पहाड़ के रास्ते 10KM दूर धान बेचने जाते हैं ग्रामीण, गांव में ही खरीदी केंद्र खोलने की मां


बालोद।

 बालोद जिले के वनांचल क्षेत्र डोंडी लोहारा विकासखंड के आधा दर्जन गांव के ग्रामीण आज धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे।

किसानों ने बताया कि विगत 2 साल से धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग कर रहे हैं, 10 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है।

वहीं दूसरी ओर वापस धान बेच कर लौटते उन्हें आधी रात हो जाता है, जिसके कारण वनांचल क्षेत्र में जंगली जानवरों का भी खतरा बना रहता है ग्रामीणों ने बताया कि हम तो पुरुष हैं साथ में गांव की महिलाएं भी धान बचने के लिए जाती है, बाकी रास्ते में कैसे हम इतनी दूरी तय कर पाएंगे. इसके लिए हम लगातार शासन एवं प्रशासन के पास अपनी मांगों को रख रहे हैं।

ग्रामीण संतोष कुमार साहू ने बताया कि उपार्जन केन्द्र भंवरमरा में 15 राजस्व ग्राम आते है हम सभी कृषकगण ग्राम खोलझर, नलपानी, भीमदो, लुरकाझर, एवं बुल्लुटोला के हैं वर्तमान में सेवा सहकारी समिति मर्यादित भवंरमरा तहसील डौंडी लोहारा धान बेचने जाते है. जो हमारे ग्रामो से लगभग 10 कि. दूरी पर स्थित है चुकि धान विक्रय केन्द्र पहुंचने का मार्ग दुर्गम एवं पहाड़ी क्षेत्र बहुत बड़ा है. बडे क्षेत्र के कारण पंजीकृत किसानो की संख्या भी सर्वाधिक है जिस वजह से समय सीमा के अंतर्गत कृषक महिला वर्ग भी है धान बेचते समय कभी शाम-रात्रि तक हो जाता है उस वक्त घर पहुंचने में रास्ता जंगल पहाड़ी होने के कारण बड़ी असुविधा होती है।

जमीन रखा है सुरक्षित

ग्रामीणों ने धान खरीदी केन्द्र के लिए पहले से ही जमीन प्रस्तावित कर रखा है. ग्रामवासियों द्वारा लगभग 1.49 है. जमीन सहकारी खाद्य गोदाम के पास सुरक्षित रखा गया है. उपार्जन केन्द्र ग्राम खोलझर के अंतर्गत 5 ग्राम के लगभग 460 किसानो के 650 है. रकबा में अनुमानित मात्रा 32500 क्वीनटल खरीदी कि जा सकती है।

ग्रामीणों ने बालोद कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक से मिलकर अपनी समस्याओं के पास रखा. जहां उन्होंने कहा कि आपके गांव के नाम का प्रस्ताव हमारे द्वारा भेजा गया है।

 


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