Day: October 1, 2024

  • समर्थन मूल्य में धान खरीदी 5 नवंबर से शुरू हो : तेजराम विद्रोही

    समर्थन मूल्य में धान खरीदी 5 नवंबर से शुरू हो : तेजराम विद्रोही

    रायपुर।

    खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए खाद्य मंत्री दयालदास बघेल की अध्यक्षता में मंत्री मंडलीय उप समिति की आयोजित बैठक में दीपावली को ध्यान में रखकर 15 नवम्बर से समर्थन मूल्य में धान खरीदी करने का निर्णय लिया है जो किसानों के साथ धोखा है।
    भारतीय किसान यूनियन छत्तीसगढ़ के महासचिव तेजराम विद्रोही ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भाजपा सरकार की नीति और नियत किसान हितैषी दिखाई नहीं दे रही है । वर्ष 2024- 25 में समर्थन मूल्य में धान खरीदी दीपावली के कारण 1 नवम्बर से शुरू न कर 15 नवम्बर से किये जाने का निर्णय लिया है जबकि 15 नवम्बर को गुरुनानक जयंती है इसलिए 5 नवम्बर से शुरू किया जाना उचित होगा क्योंकि हरुना किस्म की फसल कटाई नवरात्र के समय शुरू हो जाएगी उन किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए एक महीना इंतजार करना पड़ेगा दीपावली को ध्यान में रखकर 5 नवम्बर को समर्थन मूल्य में धान खरीदी किया जाना चाहिए जिससे पहले पंद्रह दिन हरुना किस्म की खरीदी हो जाएगी और फिर लंबी अवधि की धान आ जायेगी इससे खरीदी केंद्रों में बारदाना व्यवस्था, खरीदी की पर्याप्त जगह आदि आवश्यक व्यवस्था बनाने में सुविधा होगी। साथ ही धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य राज्य सरकार की 3100 रुपये और केन्द्र सरकार की बढ़ी हुई कीमत 117 रुपये जोड़कर 3217 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी होगी यह भी सुनिश्चित करना चाहते है।

  • एनआईटी रायपुर में हुआ हिंदी कार्यशाला का आयोजन

    एनआईटी रायपुर में हुआ हिंदी कार्यशाला का आयोजन

    रायपुर।
    राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में दिनांक 30 सितंबर 2024 को राजभाषा समिति ने हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य सचिव एवं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर के राजभाषा अधिकारी  निकेश पांडे जी रहे । इस कार्यशाला का उद्देश्य हिंदी भाषा के महत्व पर जागरूकता फैलाना और कर्मचारियों को हिंदी के सही उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना था। इस कार्यशाला का आयोजन डॉ सपन मोहन सैनी के मार्गदर्शन में किया गया।

    मुख्य वक्ता  पाण्डेय ने अपने संबोधन में छात्रों और संकाय सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि अधिकांश छात्र बचपन से अंग्रेजी में अध्ययन करते हैं, इसलिए हिंदी का ज्ञान होना उनके लिए आवश्यक है। उनके द्वारा हिंदी परीक्षा की प्रक्रिया बताई गई, जिसमें प्रबोध, प्रवीन और प्रज्ञा परीक्षाओं का विवरण दिया गया। “राजभाषा” की परिभाषा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह वह भाषा है जिसे सरकारी कार्यों में उपयोग किया जाता है। 14 सितंबर 1949 के दिन हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया और इसी उपलक्ष्य में 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाने का कारण बताया।

    उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान के भाग 17 में अनुच्छेद 347 से 351 तक इस विषय पर नियम और प्रावधान निर्धारित किए गए हैं। अनुच्छेद 120,210, 344 से 351 के तहत हिंदी और अन्य भाषाओं से जुड़े प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की गई और इसके अलावा, भारत सरकार के राजभाषा अधिनियम 1963 के मुताबिक इस अधिनियम को 26 जनवरी 1965 को लागू किया गया और 1968 में पारित प्रस्ताव के अनुसार कुछ नियमावली बनाई गईं, जिनके तहत गृह मंत्रालय के अंतर्गत राजभाषा विभाग का गठन हुआ। भारत को तीन क्षेत्रों में विभाजित किया गया – मुख्य हिंदी भाषी राज्य, द्विभाषी राज्य और अन्य राज्य । सरकारी दस्तावेज़ों और कार्यों में हिंदी के उपयोग के लिए 1976 में राजभाषा नियम लागू किए गए, जिनमें 12 प्रमुख नियम शामिल हैं। इसके तहत प्रत्येक सरकारी विभाग को हिंदी के उपयोग के लिए नियमों का पालन करना अनिवार्य है।

