सुबह-सुबह हिली ‘चिली’ की धरती, आया 6.2 की तीव्रता का भयंकर भूकंप

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नई दिल्ली।

चिली के कैलामा के पास एंटोफगास्टा क्षेत्र में 3 जनवरी को 6.2 तीव्रता का भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (EMSC) ने इस भूकंप की जानकारी दी है। रॉयटर्य की रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप का केंद्र कैलामा से 84 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में और पृथ्वी की सतह से 104 किलोमीटर गहराई में था। अब तक किसी प्रकार के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।

चिली में महसूस किए गए भूकंप के झटके से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल किया जा रहा है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे 6.1 तीव्रता के झटके ने घर-मकान को हिला कर रख दिया। हालांकि, ABP वायरल वीडियो की पुष्टी नहीं करता है।

कंप के झटके तब महसूस किए जाते हैं, जब धरती के अंदर मौजूद टेक्टोनिक प्लेटों का टकराना होता है। धरती के नीचे सात प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट्स किसी स्थान पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है, जिससे सतह के कोने मुड़ने लगते हैं। इससे दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। जब प्लेट्स टूटती हैं, तो भीतर की ऊर्जा बाहर निकलने का प्रयास करती है, जिससे धरती हिलने लगती है और इसे हम भूकंप के रूप में महसूस करते हैं।

भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए रिक्टर स्केल का इस्तेमाल किया जाता है, जो इस प्रकार है :-

1). 2.0 से कम तीव्रता: इसे माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और ये भूकंप महसूस नहीं किए जाते। दुनियाभर में रोजाना लगभग 8,000 माइक्रो भूकंप दर्ज किए जाते हैं।
2). 2.0 से 2.9 तीव्रता: इसे माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। इस श्रेणी के लगभग 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं, लेकिन इन्हें सामान्य रूप से महसूस नहीं किया जाता।
3). 3.0 से 3.9 तीव्रता: इसे वेरी लाइट कैटेगरी में रखा जाता है। इस श्रेणी के लगभग 49,000 भूकंप सालाना दर्ज किए जाते हैं। ये भूकंप महसूस किए जाते हैं, लेकिन शायद ही कोई नुकसान पहुंचाते हैं।
4). 4.0 से 4.9 तीव्रता: इसे लाइट कैटेगरी में रखा जाता है। इस प्रकार के लगभग 6,200 भूकंप सालाना आते हैं, जिनसे घर के सामान हिलते हुए नजर आ सकते हैं। हालांकि, इनसे भी न के बराबर नुकसान होता है।


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