झाबुआ।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों के तहत राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग शिक्षा मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के असाक्षरों को साक्षर करने हेतु “उल्लास-नवभारत साक्षरता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। सर्वे अनुसार झाबुआ जिले में 169355 असाक्षरों को 2026-27 तक पूर्ण साक्षर किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।
कार्यक्रम अन्तर्गत भारत सरकार के निर्देशानुसार झाबुआ जिले में 17 मार्च 2024 को प्रातः 10:00 बजे से सायं 05:00 तक जिले के 1305 परीक्षा केन्द्रों पर ‘बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक मूल्याकंन परीक्षा’ का आयोजन किया जा रहा है। उक्त परीक्षा हेतु राज्य शिक्षा केन्द्र, भोपाल द्वारा 34,767 नवसाक्षरों को परीक्षा में सम्मिलित कराने का लक्ष्य प्रदाय किया गया है। नवागत कलेक्टर नेहा मीना जिले में शिक्षा के क्षेत्र में विशेष कर बालिका शिक्षा एवं महिला साक्षरता पर उल्लेखनीय कार्य करना चाहती है। इस संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रेखा राठौर द्वारा जिले के समस्त बीईओ, बीआरसी एवं विकासखंड सहसमन्वयक (साक्षरता) की बैठक कलेक्टर सभाकक्ष में ली गई। जिसमें जिला प्रौढ शिक्षा अधिकारी जगदीश सिसोदिया ने परीक्षा की तैयारी के संबंध में एवं लक्ष्य प्राप्ति की रणनीति के बारे में अवगत कराया गया। जिला परियोजना समन्वयक रालू सिंह सिंगार द्वारा परीक्षा व्यवस्थित रूप से संचालित की जाने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में मूल रूप से महिलाओं को परीक्षा में सम्मिलित करने एवं पात्रता अनुसार व्यवस्थित परीक्षा संचालन के निर्देश दिये गये। जिला स्तर विकासखंड स्तर से परीक्षा केन्द्रों के अवलोकन हेतु दल बनाये जाने एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को अनुविभाग का नोडल बनाया गया है। परीक्षा में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने हेतु निर्देश दिये गये। समाज के प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति को जोडने एवं साक्षरता परीक्षा केन्द्र पर लाने हेतु निर्देशित किया गया।
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