Day: September 26, 2024

  • फ्राइडे प्रीमियर के साथ कुरुद मे सुनीलम सिनेमा का शुभारम्भ

    फ्राइडे प्रीमियर के साथ कुरुद मे सुनीलम सिनेमा का शुभारम्भ

    कुरुद । कुरुद नगर मे फ्राइडे प्रीमियर मे देवरा के साथ होगा  सुनीलम् सिनेमा का भव्य शुभारम्भ । 27 सित. को रीलिस हो रही साउथ की देवरा मूवी जो की जूनियर एन टी आर, सैफ अली खान और जान्हवी कपूर स्टारर है. जिसका फर्स्ट शो 12 से 3 के सिल्वर स्क्रीन शो के साथ शुरू होगा। और कुरुद नगर सहित ग्रामीण अंचल के लोग जो वर्षो से बड़े पर्दे पर फ़िल्म देखने की खातिर धमतरी और रायपुर जाने को मजबूर थे.। अब सुनीलम सिनेमा के खुल जाने से फर्स्ट डे फर्स्ट शो और फ्राइडे प्रीमियर का आनंद अब कुरुद शहर मे ही ले सकेंगे।

    क्यों कहते है लेटेस्ट रिलिसिंग मूवी को फ्राइडे प्रीमियर
    फिल्म इंडस्ट्री का यह भी मानना है कि वीकेंड की शुरुआत शुक्रवार से होती है. इस दिन फिल्म रिलीज करने पर लगातार शनिवार (Saturday) और रविवार (Sunday) दो छुट्टी के दिन मिलते हैं।जिससे फ़िल्म को अच्छा बिज़नेस और रिजल्ट मिलता है।


    शहर के पहले मल्टीप्लेक्स सुनीलम टावर में स्थित सुनीलम सिनेमा का उद्घाटन शुक्रवार को देवरा के प्रीमियर के साथ किया जायेगा।सुनीलम सिनेमा के संचालक सुनील चंद्राकर ने बताया कि मल्टीप्लेक्स स्क्रीन सुनीलम मे  27 सितम्बर को रिलीज हो रही जूनियर एन टी आर स्टारर देवरा प्रदर्शित की जा रही है, जिनकी ऑनलाइन बुकिंग बुक माय शो एवं पेटीएम पर उपलब्ध है। टिकट काउंटर पर ऑफलाइन Turtle की सुविधा भी उपलब्ध है।  देवरा मूवी के क्रमशः 12से 3 से 6 से 9 से 12 तक 4 शो प्ले किये जायेंगे।

  • मुख्यमंत्री ने बगिया में किया तीन विद्युत केन्द्र का लोकार्पण

    मुख्यमंत्री ने बगिया में किया तीन विद्युत केन्द्र का लोकार्पण

    रायपुर ।

    मुख्यमंत्री   विष्णु देव साय ने जशपुर जिले के ग्राम बगिया में 8.55 करोड़ रूपए के विकासकार्यों का लोकार्पण किया। इसमें कुंजारा, ढोकड़ा और साहीडांड में नव-निर्मित विद्युत उपकेन्द्र शामिल है। इन तीनों 33/11 के. व्ही. विद्युत उपकेन्द्र की लागत 7.84 करोड़ रूपए है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कुनकुरी में उप क्षेत्रीय भंडार और सन्ना में निर्मित नवीन तहसील कार्यालय भवन का भी लोकार्पण किया। कुनकुरी अंचल में तीन विद्युत उपकेंद्र बनने से गावों के लोगों को विद्युत की आपूर्ति में आने वाली दिक्कत से निजात मिलेगी। इससे कुनकुरी और आस-पास के 70 गांवों में 11 हजार उपभोक्तओं को गुणवत्तापूर्ण विद्युत की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। वहीं सन्ना में नवीन तहसील कार्यालय भवन के निर्माण से राजस्व के मामलों के निराकरण में तेजी आएगी।

    छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि ग्राम दोकड़ा के विद्युत उपकेन्द्र से 25 ग्रामों 3500 से अधिक उपभोक्ताओं, कुंजारा के उपकेन्द्र से 23 ग्रामो के लगभग 3850 उपभोक्ताओं और साहीडांड के उपकेन्द्र से 22 ग्रामो के 4270 उपभोक्ताओं को गुणवत्ता युक्त विद्युत आपूर्ति की जा रही है। तीनों ही विद्युत उपकेन्द्रों में 3.15 एम.व्ही.ए. का पॉवर ट्रान्सफॉर्मर लगाया गया है।इसी प्रकार कुनकुरी में उप क्षेत्रीय भंडार स्थापित होने से ट्रान्सफॉर्मर सहित अन्य विद्युत उपकरणों की आपूर्ति में आसानी होगी। पहले 150 से 200 कि.मी. की दूर सूरजपुर जिले में स्थित क्षेत्रीय भंडार, बिश्रामपुर ट्रान्सफॉर्मरों की आपूर्ति होती थी। जिसमें अधिक समय व लागत लगती थी। कुनकुरी में मिनी डिपो स्टोर खुलने से दूरी एवं समय बचने के साथ ही विद्युत सामग्री मिलने में सुविधा होगी।
    कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष उपेन्द्र यादव,   भरत सिंह, पूर्व विधायक रोहित साय, डीडीसी  सालिक साय,  भुनेश्वर सिंह केशर,  अमन शर्मा, रामदेव कायता, ठाकुर पुरुषोत्तम सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

  • मुख्यमंत्री अपने बचपन के स्कूली शिक्षक से मिलकर हुए भाव विभोर

    मुख्यमंत्री अपने बचपन के स्कूली शिक्षक से मिलकर हुए भाव विभोर

        रायपुर  ।

    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने बचपन के स्कूली शिक्षक राजेश्वर पाठक से मुलाकात कर भाव विभोर हो गए। उन्होंने अपने स्कूल के दिनों को याद किया और अपने शिक्षक का चरण स्पर्श कर अभिवादन किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें शाल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरूजनों का ही आशीर्वाद है कि मैं यहां तक पहुंच पाया हूँ ऐसा कहते हुए उन्होंने अपने शिक्षक से फिर से आशीर्वाद मांगा और उनके शिक्षक ने भी पूरे दिल से आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री  साय को स्कूल पढ़ाने वाले 94 वर्षीय शिक्षक  राजेश्वर पाठक ने बताया कि जब वे लोयला उच्चतर माध्यमिक शाला कुनकुरी में पढ़ाया करते थे तब मुख्यमंत्री  साय छात्र हुआ करते थे। वे बचपन से ही बहुत प्रतिभावान, आज्ञाकारी और विनम्र स्वाभाव के थे। सौम्यता और सरलता उनकी विशिष्ट पहचान थी। जब वे सांसद थे तब भी और मुख्यमंत्री बनने के बाद, जब भी वे मिले तो उनमें वही विनम्रता और वही सम्मान का भाव दिखा जो अद्भुत है।

  • मुख्यमंत्री साय के हाथो दिव्यांगजनों को मिला निःशुल्क बस पास

    मुख्यमंत्री साय के हाथो दिव्यांगजनों को मिला निःशुल्क बस पास

      रायपुर ।

    दिव्यांग जनों के जीवन को आसान और सुखमय बनाने मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने जशपुर के ग्राम बगिया में 07 दिव्यांगों को निःशुल्क बस पास वितरित कर उन्हें शॉल, श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने दिव्यांग लक्ष्मी बाई, विकास नायक, तिजनु राम, देव कुमार चौहान, संध्या सिदार, सोनम सिदार, सुशीला तिग्गा, सुशीला बाई नायक, पूजा नारंगे सहित वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क बस पास वितरित किए। पहली बार सिकलसेल से पीड़ित 18 वर्षीय सोनम सिदार एवं 08 वर्षीय बालक देव कुमार चौहान को भी बस पास प्रदान किया गया।उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत ‘दिव्यांगजन निःशुल्क बस-यात्रा पास’ का प्रावधान किया गया है। जिसमें परिवहन विभाग के समन्वय से दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क बस-यात्रा पास तथा रेल यात्रा हेतु रियायत प्रमाण पत्र बनाये जाते हैं।

    दिव्यांगजनों की दिक्कतें हुई दूर सिकलसेल बीमारी से ग्रसित चराईडांड निवासी सोनम सिदार ने कहा कि उन्हें ईलाज के लिए बार बार जशपुर या अन्य बड़े शहरों में इलाज के लिए जाना पड़ता था। निःशुल्क बस पास मिल जाने से उनके आने जाने के खर्च की दिक्कत खत्म हो जाएगी और उनकी पढ़ाई भी नियमित रूप से हो सकेगी। अस्थिबाधित दिव्यांग विकास नायक ने कहा कि पहले वे कहीं आने जाने में दिक्कत महसूस करते थे। ऐसे में निःशुल्क बस पास मिलने से ना सिर्फ राज्य अपितु दूसरे राज्य में भी आना जाना कर सकेंगे। उन्होंने निःशुल्क बस पास के लिए मुख्यमंत्री  साय का आभार व्यक्त किया।

  • छत्तीसगढ़ में खुले शासकीय नौकरियों के द्वार

    छत्तीसगढ़ में खुले शासकीय नौकरियों के द्वार

    रायपुर ।

    छत्तीसगढ़ शासन के विभिन्न विभागों में युवाओं की भर्ती का सिलसिला वृहद पैमाने पर शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर अब तक लगभग 8 विभागों में 3,474 पदों की भर्ती के लिए वित्त विभाग ने अपनी मंजूरी दे दी है। खाली पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को लेकर कमोबेश सभी विभाग प्रस्ताव बनाने से लेकर शासन से स्वीकृति की तैयारी में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री साय की मंशानुरूप विभागों में भर्ती की प्रक्रिया अनवरत रूप से जारी रहेगी।  मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार वित्त विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण आजीविका मिशन, गृह विभाग, विधि विभाग, आदिम जाति कल्याण, वन एवं पर्यावरण विभाग अपने-अपने विभागों में भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ाने में लगे हैं।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय लगातार छत्तीसगढ़ में युवाओं को शिक्षा एवं रोजगार में नए अवसर प्रदान करने के लिए कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री साय की पहल पर ही कैबिनेट ने पुलिस विभाग सहित अन्य शासकीय भर्तियों में युवाओं के लिए निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट का लाभ भी युवाओं को मिल रहा है।

        मुख्यमंत्री साय की पहल पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में उप अभियंता (सिविल) के 118, उप अभियंता (विद्युत/यांत्रिकी) के 10 पदों सहित 181 पदों पर भर्ती की मंजूरी वित्त विभाग ने दी है। इसी तरह गृह विभाग में सूबेदार, उप पुलिस निरीक्षक, प्लाटून कमांडर, नगर सैनिक सहित कुल 806 पदों पर भर्ती के लिए वित्त विभाग से स्वीकृति मिली है। स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत चिकित्सा अधिकारी, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, स्टॉफ नर्स सहित अन्य संवर्ग के 1201 पदों पर स्वीकृति के साथ ही छत्तीसगढ़ विधानसभा में सहायक मार्शल के पदों तथा आदिम जाति कल्याण विभाग में छात्रावास अधीक्षक के 300 पदों भर्ती की प्रक्रिया जारी है। वन विभाग में वन रक्षक सहित अन्य संवर्ग के कुल 66 पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग आजीविका मिशन के अंतर्गत विभिन्न संवर्ग के 237, विधि विभाग के अंतर्गत न्यायालयों में व्यवहार न्यायाधीश सहित अन्य संवर्ग के कुल 362 पदों पर तथा कृषि विभाग के अंतर्गत 321 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की भर्ती का रास्ता खुल गया है।

  • नई दिल्ली से लौटे माओवादी हिंसा पीड़ित बस्तरवासियों का मुख्यमंत्री निवास में आत्मीय स्वागत

    नई दिल्ली से लौटे माओवादी हिंसा पीड़ित बस्तरवासियों का मुख्यमंत्री निवास में आत्मीय स्वागत

    रायपुर ।

    आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में माओवादी हिंसा से पीड़ित बस्तर के लगभग 55 नागरिकों को आमंत्रित किया गया, जो हाल ही में अपनी व्यथा और समस्याओं को व्यक्त करने दिल्ली गए थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मौसम खराब होने के कारण उड़ान बाधित होने से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय की अनुपस्थिति में उनकी धर्मपत्नी   कौशल्या देवी साय ने माओवादी हिंसा पीड़ित बस्तरवासियों का स्वागत किया।

