नए साल से पहले लमना में दंतैल का बरपा कहर, दो ग्रामीणों को किया बेघर

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कोरबा।

जिले के कटघोरा वनमंडल में करोड़ों रुपए खर्च किए जाने के बावजूद हाथी समस्या खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां के जटगा, पसान, केंदई व एतमानगर रेंज में बड़ी संख्या में हाथी विचरण कर रहे हैं जो न केवल फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि गांवों में घुसकर ग्रामीणों के घर को तोड़ उन्हें बेघर कर दे रहे हैं। इतना ही नहीं वहां रखे धान, मक्का व अन्य अनाज को चट भी कर दे रहे हैं। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण बेहद परेशान हैं तथा आर्थिक नुकसान सहने को भी मजबूर हैं। नववर्ष से पहले यहां मौजूद हाथियों के दल में से एक दंतैल हाथी बीती रात झुंड से अलग होकर केंदई रेंज अंतर्गत लमना गांव पहुंच गया और वहां जमकर उत्पात मचाते हुए दो ग्रामीणों के कच्चे मकान को ध्वस्त कर दिया। पीडि़त ग्रामीणों द्वारा सूचना दिए जाने पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचकर रात में हाथियों द्वारा किए गए नुकसानी का आंकलन करने के साथ रिपोर्ट की तैयारी में जुट गए हैं। प्रारंभिक तौर पर दंतैल के उत्पात से हजारों रुपए के नुकसान का अंदाजा लगाया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार कटघोरा वनमंडल के जटगा, पसान, एतमानगर व केंदई रेंज में लगभग आधा दर्जन हाथी जंगलों में विचरण कर रहे हैं। इनमें से 18 हाथियों का दल केंदई रेंज के लमना क्षेत्र में सक्रिय हैं। बताया जाता है कि इस दल में एक खतरनाक व उत्पाती दंतैल हाथी भी शामिल है। बीती रात यह उत्पाती हाथी झुंड से अलग हुआ और लमना गांव की बस्ती में घुसकर वहां जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान दंतैल ने पार्वती पति दशरथ सारथी नामक महिला के घर को निशाना बनाते हुए वहां का दरवाजा तोड़ दिया तथा घर की दीवार व छप्पर को भी गिरा दिया। घर में मौजूद पार्वती व उसके परिवार के सदस्यों ने किसी तरह छिपकर अपनी जान बचाई। दंतैल द्वारा पार्वती के घर को तोड़े जाने के बावजूद उसका उत्पात नहीं थमा और समीप ही स्थित सिंधुराम पिता जवाहर सारथी के घर को निशाना बनाते हुए उसे ध्वस्त कर दिया। इतना ही नहीं घर में रखे धान, मक्का को चट करने के साथ ही कुछ घरेलू सामान को भी नुकसान पहुंचाया। पीडि़त ग्रामीण द्वारा शोर मचाए जाने पर गांव के लोग जागे तथा वन विभाग को सूचित किया। दंतैल के बस्ती में घुसने तथा उत्पात मचाए जाने की सूचना मिलते ही हाथी ड्यूटी में तैनात वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उत्पात दंतैल को खदेड़े जाने की कार्यवाही की। वन अमला द्वारा खदेड़े जाने पर दंतैल ने जंगल का रूख किया तब ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी रात भर गांव में डटे रहे। सुबह होने पर नुकसानी का आंकलन किया और रिपोर्ट तैयार कर मुआवजा स्वीकृति के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दिया।इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में भी दो दर्जन से अधिक हाथी सक्रिय हैं। हाथियों के दल में से 18 हाथी लबेद के कक्ष क्रमांक 1105 तथा 8 हाथी 1095 में विचरण कर रहे हैं। हाथियों के इस दल को आज सुबह ग्रामीणों ने यहां विचरण करते हुए देखा और इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिस पर विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी में जुट गए हैं। लबेद व आसपास गांव में मुनादी कराने के साथ ही ग्रामीणों को सतर्क करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक हाथियों के दल ने फिलहाल कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया है फिर भी उत्पात की संभावना को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है।

विधायक ने लिखा पत्र
इस बीच कोरबा वनमंडल अंतर्गत कुदमुरा रेंज में हाथी की मौत मामले में रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया ने कलेक्टर को पत्र लिखकर मामले की जाँचकर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। विधायक राठिया ने पत्र में कहा है कि कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज अन्तर्गत गीतकुंवारी क्षेत्र से उन्हें ज्ञात हुआ है कि दिनांक 27 दिसंबर को हाथी की मौत वन विभाग व विद्युत विभाग के लापरवाही के कारण हुआ है। यह बात वन विभाग व विद्युत विभाग की घोर लापरवाही की ओर इंगित करता है। मामले की जाँचकर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। दोषियों पर कार्रवाई से निश्चित ही इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है। घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।


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