नई दिल्ली।
देश के किसान अब पारंपरिक खेती को छोड़कर नकदी फसल की ओर ध्यान दे रहे हैं। कुछ ऐसे ही किसान अब जोजोबा (Jojoba) की खेती में जुट गए हैं। यह एक विदेशी मूल का पौधा है।
इंटरनेशनल मार्केट में जोजोबा की जबरदस्त मांग
इसे होहोबा के नाम से भी जाना जाता है। इंटरनेशनल मार्केट में जोजोबा की काफी मांग है। भारत में भी अब इसकी खेती शुरू की गई है। यह फसल ज्यादातर रेगिस्तान वाले इलाकों में होती है। भारत में राजस्थान एक ऐसा राज्य है जहां के किसान फसल के जरिए लाखों की कमाई सालाना करते हैं।
जोजोबा तेल की कीमत ₹ 7000 प्रति लीटर
जोजोबा की खेती का मुख्य मकसद इसके बीजों से तेल निकालना है। बाजार में इसके तेल की डिमांड बहुत ज्यादा है। इस तेल की कीमत करीब 7000 रुपये प्रति लीटर है। इस तेल का इस्तेमाल फेस और स्किन लिए मॉइस्चराइजर, शैंपू- कंडीशनर, हेयर ऑयल, लिपस्टिक, एंटी-एजिंग और सन केयर प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं इसका इस्तेमाल केमिकल्स और दवाइयां बनाने में भी बड़े पैमाने पर होता है।
कैसे करें जोजोबा की खेती
जोजोबा कई तनों वाला एक झाड़ीदार या छोटा पेड़ होता है। यह रेगिस्तानी इलाकों में भी उगता है। यह पेड़ 8 से 19 फीट तक लंबा होता है। इसकी खेती के लिए ज्यादा किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। थोड़ी सी सिंचाई करने पर जोजोबा के पौधे ग्रोथ करने लगते हैं। रेतीली मिट्टी में भी जोजोबा के पौधे उग आते हैं। इन पौधों को किसी भी तरह के खाद की कोई जरूरत नहीं रहता है। कुल मिलाकर जिन इलाकों में पानी का भारी संकट हो। उन इलाकों में भी जोजोबा की खेती कर मोटी कमी कर सकते हैं। रेगिस्तान और बंजर जमीन में भी किसानों के लिए नई उम्मीद है। इसके फायदों से अंजान किसान इसे बेहद कम खर्च में उगाकर बंपर कमाई कर सकते हैं।
100 साल से ज्यादा पौधे की उम्र
दुनिया भर में जोजोबा की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। इसलिए इसके दाम भी अच्छे मिल जाते हैं। जोजोबा के 20 किलो बीज से करीब 10 लीटर तेल निकाल सकते हैं। अगर एक बार इस पेड़ को लगा दिया तो कम से कम 100 साल तक कमाई कर सकते हैं।
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