      कौशल्या देवी साय ने नक्सल पीड़ितों को मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय का संदेश  देते हुए कहा कि आप सभी बस्तर के नागरिकों का साहस प्रशंसनीय है। आपके साहस, कठिन परिश्रम और प्रयासों के कारण ही बस्तर में शांति लौटी है। आपने माओवादी आतंक को अपनी आंखों से देखा, जिया और झेला है। आपने बड़े साहस के साथ इस त्रासदी का सामना किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय दौरे पर हैं आपके बीच नहीं आ पाए। आपका मुख्यमंत्री निवास में स्वागत और अभिनंदन है। उन्होंने सभी अतिथियों को उपहार स्वरूप एक बैग, ट्रैक सूट भेंट किया। इस दौरान उन्होंने यह भी पूछा कि दिल्ली यात्रा के अनुभव कैसे रहे, जिस पर सभी ने एक स्वर में कहा कि यह यात्रा बहुत अच्छी रही, और कई ग्रामीणों ने पहली बार हवाई जहाज में यात्रा का अनुभव भी साझा किया।

    इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री   साय के नेतृत्व में राज्य सरकार के प्रयास से बस्तर में विकास कार्यों  को गति मिली है। उन्होंने कहा कि आपने दिल्ली जाकर बस्तर की व्यथा को केंद्र सरकार और पूरे देश के सामने रखा, जो आज तक किसी ने नहीं किया था। माओवादी हिंसा का दर्द अब पूरे देश ने जाना है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री  अमित शाह के दृढ़ संकल्प का उल्लेख करते हुए कहा कि बस्तर से नक्सलवाद का समूल नाश करना है।   शर्मा ने यह भी कहा, आपने नक्सलियों की गोलियों और आईईडी के खतरे के बीच अपने साहस का परिचय दिया। बंदूक और हिंसा से विकास संभव नहीं है। अब समय आ गया है कि बस्तर शांति और विकास की दिशा में आगे बढ़े।

    गौरतलब है कि माओवादी हिंसा से पीड़ित ये नागरिक हाल ही में दिल्ली के जंतर मंतर और जेएनयू में आंदोलन करने के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर नक्सलियों के कृत्यों से हुई परेशानियों को साझा कर चुके हैं। इनकी दिल्ली यात्रा का मुख्य उद्देश्य नक्सल समर्थक समूहों द्वारा फैलाए झूठ का खुलासा करना, हिंसा से प्रभावित लोगों की आवाज को दिल्ली तक पहुंचाना था। इस अवसर पर विधायक ईश्वर साहू और बस्तर शांति समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।

  • उमर अब्दुल्ला आप आतंकियों को बिरयानी खिलाते रहिए, टेररिज्म का जवाब अमित शाह J-K की रैली में बरसे

    उमर अब्दुल्ला आप आतंकियों को बिरयानी खिलाते रहिए, टेररिज्म का जवाब अमित शाह J-K की रैली में बरसे

    जम्मू-कश्मीर।

    अमित शाह ने कहा, ‘यहां भाजपा की सरकार आने पर हम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की सालाना किस्त 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार करेंगे. जम्मू में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनेगा, जम्मू में मेट्रो आएगी. हम हर साल आतंकवादियों द्वारा नष्ट किए गए 100 मंदिरों का जीर्णोद्धार करेंगे. हम अग्निवीरों को शत-प्रतिशत नौकरी देने का काम करेंगे।

    नेशनल कॉन्फ्रेंस को निशाने पर लेते हुए अमित शाह ने कहा, ‘हमारी देश की संसद पर जिस अफजल गुरु ने हमला करवाया उसकी फांसी की सजा का ये लोग विरोध कर रहे हैं. उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए. उमर अब्दुल्ला साहब, आप आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते रहिए, लेकिन जो आतंक फैलाएंगा, उसका जवाब फांसी के तख्ते पर ही दिया जाएगा.’

    गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद, जम्मू-कश्मीर में एक ऐसा चुनाव होने जा रहा है, जब यहां न धारा-370 है और न ही अलग झंडा है. मारे अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने कहा था कि एक देश में ‘दो विधान, दो निशान व दो प्रधान’ नहीं चलेगा और इसके लिए उन्होंने अपनी जान दी.

