रायपुर.
भारत समेत पूरी दुनिया में 15 जुलाई को नेशनल प्लास्टिक सर्जरी डे मनाया जाता है. प्लास्टिक सर्जरी के बारे में कई मिथ्स जुड़े हैं. लोगों को लगता है कि केवल मॉडल या फिल्म अभिनेत्रियां ही प्लास्टिक सर्जरी करवाती हैं. सच तो यह है कि प्लास्टिक सर्जरी किसी दुर्घटना या बीमारी के कारण खराब हो गए अंगों को ठीक करने से जुड़ा है. आइए जानते हैं प्लास्टिक सर्जरी से जुड़ी पांच मिथ्स और उनकी सच्चाई… के बारे में रायपुर ओम हॉस्पिटल के प्लास्टिक सर्जन डॉ कमलेश अग्रवाल से…
प्लास्टिक सर्जरी से जुड़ी पांच मिथक
प्लास्टिक सर्जरी में प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है ?
प्लास्टिक सर्जन डॉ कमलेश अग्रवाल कहते है कि लोगों को लगता है कि प्लास्टिक सर्जरी में प्लास्टिक या किसी आर्टिफिशियल चीज का उपयोग होता है, लेकिन ऐसा नहीं है. प्लास्टिक सर्जरी में प्लास्टिक शब्द ग्रीक भाषा के प्लास्टिकोज से लिया गया है, जिसका अर्थ मोल्ड करना या ढालना होता है. इस चिकित्सा में किसी कारण बिगड़ गए हुए अंगों को फिर से सही आकार दिया जाता है इसलिए इसे प्लास्टिक सर्जरी कहते हैं.
प्लास्टिक सर्जरी निशान रहित होगी
डॉ कमलेश अग्रवाल कहते है कि लोगों को लगता है कि प्लास्टिक सर्जरी में चीरे या टांके को कोई निशान नहीं होगा, लेकिन सच यह है कि सर्जन ऐसे स्थान पर चीरा लगाते हैं जो कम से कम नजर आए और काफी बारीक टांके का प्रयोग करते हैं. सर्जरी के बाद एक साल तक ये नजर आ सकते हैं.
प्लास्टिक सर्जरी से दूसरे व्यक्ति की शक्ल दी जा सकती है ?
फिल्मों में अक्सर दिखाया जाता है कि प्लास्टिक सर्जरी कराकर व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति का रूप ले लेता है, लेकिन सच यह है कि शक्ल में थोड़ी बहुत हेरफेर ही संभव है. कोई भी सर्जन प्लास्टिक सर्जरी से आपको किसी हीरो या हिरोइन की शक्ल नहीं दे सकता है.
प्लास्टिक सर्जरी और कॉस्मेटिक सर्जरी समान हैं ?
प्लास्टिक सर्जरी में कटलेख जलने या कैंसर जैसी किसी बीमारी के कारण अंगों में आई विकृति को ठीक किया जाता है जबकि कॉमेस्टिक सर्जरी प्लास्टिक सर्जरी का एक भाग है, जिसमें मुख्य रूप से नाक या ओठों के करेक्शन पर जोर दिया जाता है.
प्लास्टिक सर्जन और कॉस्मेटोलॉजिस्ट एक ही हैं ?
डॉ कमलेश अग्रवाल कहते है कि प्लास्टिक सर्जन पूरी तरह से मेडिकल प्राफेशन से जुड़े होते हैं. वे मेडिकल और सर्जरी का अध्ययन करते हैं जबकि कॉस्मेटोलॉजिस्ट नॉन मेडिकल प्रोफेशनल्स होते हैं जिन्हें मेकअप, ब्यूटी, हेयर की बुनियादी ट्रेनिंग दी जाती है.
प्लास्टिक सर्जरी की उपविशेषता कौन-कौन सी है ?
एस्थेटिक सर्जरी (सौंदर्य सर्जरी) – सौंदर्य और शारीरिक स्वरूप को सुधारने के लिए.
रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी (पुनर्निर्माण सर्जरी) – जन्मजात दोष, चोट, बर्न्स या अन्य चिकित्सीय स्थितियों के कारण क्षतिग्रस्त शरीर के अंगों को पुनः बनाना.
हैंड सर्जरी (हाथ की सर्जरी) – हाथ और ऊपरी अंगों की बीमारियों और चोटों का इलाज.
क्रेनियोफेशियल सर्जरी (कपाल-मुख सर्जरी) – सिर, चेहरे, और जबड़े की विकृतियों का इलाज.
माइक्रोसर्जरी (सूक्ष्म सर्जरी) – अत्यधिक छोटे और सटीक सर्जिकल प्रक्रियाओं के लिए, जैसे कि नसों और रक्त वाहिकाओं की सर्जरी.
बर्न सर्जरी (जलने की सर्जरी) – जलने से होने वाले घावों और निशानों का इलाज
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