जटांगपुर में नदी किनारे बन रही शराब पुलिस ने 40 किलो महुआ पास किया जब्त


कोरबा।

अवैध गतिविधियों की रोकथाम के लिए जो काम आबकारी विभाग को करना चाहिए, उस दिशा में पुलिस को आगे आना पड़ा है। सामाजिक अपराध को बढ़ावा मिलने से उत्पन्न हो रही परिस्थितियों को देखते हुए अब अंकुश लगाना तेज किया गया है। जटांगपुर में पुलिस पार्टी ने सुबह रेड कार्रवाई की। आरोपी तो भाग खड़े हुए, मौके पर मिले 40 किलो महुआ पास को विनिष्टीकरण करने की कार्रवाई की गई।कटघोरा पुलिस ने शुक्रवार की सुबह एक सूचना पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। अहिरन नदी के किनारे जंगल में कुछ समय से कच्ची शराब बनाने का अड्डा चलाया जा रहा था। इस धंधे में कौन लोग शामिल थे, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। कटघोरा टीआई धर्मनारायण तिवारी ने बताया कि अवैध शराब से संबंधित मामलों में कार्रवाई लगातार की जा रही है। पता चला था कि जटांगपुर इलाके में कुछ लोगों के द्वारा इस प्रकार की हरकतें की जा रही है। इसके चलते आसपास का माहौल खराब हो रहा है और इसके दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। सूचना की पुष्टि करने के साथ आज एक टीम मौके पर भेजी गई। उस दौरान शराब बनाने वाली पार्टी या उसके कोई सदस्य नहीं मिले लेकिन मौके पर अवैध शराब की भ_ी और 40 किलो महुआ पास मिला। इससे पता चलता है कि संबंधित क्षेत्र में यह काम किया जा रहा है। पुलिस ने यहां पर महुआ पास जब्त करने के बाद उसे विनिष्ट करने की कार्रवाई की। यही भी पता लगाया जा रहा है कि जटांगपुर के अलावा और कहां-कहां इस प्रकार की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। पुलिस पार्टी के साथ हमने अपने गुप्तचर तंत्र को सक्रिय किया है। किसी भी क्षेत्र से इनपुट मिलने पर वहां त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

अरसे बाद पतरापाली पहुंची आबकारी टीम
कटघोरा आबकारी सॢकल के अंतर्गत आने वाला पतरापाली गांव अवैध शराब बनाने और बेचने को लेकर काफी समय से कुख्यात है। तीन वर्ष पहले महिला उप निरीक्षक के साथ आबकारी अमला यहां शराब पकडऩे गया था। संगठित रूप से चल रहे इस काम पर विघ्न पडऩे से लोग बौखला उठे और उन्होंने टीम के सदस्यों को बंधक बना लिया। जिस पर कटघोरा पुलिस ने दखल देकर उन्हें मुक्त कराया। पिछले महीने यहां आबकारी ने कार्रवाई की।

इसलिए नहीं बनाया जा सका आरोपी
जटांगपुर में शराब बनाने का काम अवैध रूप से नदी के किनारे जंगल में किया जा रहा था। पुलिस ने मौके पर कार्रवाई की। चूंकि यह क्षेत्र गैर रिहायशी है और मौके पर कोई व्यक्ति नहीं मिला इसलिए किसी को आरोपी नहीं बनाया जा सका। जबकि अन्य प्रकरणों में जो रिहायशी क्षेत्र से संबंधित होते हैं उसमें नक्शा-खसरा की जानकारी हासिल करने के साथ वैधानिक कार्रवाई की जाती है।
डी.एन.तिवारी, थाना प्रभारी कटघोरा


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