हिस्टोसाइटोलॉजी पर राज्य स्तरीय व्याख्यानमाला : पैथोलॉजी विभाग का आयोजन

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रायपुर ।

पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, रायपुर के पैथोलॉजी विभाग द्वारा हिस्टोपैथोलॉजी विषय पर एक दिवसीय सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों के 148 पैथोलाजिस्ट एवं स्नातकोत्तर चिकित्सा छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने किया, जिन्होंने सीएमई (CME) के महत्व पर प्रकाश डाला और चिकित्सकों के सतत ज्ञानवर्धन को आवश्यक बताया। इस अवसर पर सीएमई के आयोजन अध्यक्ष, डॉ. अरविंद नेरल, आईएपीएम (IAPM) अध्यक्ष, डॉ. रेणुका गाहिने और आईएपीएम (IAPM) सचिव डॉ. जयंती चंद्राकर, भी उपस्थित थे, जिन्होंने अपने विचार रखे और आयोजन की सराहना की। डॉ. अरविन्द नेरल ने भविष्य में भी ऐसे कार्यकमों के आयोजन की योजना के बारे में बताया, जिससे चिकित्सा जगत को निरंतर लाभ मिलता रहे।

सीएमई के दौरान प्रमुख वक्ताओं ने हिस्टोपैथोलॉजी और साइटोपैथोलॉजी के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की और शोध के नवीनतम पहलुओं की जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि संकाय प्रो. रजनी यादव (AIIMS दिल्ली) और डॉ. सुप्रिता नायक (GMC नागपुर) ने अपने बहुमूल्य ज्ञान और अनुभव साझा किए, जिससे प्रतिभागियों को संबंधित विषयों की महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्राप्त हुई। मुख्य रूप से आमाशय, लार ग्रंथियां, लीवर और पित्ताशय की बीमारियों के निदान में हिस्टो-साइटोलॉजी जांच पर वैज्ञानिक प्रस्तुतियां दी गई। साथ ही कुछ विरले, रूचिकर और मुश्किल केसेस से भी अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त, डॉ. राबिया परवीन सिद्दीकी (प्रोफेसर, पैथोलॉजी), डॉ. वर्षा पांडे (एसोसिएट प्रोफेसर, पैथोलॉजी), और डॉ. वनीता भास्कर (असिस्टेंट प्रोफेसर, पैथोलॉजी) पं. जे.एन.एम. मेडिकल कॉलेज, रायपुर ने भी अपने-अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। इस सीएमई का मुख्य केन्द्र था कि कैसे कोशिकाओं की संरचना का गहन अध्ययन करके मरीजों के निदान व उपचार में मदद की जा सकती है।

इस कार्यक्रम के तकनीकी सत्रों का संचालन डॉ. रीति शर्मा और डॉ. कस्तूरी मंगरुलकर ने किया तथा उद्घाटन सत्र का संचालन डॉ. विकास बोंबेश्वर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. चन्द्रकला जोशी ने किया। विभिन्न वैज्ञानिक सत्रों की अध्यक्षता वरिष्ठ पैथोलाजिस्ट डॉ. अमित चौहान, डॉ. एफ एम पटेल, डॉ. राहुल सातरकर, डॉ. विमला बंजारे, डॉ. मनीषा कांगे और डॉ राजेश अग्रवाल द्वारा की गयी।कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ. अमित भारद्वाज, डॉ. रुचि वर्मा, डॉ. अनुभव चंद्राकर, डॉ. सरोज कुमारी, डॉ. सुदीत पाल, डॉ. अविरल मिश्रा, डॉ. पुष्कर चौधरी, डॉ. मेघा वर्मा, डॉ. के लीना, डॉ. रवीना यादव, डॉ. संध्या वर्मा, डॉ. सोनल चंद्राकर, एवं समस्त पीजी स्टूडेंट्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कुछ विरले एवं रोचक केसेजः-
इस सीएमई (CME) में कुछ असामान्य एवं रोचक केसेज के बारे में भी चर्चा की गयी उदा. 1. जैन्थेलेज्मा (Xanthelesma) 2. जैन्थोमा ट्यूबरोसम (Xanthoma Tuberosum) 3. हड्डियों की आसामान्य बीमारी हाईडेटिड सिस्ट (Hydatid Cyst) 4. लिम्फनोड की कैसलमैन डिसीज (Castleman’s Disease) 5. आसामान्य प्रकार का स्तन कैंसर 6. ओवरी में दो अलग प्रकार के ट्यूमर का संयोजन।


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