    धारा 370 का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘5 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर से धारा-370 को समाप्त कर दिया. जम्मू-कश्मीर 40 साल तक आतंकवाद की दहशत में रहा, 40,000 लोग मारे गए, 3,000 दिन कर्फ्यू रहा। हर दिन पाक प्रेरित आतंकवादी बम और गोलियां चलाते थे.मोदी जी की सरकार ने धारा-370 को समाप्त कर दिया अब न पत्थरबाजी होती है, न ही गोलियां चलती हैं.’

    एनसी और कांग्रेस पर निशाना
    कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस, NC जम्मू-कश्मीर में फिर आतंकवाद लाना चाहते हैं. उमर अब्दुल्ला, आतंकवाद को हम पाताल तक दफन करके ही हम दम लेंगे. किसी की ताकत नहीं है, जो जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद लेकर आए. अब केंद्र में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी की सरकार है. कल उमर अब्दुल्ला और राहुल बाबा कह रहे थे कि हम जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र लाएंगे. किस मुंह से कह रहे हैं आप? अब्दुल्ला परिवार, मुफ्ती परिवार व नेहरू-गांधी परिवार ने 70 वर्षों तक जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को बांध कर रखा. अब यहां पंच, सरपंच भी हैं, ब्लॉक के चुनाव हुए, जिले के चुनाव हुए, जो पहले नहीं होते थे। मोदी जी ने 40,000 जनप्रतिनिधियों को लोकतंत्र का फायदा पहुंचाया है।

  • दुर्ग पुलिस की भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य से पूछताछ, भिलाई तीन में प्रोफेसर से हुई थी मारपीट

    दुर्ग पुलिस की भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य से पूछताछ, भिलाई तीन में प्रोफेसर से हुई थी मारपीट

    दुर्ग

    भिलाई तीन एरिया में प्रोफेसर विनोद शर्मा पर बीते दिनों हमला हुआ था. प्रोफेसर पर हुए जानलेवा हमले की शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस एक्टिव हुई. दुर्ग पुलिस ने आज इस संबंध में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को पूछताछ के लिए बुलाया है. प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हुए जानलेवा हमले के संबंध में दुर्ग पुलिस चैतन्य बघेल से जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है. भिलाई तीन में प्रोफेसर विनोद शर्मा पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला किया था. घटना का मुख्य आरोपी और उसका साथी अभी भी फरार हैं. कुल चार लोगों की इस संबंध में गिरफ्तारी हो चुकी है।

    पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे से पूछताछ: दुर्ग पुलिस ने प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हुए जानलेवा हमले के केस में अबतक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस की मानें तो घटना का मुख्य आरोपी प्रोबिर कुमार शर्मा और उसका साथी अब भी फरार है. फरार लोगों को दबोचने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है. दुर्ग एसपी ने आरोपी के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया है. पुलिस की कोशिश है कि जल्द से जल्द मुख्य आरोपी प्रोबिर कुमार शर्मा और उका साथी पकड़ा जाए.

    क्या मामला है ये तो पुलिस वाले बताएंगे. वो तो खुद चलकर पुलिसवाले से पास पहुंचे हैं. छत्तीसगढ़ में जब से बीजेपी की सरकार बनी है तब से बदलापुर की राजनीति चल रही है.: निर्मला कोरे, चरोदा महापौर, कांग्रेस

    भिलाई तीन में हुआ था प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हमला: पुलिस के मुताबिक भिलाई तीन में प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हमला हुआ था. हमले में प्रोफेसर विनोद शर्मा बुरी तरह से घायल हो गए थे. घायल प्रोफेसर का अब भी अस्पताल में इलाज जारी है. पुलिस की कोशिश है कि घटना के मुख्य आरोपी ओर उसके साथी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही हमले के पीछे की वजह का पता चल पाएगा।

  • प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना से दीपक यादव के जिन्दगी में आया बड़ा बदलाव

    प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना से दीपक यादव के जिन्दगी में आया बड़ा बदलाव

