वन मंत्री केदार कश्यप ने ‘घर-घर पुस्तक, हर-घर लाइब्रेरी’ का किया शुभारंभ


रायपुर ।

वन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री  केदार कश्यप ने जिला प्रशासन बीजापुर के अभिनव पहल ‘‘घर-घर पुस्तक, हर-घर लाइब्रेरी’’ का शुभारंभ किया। मंत्री  कश्यप अपने एक दिवसीय बीजापुर जिले के प्रवास के दौरान जवाहर नवोदय विद्यालय ज्ञानगुड़ी एजुकेशन सिटी में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।

जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि नीति आयोग से प्राप्त राशि के द्वारा जिले के सभी घरों में कम से कम 10 पुस्तकें जिला प्रशासन द्वारा प्रदाय किया जा रहा है। यह पुस्तकें लोगों के मांग पर उनके मनपसंद साहित्यकारों की पुस्तके दी जाएगी। लोगों के मांग के अनुरूप पुस्तक की भाषा, विषय, साहित्यिक, दर्शन, सामान्य ज्ञान सहित सभी प्रकार की प्रत्येक इच्छानुसार पुस्तकें दी जाएगी। मंत्री  कश्यप ने इस अभिनव पहल सराहना करते हुए कहा कि लोगों को अपने घर में ही लाइब्रेरी का अनुभव हो सकेगा। इस  दौरान उन्होंने  लाभार्थियों को पुस्तक का भी वितरण किया।

कलेक्टर  अनुराग पाण्डेय के निर्देशन में जिले में शिक्षा के स्तर में व्यापक बदलाव लाने एवं अंदरूनी क्षेत्रों में पहली बार स्कूल खुलने की खुशी स्कूली बच्चों के उमंग और उत्साह का डाक्यूमेंट्री विडियो का एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रदर्शन किया गया। उन्होंने बताया कि शिक्षा के स्तर में सुधार लाने मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय के निर्देर्शों पर अमल करते हुए मुतवेंडी कांवड़गांव, डुमरीपालनार जैसे सुदूर एवं संवेदनशील गावों में पुनः स्कूल खोला गया जिसमें हजारों बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा गया। शिक्षा के साथ-साथ नियद नेल्लानार योजना के तहत बिजली, पानी, राशन जैसे बुनियादि सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।

इस दौरान इन 25 स्कूलों के स्थानीय स्तर पर नियुक्त शिक्षादूतों का सम्मान किया गया। वहीं जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर ने प्रभारी मंत्री को एक भारत श्रेष्ठ भारत नामक पुस्तक एवं सांसद श्री महेश कश्यप को वीर सावरकर के जीवन पर आधारित पुस्तकें भेंट की।कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष  शंकर कुड़ियम, उपाध्यक्ष  कमलेश कारम, जिला पंचायत सदस्य  बसंत राव ताटी,  नीना रावतिया उद्दे,  बी पुष्पाराव, वरिष्ठ नागरिक जी वेंकट, श्रीनिवास मुदलियार, पुलिस अधीक्षक डा. जितेन्द्र यादव सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।


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