    कार्यक्रम के अंत में राजभाषा समिति के फैकल्टी इंचार्ज  एस एम सैनी जी ने मुख्य अतिथि  निकेश पांडेय जी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। उन्होंने कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी भाषा केवल एक माध्यम है, यह ज्ञान का मापदंड नहीं है। मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए निदेशक महोदय का धन्यवाद करते हुए सभी को हिंदी के प्रचार-प्रसार में योगदान देने का संदेश दिया। इस आयोजन में विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और हिंदी के विकास के लिए अपने सुझाव भी साझा किये |

  • खादी फैशन शो में खादी कपड़ों की बहुमुखी प्रतिभा और सुंदरता

    खादी फैशन शो में खादी कपड़ों की बहुमुखी प्रतिभा और सुंदरता

    रायपुर ।

    गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर, MATS स्कूल ऑफ फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी ने 1 अक्टूबर 2024 को खादी फैशन शो का आयोजन किया, जो वास्तव में MATS विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा आयोजित और प्रचारित सबसे प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में से एक है। यह कार्यक्रम भारत की समृद्ध कपड़ा विरासत का एक प्रमाण है, जो खादी कपड़ों की बहुमुखी प्रतिभा और सुंदरता का जश्न मनाने के लिए डिजाइनरों, मॉडलों और फैशन के प्रति उत्साही लोगों को एक साथ लाया। रनवे को रंगों और बनावट के कैनवास में बदल दिया गया क्योंकि मॉडल ने शानदार खादी परिधानों में मंच की शोभा बढ़ाई। यह समारोह कई विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में MATS विश्वविद्यालय, रायपुर में आयोजित किया गया था।

    कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि Dr. Poulomi Banerjee Vice President ABIS export India Private Limited ने माँ सरस्वती की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया। कार्यक्रम का शुभारंभ MATS विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गजराज पगारिया, महानिदेशक प्रियेश पगारिया, कुलपति डॉ. केपी यादव, प्रो. कुलपति डॉ. दीपिका ढांड, रजिस्ट्रार गोकुलानंद पांडा और विभागाध्यक्ष  परविंदर कौर के द्वारा किया गया| सभी अतिथियों ने मैट्स यूनिवर्सिटी के प्रयासों की सराहना की, फैशन डिजाइनिंग में करियर की संभावनाओं के बारे में छात्रों को प्रेरित किया और इस आयोजन को सराहनीय बताया।

    मैट्स स्कूल ऑफ फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी के छात्रों ने अपने मनमोहक डिजाइन प्रदर्शित किए। यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति और विरासत का उत्सव रहा, क्योंकि छात्रों ने सिक्किम की पारंपरिक चोपा पोशाक के साथ विरासत और पर्यावरण के अनुकूल फैशन का एक अनूठा मिश्रण दिखाया। माहौल पारंपरिक संगीत की धुनों और डिजाइनर परिधानों से भरा हुआ था, जिसमें परंपरा और आधुनिकता, भारतीय लोक हस्त चित्रित परिधानों का मिश्रण था। एक राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में खादी का महत्व अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ है, जिसमें छात्रों ने पश्चिमी शैली के स्पर्श के साथ मिस्र की थीम को दर्शाते हुए परिधान भी डिजाइन किए हैं। समकालीन भारत में, खादी उच्च वर्ग का प्रतीक बन गई है। उच्च श्रेणी के फैशन ब्रांड खादी को अपने संग्रह में शामिल करते हैं, जिससे यह एक लक्जरी आइटम बन जाता है। खादी फैशन शो एक शानदार सफलता थी, जिसमें कपड़े की सुंदरता, बहुमुखी प्रतिभा और स्थिरता का प्रदर्शन किया गया। जैसे-जैसे दुनिया टिकाऊ और सतत फैशन को अपना रही है, खादी कालातीत लालित् और सांस्कृतिक गौरव के प्रतीक के रूप में चमकती रहती है।

    कार्यक्रम का समापन रजिस्ट्रार गोकुलानंद पांडा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया। इस अवसर पर MATS विश्वविद्यालय के सभी विभागों के प्रमुख प्रधानाध्यापक और अध्यापक गण्ड, छात्र और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

  • भगवान बिरसा मुण्डा की स्मृति में 15 नवंबर को छत्तीसगढ़ के हर जिले में मनाया जाएगा ’जनजातीय गौरव दिवस’ : मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय

    भगवान बिरसा मुण्डा की स्मृति में 15 नवंबर को छत्तीसगढ़ के हर जिले में मनाया जाएगा ’जनजातीय गौरव दिवस’ : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

    रायपुर ।

    मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को छत्तीसगढ़ के हर जिले में ’जनजातीय गौरव दिवस’ मनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुण्डा की स्मृति में जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया है। इस वर्ष भगवान बिरसा मुण्डा की 150वीं जयंती है। छत्तीसगढ़ में भी इसे भव्य रूप से मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में ’जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत, ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वन मंत्री  केदार कश्यप ने की। विधायक भईयालाल राजवाड़े विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित थे।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। यह सोचकर गर्व होता है कि अनेक महान स्वतंत्रता सेनानियों का जन्म जनजातीय समाज में हुआ। अपने देश के लिए संघर्ष करने की परम्परा जनजातीय समाज में प्रारंभ से रही है। शहीद वीर नारायण सिंह, गैंदसिंह, गुण्डाधूर जैसे अनेक महान नायकों ने अपना बलिदान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया आज जलवायु परिवर्तन की गंभीर चुनौतियों से गुजर रही है। ऐसे में प्रकृति का संरक्षण बहुत आवश्यक है। जनजातीय समाज ने हमें प्रकृति के संरक्षण का मार्ग दिखाया हैै, जो आज भी अनुकरणीय है। जनजातीय समाज में प्रकृति की पूजा की जाती है। पूर्वीं छत्तीसगढ़ में साल के पेड़ में जब फूल आते है तो सरहुल पर्व मनाया जाता है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय संस्कृति में गहरी आध्यात्मिकता छिपी है। प्रकृति को सहेजकर, प्रकृति के अनुकूल जीवन जीना। बड़े-छोटे, स्त्री-पुरुष में किसी तरह का भेदभाव नहीं। सब बराबर हैं और प्रकृति का उपहार सबके लिए है। ये बातें हमें इस समाज से सीखने की आवश्यकता है। वास्तव में जीवन जीने की कला जनजातीय समाज से सीखनी चाहिए। जनजातीय समाज में दहेज जैसी सामाजिक बुराई का अस्तित्व नहीं है। भगवान बिरसा मुण्डा का शौर्य हमें हमेशा जीवन में साहस की राह दिखाता है। उन्होंने शोषण मुक्त समाज का सपना देखा था। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने उन्हीं की परिकल्पना के अनुरूप प्रधानमंत्री जनमन योजना प्रारंभ कर विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों के जीवन में समृद्धि लाने का प्रयास किया है। प्रधानमंत्री कल हजारीबाग से प्रधानमंत्री जनजाति उन्नत ग्राम अभियान की शुरूआत करेंगे, जिसमें जनजातीय बहुल 63 हजार गांवों के 5 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित होंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय लोग कभी दिखावा नहीं करते, उनकी सरलता-सहजता मन मोह लेती है। जनजातीय समाज की खानपान की शैली बीपी-शुगर जैसी लाइफ स्टाईल से जुड़ी बीमारियों से दूर रखती है। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा ’जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत पर आयोजित यह कार्यशाला जनजातीय समाज के गौरव को पूरे समाज के सामने लाने में मील का पत्थर साबित होगी।

