मनरेगा के मजदूरी में मात्र 22 रु की वृद्धि ऊंट के मुंह में जीरा के समान


 रायपुर । केंद्र सरकार के द्वारा मनरेगा के मजदूरी में 22रु की वृद्धि को कांग्रेस ने ऊंट के मुंह में जीरा करार दिया। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी  सरकार ने मनरेगा की  मजदूरी में मात्र 22 रु की वृद्धि कर बता दिया कि गरीबों को लेकर मोदी सरकार के पास कोई बेहतर सोच नहीं है। कांग्रेस ने केंद्र में सरकार बनने पर राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिदिन वेतन 400 रु की गारंटी दी  हैं. इससे छत्तीसगढ़ में  मनरेगा के श्रमिकों को 400 रु प्रतिदिन मजदूरी देने की गारंटी हैं. मनरेगा की शुरुआत भी कांग्रेस की सरकार के दौरान ही हुआ था और 100 दिन की रोजगार की गारंटी दी गई थी।


प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के चलते जहां महंगाई चरम सीमा पर है खाद्य सामग्री, दवाइयां, जूता, चप्पल, सब्जी, भाजी, दाल, चावल
, रसोई गैस,पेट्रोल, डीजल, रेल किराया सभी के दाम आसमान छू रहे हैं ऐसे में मनरेगा की मजदूरी में 22रु की वृद्धि करना महंगाई से जख्मी श्रमिक साथियों के जख्मों पर नमक छिड़कना है।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना की शुरुआत गांव में घर के आगे रोजगार उपलब्ध कराना था इसके माध्यम से 100 दिन की रोजगार की गारंटी दी गई थी मोदी सरकार 100 दिन की रोजगार की गारंटी को भी पूरा नहीं कर पाई है राष्ट्रीय स्तर पर औसत 37 दिन एक श्रमिक को रोजगार मिला है। इसे समझ में आता है कि मोदी सरकार ने मनरेगा के श्रमिकों को भी धोखा दिया है रोजगार गारंटी के कानूनी अधिकारों का भी हनन किया है।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने मनरेगा के माध्यम से 127 दिन कार्य दिवस दिया है 27 करोड़ से अधिक कार्य दिवस देखकर लाखों श्रमिकों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराये हैं. जिसके चलते ग्रामीण अर्थव्यवस्थररिााा मजबूत हुई है पलायन रुका है श्रमिकों को रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़ा है. अब केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को मनरेगा के माध्यम से 400 रु प्रतिदिन मजदूरी मिलेगा।

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