कटनी,
कटनी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत हिरवारा निवासी मंजू बर्मन आज गांव की आत्मनिर्भर महिलाओं में शामिल हैं। मंजू गांव में छोटी सी किराना की दुकान चलाकर किसी तरह से अपने परिवार का भरण पोषण कर रही थीं। मध्यप्रदेश डे. राज्य आजीविका मिशन गरीब परिवार की महिलाओं को स्व सहायता समूह के माध्यम से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रहा है और उससे जुड़ने के बाद न सिर्फ मंजू ने अपनी आय बढ़ाई बल्कि उनके द्वारा बनाए गए पापड़ की क्षेत्र में डिमांड है।
हिरवारा निवासी मंजू बर्मन की गांव में किराना की छोटी सी दुकान थी, जिसके माध्यम से होने वाली आय परिवार के भरण पोषण के लिए काफी नहीं थी। मंजू बताती हैं कि कभी अचानक पैसे की जरूरत पड़े तो काफी परेशानी उठाना पड़ती थी और ब्याज दर अधिक होने से साहूकारों से भी पैसा नहीं ले पाती थीं।
मंजू तीन साल पूर्व रौनक स्व सहायता समूह से जुड़ी और उसके बाद सभी महिलाओं ने प्रति सप्ताह 10 रूपये की बचत करना प्रारंभ किया। प्रथम ग्रेडिंग के रूप में प्राप्त 13 हजार रूपये और समूह को सीआईएफ राशि से 50 हजार रूपये मिले, जिससे आर्थिक मदद लेकर मंजू बर्मन ने पूर्व में संचालित किराना दुकान का कार्य बढ़ाया। साथ ही सिलाई का कार्य प्रारंभ किया और पापड़ बनाने का काम भी शुरू किया। कई तरह के पापड़ बनाकर मंजू गांव व आसपास के गांव में बेचना प्रारंभ किया। मंजू ने बताया कि पहले उसकी मासिक आय 4 हजार से 4500 रूपये के आसपास थी और समूह के माध्यम से अपने कार्य को बढ़ाने के बाद अब हर माह उसे 12 हजार रूपये तक प्राप्त हो जाते हैं, जिससे उसके परिवार का भरण पोषण बहुत अच्छे तरह से हो पा रहा है।
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