    वन मंत्री केदार कश्यप ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समाज का बहुत बड़ा योगदान रहा हैै। इस समाज में अनेक महापुरूषों ने जन्म लिया जिन्होंने 1857 क्रांति के पहले ही अंग्रेजों के विरूद्ध संघर्ष की शुरूआत की। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों को बड़ा नुकसान जनजातीय क्षेत्रों में हुआ, अनेक मौकों पर उन्हें मजबूर होकर पीछे हटना पड़ा।  कश्यप ने कहा कि अंग्रेजों ने जब बस्तर में रेल लाईन बिछाने का काम शुरू किया उसमें लकड़ी का उपयोग किया जाता था। जनजातीय समाज ने इसका विरोध किया और यह भाव जताया कि हमारा जंगल कोई नहीं काटेगा। सामाजिक एकजुटता के कारण बहुत कुछ संरक्षित रहा। उन्होंने कहा कि आज किए जा रहे आयोजन के माध्यम से इतिहास के पन्नों में दर्ज जनजातीय समाज के गौरव की गाथा हमारी आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि बस्तर दशहरा सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा प्रमाण है। इस समाज में 80 प्रतिशत परिवार संयुक्त परिवार है। मिलेट का उपयोग, जैविक खेती जैसी अनेक बातें जनजातीय समाज से शिक्षित समाज को सीखने की आवश्कता है।

    स्वागत भाषण उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने दिया। वनवासी विकास समिति के अखिल भारतीय युवा कार्य प्रमुख श्री वैभव सुरंगे ने स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समाज के योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जनजातीय संस्कृति में अनेक प्रगतिशील परम्पराएं हैं। भगवान से ये कुछ नहीं मांगते। वनवासी विकास समिति के सचिव डॉ. अनुराग जैन ने कहा कि जनजातीय समाज के गुमनाम महानायकों के योगदान से नई पीढ़ी को परीचित कराने की जरूरत है। कार्यक्रम में वनवासी विकास समिति के प्रांताध्यक्ष श्री उमेश कश्यप विश्व विद्यालय के कुलपति एवं प्रबुद्ध नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री सहित अतिथियों ने इस अवसर पर जनजातीय समाज के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

  • मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने किया विभागीय स्टालों का अवलोकन, अवलोकन के दौरान हितग्राहियों को सामग्री एवं ऋण राशि चेक का वितरण

    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया विभागीय स्टालों का अवलोकन, अवलोकन के दौरान हितग्राहियों को सामग्री एवं ऋण राशि चेक का वितरण

    रायपुर ।

    मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर अपने सूरजपुर प्रवास के दौरान मुख्य कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर विभागीय स्टालों का अवलोकन किया। इस दौरान समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग, मत्स्य पालन, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टॉल लगाए गए।मुख्यमंत्री  साय ने सभी स्टॉल का अवलोकन किया और स्टॉल में मौजूद हितग्राहियों को सामग्री एवं राशि चेक का वितरण किया। श्री साय ने जिला प्रशासन के सहयोग से संचालित सार्थक सूरजपुर के तहत आवासीय वॉलीबॉल अकादमी की छात्राओं को ट्रैक सूट वितरण एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।मुख्यमंत्री ने इस दौरान मत्स्य विभाग से 05 हितग्राहियों को जाल और आइस बॉक्स और दो हितग्राही को केसीसी कार्ड का वितरण, पशुपालन विभाग से दो हितग्राही में से एक हितग्राही को राज्य डेयरी उद्यमिता के तहत सब्सिडी राशि साठ हजार का राशि चेक और एक हितग्राही को मुर्गीपालन हेतु केसीसी कार्ड, कृषि विभाग से दो हितग्राही को इलेक्ट्रिक पंप और उद्यानिकी विभाग से दो हितग्राहियों को केसीसी कार्ड का वितरण किया।

    महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत हितग्राहियों में सक्षम महिला योजना के तहत हितग्राही रूमा तिवारी को एक लाख बीस हजार राशि और महिला कोष से हितग्राही समूह चेतना महिला समूह को पचास हजार राशि चेक ऋण वितरण, दो गर्भवती माताओं की गोद भराई, दो बच्चों का अन्नप्राशन, एक एनीमिया मुक्त महिला श्रीमती आशा कुशवाहा और एक कुपोषण मुक्त बच्चा चार वर्षीय मयंक विश्वकर्मा बच्चे को सुपोषण टोकरी का वितरण किया गया। समाज कल्याण विभाग के तहत छह हितग्राहियों को व्हीलचेयर एवं छड़ी का वितरण किया।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सक्षम सूरजपुर अतंर्गत डिजिटल साक्षरता अभियान की डिजिटल बस का अवलोकन भी किया।मुख्यमंत्री स्वच्छता की प्रतिज्ञा के लिए आयोजित हस्ताक्षर अभियान में भी शामिल हुए। उन्होंने स्वच्छता की प्रतिज्ञा के कैनवास बोर्ड पर हस्ताक्षर कर और लोगों से भी स्वच्छता अभियान में शामिल होने की अपील की।

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सूरजपुर जिले को दी करोड़ों की सौगात

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सूरजपुर जिले को दी करोड़ों की सौगात

     

    रायपुर।

    मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने आज सूरजपुर जिले में करोड़ों के विकास कार्यों का भूमिपूजन, शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री  साय ने लोक निर्माण विभाग सूरजपुर अंतर्गत 68.7725 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले 7 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास और 57.1634 करोड़ की लागत से निर्मित 27 कार्यों का लोकार्पण किया।मुख्यमंत्री ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, सूरजपुर अंतर्गत 44.82 लाख की लागत से निर्मित होने वाले 3 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल अंतर्गत 43 लाख की लागत से निर्मित होने वाले 01 कार्य का भूमिपूजन/शिलान्यास और 57.52 लाख की लागत से निर्मित 04 कार्यों के लोकार्पण के साथ ही सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सूरजपुर अंतर्गत 18.6980 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले 5 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सूरजपुर अंतर्गत 2.3047 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले 18 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत प्रतापपुर अंतर्गत 2.5559 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले 23 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास किया।

    मुख्यमंत्री   साय ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत भैयाथान सूरजपुर अंतर्गत 1.9292 करोड़ की लागत से 16 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यस और 19.82 लाख की लागत से 01 कार्यों का लोकार्पण, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत रामानुजनगर अंतर्गत 1.2553 करोड़ की लागत से 10 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास और 36.18 लाख की लागत से 03 कार्यों का लोकार्पण, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत प्रेमनगर अंतर्गत 1.0759 करोड़ की लागत से 08 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन, सूरजपुर अंतर्गत 12.7529 करोड़ की लागत से 5 कार्यों का भूमिपूजन/शिलान्यास और 10.18 करोड़ की लागत से 03 कार्यों का लोकार्पण, कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग सूरजपुर अंतर्गत 45 लाख की लागत से 13 कार्याे का भूमिपूजन/शिलान्यास, कार्यपालन अभियंता छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज लिमिटेड अंबिकापुर, अंतर्गत 1.6893 करोड़ की लागत से 05 कार्यों का लोकार्पण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 3.4271 करोड़ की लागत से 2 कार्यों का लोकार्पण, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 1.2096 करोड़ की लागत से 05 कार्यों का लोकार्पण, नगरपालिका परिषद सूरजपुर, अंतर्गत 2.04 करोड़ की लागत से 2 कार्यों का लोकार्पण किया गया।

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हितग्राहियों को सौंपी प्रधानमंत्री आवास की चाबी

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हितग्राहियों को सौंपी प्रधानमंत्री आवास की चाबी

    रायपुर |

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर सूरजपुर में आयोजित सियान सम्मान समारोह में जिले के अंतर्गत आने वाले सभी जनपदों से एक-एक हितग्राहियों को आवास की चाभी सौंपकर शुभकामनाएं दी| इस अवसर पर मुख्यमंत्री के हाथों अपने पक्के आवास की चाबी पाकर हितग्राहियों के चेहरे चमक गए|अपने आवास की चाबी पाकर प्रतापपुर, प्रेमनगर एवं ओडगी के हितग्राही क्रमशः  देवशरण,  वीरसाय एवं  बृजलाल ने ख़ुशी जताते हुए बताया कि प्रधानमंत्री आवास हमारे लिए बहुत सार्थक सिद्ध हो रहा है, अब हमारे पास अपना पक्का मकान है| हमारा निवास क्षेत्र हाथियों के विचरण से प्रभावित होने के कारण मन के एक कोने में हमेशा चिंता बनी ही रहती थी, जो अब पूरी तरह ख़त्म हो गई है|

