मवेशियों-बकरियों में खुरहा-चपका (एमएमडी) के बचाव हेतु मिशन मोड़ में सघन टीकाकरण प्रारंभ
कोरिया ।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें से मिली जानकारी के अनुसार जिले के अंतर्गत गौवंशीय, भैंसवंशीय, बकरी प्रजातियों में खुरहा-चपका (एफएमडी) से बचाव हेतु सघन टीकाकरण अभियान 15 अगस्त से प्रारंभ हो गया है, और यह टीकाकरण अभियान 30 सितम्बर 2024 तक चलेगा। उन्होंने बताया कि जिले के समस्त ग्राम पंचायतों में शतप्रतिशत टीकाकरण कार्य किया जाना है। योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु गठित टीकाकरण दल को टीका द्रव्य सहित आवश्यक सामग्रियॉ प्रदाय कर टीकाकरण कार्य हेतु 15 अगस्त से रवाना किया गया है।
उन्होंने बताया कि खुरहा-चपका (एफएमडी) के इस टीकाकरण अभियान में विकासखण्डों के प्रभारी अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। गौवशीयों, भैसवंशीयों एवं बकरी प्रजाति के पशुओं में टीकाकरण के प्रभावी असर हेतु पशुओं को टीकाकरण के पूर्व कृमिनाशक का दवा पान कराया गया है एवं शीत-श्रृंखला का विशेष ध्यान रखा जा रहा ताकि पशुओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता का अधिक से अधिक विकास हो सकें।जिले में संचालित मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई (एमवीयू) को भी इस कार्य में संलग्न किया गया है। जिले के समस्त संस्था प्रभारी, प्राईवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता-गौवसेवकों को प्रतिदिन किये गये टीकाकरण कार्य को भारत पशुधन एप्प में प्रविष्टि हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें ने जिले के समस्त पशुपालकों से आग्रह किया है कि संक्रमण खुरहा-चपका (एफएमडी) से बचाव हेतु सघन टीकाकरण कार्य में सहयोग करते हुए पशुधन विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, प्राइवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, गौ सेवकों को चाही गयी जानकारी प्रदान करने की बात कही गई है।