जगदलपुर।
छत्तीसगढ़ राज्य के 24 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में राज्योत्सव 2024 का आयोजन जगदलपुर के सिटी ग्राउंड में किया गया। इस भव्य आयोजन में बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं कोंडागाँव विधायक सुश्री लता उसेंडी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने इस राज्योत्सव में चार चांद लगाए, जिसमें स्कूली बच्चों और लोक नर्तक दलों की शानदार प्रस्तुतियाँ विशेष आकर्षण रहीं।
कार्यक्रम में लता उसेंडी ने कहा कि राज्योत्सव के अवसर 24 साल में छत्तीसगढ़ के निर्माण करने वाले विभूति पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी बाजपेयी को नमन करते हुए राज्य और जिलों के निर्माण और विकास में योगदान के लिए आभार व्यक्त की। प्रदेश विकास की ऊँचाइयों को छुए यही हमने कामना की है, राज्य ने कई आयाम को पाया है। हमारे सरकार के समय कई विकास के कार्य हुए जिसका लाभ बस्तर को भी मिला। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार कई कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रही है। युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान की जा रही है। प्रधानमंत्री के द्वारा आत्मनिर्भरता पाठ के साथ उस पर कार्य करने की पहल की गई है और भी कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलाया जा रहा है। साथ ही हमे विकसित भारत के संकल्पना में सारे इंडिकेटर को पूरा कर देश और प्रदेश को विकसित बनाने का प्रयास करना है जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कार्यक्रम में सभी को राज्योत्सव की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने विभिन्न विभागों के स्टाॅल का अवलोकन कर हितग्राहीमूलक योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को सामग्री एवं चेक वितरित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर सफिरा साहू ने भी सभी नगर और प्रदेशवासियों को 24 वर्ष राज्योत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश में छत्तीसगढ़ राज्य की अलग पहचान है, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर से परिपूर्ण राज्य के रूप में पहचाना जाता है। ऐसे ही हमारे बस्तर क्षेत्र को भी जाना जाता है, राज्योत्सव के इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम में हमारे बस्तर की छवि को प्रदर्शित करने वाले प्रमुख लोक नृत्यों को प्रस्तुत किया जा रहा है, इसके लिए सभी को बधाई।
कार्यक्रम के स्वागत उद्बोधन में कलेक्टर हरिस एस ने बताया कि जिले में हमने विभागीय योजनाओं और नवाचारों के द्वारा कई विकास कार्यों को गति दी है जिसका संक्षिप्त प्रदर्शन विभागीय स्टालों के माध्यम से किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य है कि हर नागरिक सशक्त और आत्मनिर्भर बने, अपने हुनर और सामर्थ्य को पहचाने। साथ ही बस्तर क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधन, लोक कला, नृत्य शैली व सांस्कृतिक परंपरा को संरक्षण कर सांस्कृतिक धरोहर को देश-विदेश में प्रदर्शित कर नाम कमाया है। इस राज्योत्सव के माध्यम से प्राकृतिक संसाधन, पर्यावरण, लोक कला-संस्कृति का संदेश देना चाहते हैं ताकि आने वाले पीढ़ी को इस धरोहर का लाभ दे सकें।
इस अवसर पर गणमान्य जनप्रतिनिधि, एमआईसी के सदस्य-पार्षदगण, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, जिला पंचायत सीईओ सुश्री प्रतिष्ठा ममगाई, डीएफओ उत्तम गुप्ता सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी और बहुसंख्यक नागरिकगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों ने अपनी योजनाओं की जानकारी देने के लिए प्रदर्शनी लगाई, जिससे आम जनता को इन योजनाओं की जानकारी प्राप्त हुई। कार्यक्रम में पद्मश्री से सम्मानित धरमपाल सैनी को धुरवा तुवाल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम में सहभागिता निभाने वाले लोक नर्तक दल, स्कूली बच्चों को प्रशस्ति पत्र सहित क्विज प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया गया।
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