    भैयाथान, रामानुजनगर एवं सुरजपुर के हितग्राही संतोष कुमार,   सुखमनिया एवं  बरातू ने बताया कि हर वर्ष दीवार में सीलन, छानी ठीक करने, घर में पानी टपकने जैसी समस्याओं से दो चार होना पड़ता था जो अब दूर हो गई है| घर में होने वाली परेशानियां दूर होने से आर्थिक बचत हो रही है, जिसका उपयोग बच्चो की पढ़ाई-लिखाई, घर का राशन व अन्य कार्यों में कर पा रहे हैं|हितग्राहियों ने बताया कि यह योजना बहुत अच्छी है कि इसका पैसा सीधे हमारे खाते में आता है, किसी बिचौलिए या राशि नहीं मिलने जैसी समस्याएं नहीं होती हैं। राशि पाकर केवल हमें निश्चित स्तर तक का काम कराना होता है। हम माननीय प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जी का बड़े सम्मानपूर्वक पीएम आवास योजना जैसी सुंदर योजना लागू करने के लिए आभार व्यक्त करते है।

    जिले में अब तक 35254 हितग्राहियों के ऐसे सपने पूरे हो चुके हैं| जो इन आवासों को पूर्ण कराकर इसमें रह रहें हैं। इनके खातों में 505 करोड़ रुपय भेजी का चुकी है। साथ ही विगत 10 दिन पहले 20000 से अधिक के आवास के हितग्राहियों को अपने आवास की निर्माण शुरू करने के लिए लगभग 80 करोड़ से अधिक की राशि हितग्राहियों के खातों में हस्तांतरित कर आवास निर्माण शुरू किया जा रहा है| शेष 7000 हितग्राहियों के भी स्वीकृति करने का कार्य जोरों से जारी है। आवास प्राप्त होने का आधार एसईसीसी 2011 एवम् आवास प्लस 2018 की सूची है, इन दोनों सूचियों में यदि जिन पात्र हितग्राहियों के नाम छूट गए हैं उन्हें जल्द ही आवास प्लस 2024 के माध्यम से आवास के लिए जोड़े जाएंगे।

  • ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ का शुभारंभ

    ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ का शुभारंभ

    रायपुर ।

    प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी देश में जनजातीय बहुल गांवों के समग्र विकास के लिए 02 अक्टूबर को ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान‘ का झारखण्ड के हजारीबाग से शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय और अन्य अतिथिगण शामिल होंगे।प्रधानमंत्री   नरेन्द्र मोदी राजपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होंगे। जिला प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के सीधा प्रसारण दिखाने की व्यवस्था विकासखण्ड राजपुर के शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल ग्राउंड बूढ़ा बगीचा में की जा रही है। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय इस मौके पर वे राजपुर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शिलान्यास सहित जिले में 192 करोड़ 60 लाख रूपये के 108 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। इस मौके पर  साय विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं में सामग्री तथा सहायता राशि का भी वितरण करेंगे और विभिन्न विभागों द्वारा लगाई जा रही योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे।

    धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान में देश में आदिवासी बहुल क्षेत्रों के 63,000 गांव शामिल किया गया है, जिससे 5 करोड़ से अधिक जनजातीय लोगों को लाभ होगा। इसमें 30 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के जनजातीय बहुल 549 जिले और 2,740 ब्लॉक के गांव शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ में इस अभियान के क्रियान्वयन के लिए 32 जिलों के 138 विकासखण्डो के 6691 आदिवासी बहुल गांव का चयन किया गया है। चयनित गांव में बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक, उन्नति के कार्य किए जाएंगे।धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान में 25 कार्यक्रम शामिल हैं। यह योजना केन्द्र और राज्य सरकार के सहयोग से क्रियान्वित की जाएगी। प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान का उद्देश्य भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका के क्षेत्र से जनजातीय परिवारों को जोड़कर उनके समग्र और सतत विकास को सुनिश्चित करना है।

