स्कूलों पर अफसरों पर की टीम की दबिश: कहीं शिक्षक लेट से पहुंचे, तो कहीं समय से पहले कर दी छुट्टी

0

बिलासपुर। स्कूलों में इंस्पेक्शन के दौरान कई स्कूल जहां समय से पहले बंद मिले, तो वहीं कहीं शिक्षक ही नहीं पहुंचे। कई स्कूलों में शिक्षक आये तो जरूर, पर समय से काफी लेट..। लिहाजा अब सभी शिक्षकों व कर्मचारियों पर गाज गिरेगी। दरअसल कलेक्टर अवनीश शरण ने ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सरकारी अस्पतालों और स्कूलों का हालात जानने एक साथ राजस्व अधिकारियों की टीम से निरीक्षण कराया। एसडीएम और तहसीलदार तथा नायब तहसीलदार अपने अपने इलाके की ग्रामीण अस्पतालों और स्कूलों का अचानक निरीक्षण किया। कई अस्पताल बंद पाए गए तो कई जगह डॉक्टर व कर्मचारी बिना सूचना के ड्यूटी से गायब मिले। कई अस्पताल व स्कूल समय से पहले ही बंद कर दिए गए । सभी अफसरों ने जिला कलेक्टर को रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार सीएमएचओ और डीईओ दोषी कर्मचारियों पर कलेक्टर के निर्देश अनुसार कार्रवाई कर रहे हैं।

एसडीएम बिलासपुर पीयूष तिवारी ने सेंदरी व सेमरताल उप स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। दोनों केंद्र बंद पाए गए। परिसर गंदगी से अटा पड़ा है। तहसीलदार अतुल वैष्णव ने लोफंदी उप स्वास्थ्य केंद्र में ताला लटका हुआ पाया। एसडीएम कोटा युगल किशोर उर्वशा व तहसीलदार ने पोड़ी और चपोरा स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। चपोरा में डिलीवरी टेबल की जरूरत बताई गई। एसडीएम बिल्हा बजरंग वर्मा ने पीएचसी कडार का निरीक्षण किया। एक साथ 5 स्टाफ को छुट्टी दे दी गई। उप स्वास्थ्य केंद्र ढेंका बंद पाया गया। मस्तूरी के रिसदा उप स्वास्थ्य केंद्र बंद मिला। कीचड़ से होकर केंद्र तक पहुंचना पड़ता है।

बिल्हा का पौंसरा आरोग्य केंद्र भी बंद पाया गया। पीएचसी पचपेड़ी के निरीक्षण में अधिकांश कर्मचारी नदारद मिले। पीएचसी हरदीकला टोना में एन क्यू ए एस की टीम जांच करने पहुंची है। पीएचसी लखराम में व्यवस्था अच्छी मिली। बिल्हा ब्लॉक की करमा उप स्वास्थ्य केंद्र बंद था। शहर के मंगला और बंधवापारा पीएचसी समय से पूर्व बंद कर दिए गए। अतिरिक्त तहसीलदार शशिभूषण सोनी ने केंदा पीएचसी का निरीक्षण किया। दो मेडिकल ऑफिसर,दोनों आर एम ए सहित अन्य कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। उप स्वास्थ्य केंद्र बंद मिला। कभी कभार यह केंद्र खुलता है।

गैर हाजिर स्कूल शिक्षकों का कटेगा वेतन, समय से पहले छुट्टी देने वाले शिक्षकों को मिलेगी नोटिस

एसडीएम व तहसीलदारों ने अस्पताल के साथ-साथ गांव की स्कूलों का भी औचक जायजा लिया। उनके द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार महमंद स्कूल में खाना बनाने सिलेंडर नहीं है। स्कूल परिसर में जल जमा हो जाता है। कडार में एक शिक्षिका स्कूल आने के आधे घंटे बाद गायब हो गई। उनका एब्सेंट लगाकर वेतन काटने के निर्देश दिए गए। बस्तरहित दिवस होने के बावजूद कई बच्चे बस्ता लेकर स्कूल पहुंचे थे। सिलपहरी में समय पूर्व बच्चों की छुट्टी कर दी गई। पचपेड़ी स्वामी आत्मानंद स्कूल में सफाई कर्मचारी की शिकायत की गई। प्राथमिक स्कूल मंगला में समय पूर्व 3 बजे छुट्टी कर दी गई। कन्या शाला सरकंडा में मध्यान्ह भोजन कक्ष के पास गुपचुप ठेला की अनुमति दी गई है। हरदीकला टोना में साढ़े 3 बजे शाला में एक भी विद्यार्थी नहीं था।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *