्वत और फ़िर्क़ावाराना हम-आहंगी को हर हाल में बरक़रार रखें और इत्तिहाद व इत्तिफ़ाक़ का मुज़ाहिरा करें।