  • व्यवहार न्यायालय सक्ती में चलाया गया वृहद सफाई अभियान

    व्यवहार न्यायालय सक्ती में चलाया गया वृहद सफाई अभियान

    सक्ती।

    उच्च न्यायालय बिलासपुर के आदेशानुसार एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश जांजगीर के मार्गदर्शन में  पूरे सिविल जिला के न्यायालयों में 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक गांधी जयंती के अवसर पर सफाई पखवाड़ा चलाया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत 29 सितंबर दिन रविवार को व्यवहार न्यायालय सक्ती में सवेरे 9 बजे से दोपहर 12 तक न्यायाधीशगण एवं कर्मचारियों द्वारा सफाई अभियान चलाया गया । सभी कोर्ट रूम एवं अन्य कक्ष तथा न्यायालय परिसर में बृहद सफाई अभियान चलाकर एक ट्रैक्टर  कचरा इकट्ठा किया गया । इस अवसर पर प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रशांत कुमार शिवहरे ,बीआर साहू द्वितीय अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सक्ती गंगा पटेल मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट सक्ती, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 2 सक्ती दिव्या गोयल एवं न्यायालयीन  कर्मचारीगण पीडी महंत नाजीर, शिव राठौर, दिनेश सिंह, प्रमोद यादव, सुशील कैथवास, विनोद मरावी, सुरेंद्र दीघास्कर, बनवारी लाल केवट, चंद्रबली मोर्चे, शर्मिला बघेल, सरिता वैष्णव, सुशीला चौहान , विक्रम साहू, वृंदा कंवर, जगत राम साहू, वृंदा साहू, छोटे मागु नागर एवं अन्य कर्मचारीगण  उपस्थित थे ।

  • सांसद कश्यप ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा के तहत दिलाई स्वच्छता की शपथ

    सांसद कश्यप ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा के तहत दिलाई स्वच्छता की शपथ

    जगदलपुर।

    सांसद महेश कश्यप ने मंगलवार को जगदलपुर शहर के धरमपुरा स्थित क्रीड़ा परिसर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा के तहत आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में नागरिकों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में महापौर सफीरा साहू, पार्षद, कलेक्टर हरिस एस, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे, आयुक्त नगर निगम हरेश मंडावी और गणमान्य नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक-शिक्षिकाएं, बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं नगर निगम के स्वच्छता दीदियां भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
    इस दौरान क्रीड़ा परिसर एवं कन्या पाॅलिटेक्नीक परिसर की साफ-सफाई किया गया। वहीं छात्र-छात्राओं ने मानव श्रृंखला के जरिए बस्तर एवं गांधीजी के चश्मे की प्रतिकृति बनाकर स्वच्छता का संदेश दिया।

     

    इस मौके पर सांसद कश्यप ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वच्छता एवं साफ-सफाई को मानव जीवन का जरूरी हिस्सा मानकर इसे पूरे देशवासियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। पूज्य बापूजी की यह प्रेरणास्पद पहल हमारे जीवन के लिए अमूल्य है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बापूजी की इस पहल को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं और शहरों एवं गांवों तक स्वच्छता की अलख जगा रहे हैं। आईये हम सभी अपने शहर, गांव और प्रदेश को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए सक्रिय सहभागिता निभाएं। वहीं अन्य लोगों को भी स्वच्छता एवं साफ-सफाई के प्रति प्रोत्साहित करें।

    इस मौके पर महापौर सफीरा साहू ने भी उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता एवं साफ-सफाई की दिशा में सजग रहकर सहभागी बनने का आग्रह किया।

    ज्ञात हो कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत ‘स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता’ की थीम पर राज्य के सभी 184 नगरीय निकायों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इसमें स्वच्छता एवं साफ-सफाई के साथ ही विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है।