    गरियाबंद ।

    प्रधानमंत्री रोजगार सृजन लोन योजना के माध्यम से फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम बोरसी के  दीपक यादव के जिन्दगी में बड़ा बदलाव आया। दीपक यादव ने बताया कि वे पहले 7 वर्षों तक चाय कैंटिन की दुकान संचालित कर रहे थे। लेकिन इस कार्य से जो भी आमदनी प्राप्त होता था। उससे मुझे घर चलाने में दिक्कत हो रहा था। तब मुझे खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन लोन योजना की जानकारी मिली, जिसमें 35 प्रतिशत छुट का प्रवधान है। इस योजना के बारे में पता करने के लिए मैंने संयुक्त जिला कार्यालय गरियाबंद में स्थित खादी ग्रामोद्योग विभाग पहंुचकर विभागीय अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। जिस पर अधिकारियों ने इस योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। तो मैंने डीजे साउण्ड सर्विस के लिए 7 लाख रूपये ऋण के लिए नियमानुसार आवेदन पत्र विभाग में प्रस्तुत किया। इसके उपरांत मेरे आवेदन को विभाग द्वारा कार्यवाही करते हुए बैंक को प्रेषित किया गया। कुछ दिनो उपरांत  बैंक के माध्यम से मेरा लोन 7 लाख रूपये का लोन स्वीकृत किया गया। लोन स्वीकृति पश्चात मुझे 2 लाख 45 हजार रूपये का अनुदान राशि प्राप्त हुआ। जिसमें मैं डीजे साउण्ड सर्विस का कार्य प्रारंभ किया। इस योजना के कारण मुझे रोजगार की प्राप्ति हुई साथ ही और 10-12 लोगों को रोजगार देने का कार्य कर रहा हूॅ। वर्तमान में मेरी आमदनी पूर्व के हिसाब से अधिक वृध्दि हुआ है। जिससे मैं अपने परिवार की जरूरते पूरी करने में सक्षम हुआ। तथा जिन लोगों को मैंने रोजगार दिया है वे लोग भी काफी खुशी से अपना जीवन यापन कर रहे है। इस योजना के लिए शासन – प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित करता हॅू।

  • बिहान से जुड़कर दिव्यांग जानकी बनी महिलाओं के लिए मिसाल

    बिहान से जुड़कर दिव्यांग जानकी बनी महिलाओं के लिए मिसाल

    कोण्डागांव ।

     

    कोण्डागांव जिले के माकड़ी ब्लॉक के ग्राम कालीबेड़ा की रहने वाली दिव्यांग जानकी नाग आज छत्तीसगढ़ की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन चुकी हैं। जानकी बचपन से ही दिव्यांग हैं पर अपनी शारीरिक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने जीवन में संघर्ष करते हुए आज समाज में एक सफल उद्यमी के रूप में अपनी पहचान बनाई हैं। जानकी ने अपने आत्मविश्वास के बलबूते दिव्यांगता को अपनी सफलता की राह में रोड़ा बनने नहीं दिया। अपने मजबूत हौसले और आत्मविश्वास के बल पर उन्होंने न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार किया, बल्कि कई ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी दिया।जानकी नाग का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ, जहां उनके माता-पिता और तीन भाई रहते हैं। उनके पिता खेती से घर चलाते थे लेकिन आमदनी इतनी नहीं थी कि परिवार की जरूरतें पूरी हो सकें। जानकी ने इन आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए वर्ष 2012 में गांव के मां सरस्वती स्व सहायता समूह से जुड़ने का निर्णय लिया। जानकी ग्रेजुएट हैं और उनके समूह की अन्य महिलाएं पढ़ी-लिखी नहीं थीं, इसलिए उन्हें समूह का लेखा-जोखा रखने का काम मिला। यहीं से जानकी की जीवन यात्रा में नया मोड़ आया।

    बैंक सखी के रूप में ग्रामीणों तक पहुंचाई योजनाओं का लाभ
    जानकी के जीवन में एक बड़ा परिवर्तन तब आया जब उन्होंने बिहान की पीआरपी दीदी से सुना कि वे बैंक सखी बनकर अपने गांव में रहते हुए बैंकिंग सेवाएँ प्रदान कर सकती हैं। नवंबर 2019 में उन्होंने ग्रामीण बैंक की बैंक सखी बनने का निर्णय लिया। यह फैसला उनके लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। बैंक अधिकारियों और बिहान के सहयोग से जानकी ने अपने गाँव में बैंकिंग सेवाएँ शुरू कीं जिससे धीरे-धीरे ग्रामीण उनके पास अपने बैंकिंग लेन-देन के लिए आने लगे। जानकी ने गांव के लोगों को खाता खोलने, पैसे जमा करने, निकासी और ट्रांसफर जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रदान कीं। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और सुरक्षा बीमा योजना के लाभ भी ग्रामीणों तक पहुंचाए। अब तक वह लगभग 250 बचत बैंक खाते खोल चुकी हैं और 3000 मनरेगा मजदूरों और 4000 पेंशनभोगियों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ पहुंचा चुकी हैं। इस तरह जानकी अब तक 5 करोड़ तक का लेन देन कर चुकी हैं।

