दिनदहाड़े लूट गार्ड को गोली मारकर बदमाशों के लूट लिए ₹78 लाख 41 हजार रूपये

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खोखरा।

खोखरा में मंगलवार शाम 6 बजे एक बड़ी लूट की घटना सामने आई। बदमाशों ने योजना बनाकर बोलेरो में सवार तीन कर्मचारियों को निशाना बनाया। घटना में गार्ड को गोली मारकर बदमाशों ने 78 लाख 41 हजार 220 लूट लिए। इसके बाद, पेटी से सारे पैसे निकालकर बदमाश नहर के रास्ते फरार हो गए। पुलिस ने तुरंत इलाके की नाकाबंदी की, लेकिन देर रात तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला। घायल गनमैन को प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

वारदात को रेकी के बाद दिया अंजाम

बोलेरो वाहन से तीनों कर्मचारी रोजाना शराब की 18 दुकानों से करीब एक करोड़ रुपए का कलेक्शन करते थे। घटना के दिन भी वे नियमित रूटीन के तहत शराब दुकान से पैसे कलेक्ट कर रहे थे। बदमाशों ने पूरी रेकी करने के बाद घटना को अंजाम दिया। खोखरा स्थित शराब दुकान गांव के बाहरी इलाके में है, जहां सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे।

सुरक्षा में बड़ी लापरवाही

रोजाना करोड़ों का कलेक्शन होने के बावजूद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे। कर्मचारियों के पास केवल एक गार्ड मौजूद था, वह भी हथियारों से लैस नहीं था। वाहन में न तो CCTV कैमरे थे और न ही कोई अन्य सुरक्षा उपकरण।

लूट के चश्मदीद गवाहों के बयान:

1. धीरज सिंह (कैशियर):
उन्होंने बताया, “जब मैं पैसे लेने अंदर गया, तभी दो नकाबपोश बदमाश दुकान के अंदर घुसे। एक ने गन निकालकर मुझे धमकाया। मैंने पैसे बचाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मुझे निशाना बनाकर हमला कर दिया।”
2. भवानी सिंह (दूसरे कैशियर):
“बदमाश बाइक से आए थे। उनके चेहरे पर काला मास्क था और वे काली पैंट और शर्ट पहने हुए थे। उन्होंने पूरी घटना के दौरान बेहद सटीक तरीके से काम किया।”
3. अमन सिंह (ड्राइवर):
“लूट के बाद बदमाश तुरंत बाइक से नहर के रास्ते फरार हो गए। मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे हथियार से लैस थे।”

हालिया घटनाओं से जुड़ी श्रृंखला :

8 दिन पहले: नहा थाना क्षेत्र में लुटेरों ने 10 बजे रात को शराब की दुकान से ₹61 हजार लूटे।

15 दिन में दूसरी घटना: शराब से जुड़े कर्मियों को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है।

पुलिस की कार्रवाई :

घटना के बाद जिले की सीमाओं पर नाकेबंदी कर दी गई। जांच टीम ने इलाके की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि बदमाशों ने रेकी के बाद पूरी घटना को अंजाम दिया है। मामले की जांच जारी है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है।

पुलिस प्रशासन पर सवाल:
रोजाना करोड़ों का कलेक्शन होने के बावजूद सुरक्षा में भारी लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने शराब दुकानें को सॉफ्ट टारगेट मानते हुए सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की है।

निष्कर्ष:
यह घटना सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक विफलता पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। अपराधियों की बढ़ती हिम्मत और बार-बार हो रही घटनाएं जनता और व्यवसायियों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।


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