    सीएससी सेवाओं से आय में हुई बढ़ोत्तरी
    जानकी ने 2020 में कॉमन सर्विस सेंटर की सेवाएं भी शुरू कीं जिसके माध्यम से वह ग्रामीणों को आयुष्मान कार्ड, ई-श्रम कार्ड, बिजली बिल भुगतान और मोबाइल रिचार्ज जैसी सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। अब तक उन्होंने 450 से अधिक आयुष्मान कार्ड, 200 ईश्रम कार्ड और 500 से अधिक बिजली बिलों का भुगतान किया है। इन सेवाओं के माध्यम से ग्रामीणों को न केवल सुविधाएं मिलीं, बल्कि जानकी को भी अपनी आय बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ।

    कड़ी मेहनत और समर्पण से बनी एक सफल उद्यमी
    जानकी की कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें एक सफल उद्यमी बना दिया है। बैंकिंग और सीएससी सेवाओं के जरिए जानकी अब प्रतिमाह करीब 6 हजार रुपये कमाती हैं और एक माह में उन्होंने अधिकतम 10 हजार रुपये तक का कमीशन अर्जित किया है। उनका यह काम न केवल उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है, बल्कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में भी बड़ा बदलाव लेकर आया है। जानकी ने अपने परिवार को आर्थिक सहयोग प्रदान कर एक ट्रैक्टर और एक कार खरीदने में मदद की है। उनके भाई अब ट्रैक्टर के जरिए रोजगार पा रहे हैं, जिससे परिवार की आय में भी वृद्धि हुई है।
    जानकी बताती हैं कि उनके घर में पहले ट्रैक्टर नहीं था लेकिन अब उनकी मदद से एक ट्रैक्टर खरीदा गया जो उनके भाइयों के लिए रोजगार का साधन बन चुका है। इसके अलावा उनके परिवार ने छह महीने पहले एक कार भी खरीदी है जिसके लिए उन्होंने आर्थिक सहयोग किया। जानकी का यह योगदान उनके परिवार की स्थिति को स्थिर और बेहतर बनाने में मददगार साबित हुआ है।

    जानकी ने न केवल अपने परिवार को आर्थिक मजबूती दी, बल्कि समाज में भी अपना योगदान दिया है। उनकी बैंक सखी के रूप में सेवाएं न केवल गाँव के लोगों को बैंकिंग सुविधाएँ उपलब्ध कराती हैं बल्कि वह उनके जीवन को भी आसान बनाती हैं। मनरेगा मजदूरों से लेकर पेंशनभोगियों तक सभी उनके पास बैंकिंग सेवाओं के लिए आते हैं। उनके काम की बदौलत गाँव के लोगों को बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ती और वे अपने वित्तीय कार्य जानकी के माध्यम से आसानी से कर रहे हैं।
    जानकी अपने बीसी सखी के काम में बहुत रुचि रखती हैं और उन्होंने यह तय किया है कि वह अपना जीवन इसी सेवा को समर्पित करेंगी। उन्होंने शादी नहीं की और इसका कारण बताते हुए कहती हैं कि उन्हें अपने काम से बहुत प्यार है और वह इसे जारी रखना चाहती हैं। जानकी का मानना है कि वह अपने काम के जरिए समाज के हर व्यक्ति को लाभ पहुँचा सकती हैं और यही उनका उद्देश्य है।

    जानकी की सफलता में बिहान की भूमिका
    जानकी ने अपनी सफलता के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित ‘बिहान’ के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार प्रकट किया। उनका कहना है कि बिहान योजना के बिना वह आज इस मुकाम तक नहीं पहुँच पातीं। जानकी अब एक सफल उद्यमी हैं और उनकी कहानी समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि शारीरिक चुनौतियों को मात देकर भी सफलता प्राप्त की जा सकती है।