कलेक्टर ने नंदनमारा स्कूल के विद्यार्थियों के साथ किया ’न्योता भोज’


उत्तर बस्तर कांकेर / प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत जिले के स्कूलों में न्योता भोज की शुरूआत आज से की गई। इसी क्रम में कलेक्टर अभिजीत सिंह ने कांकेर विकासखण्ड के ग्राम नंदनमारा स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में जाकर विद्यार्थियों के साथ न्योता भोज किया। इस दौरान उन्होंने कक्षा 7वीं की छात्रा कुमारी जाह्नवी सोनकर के जन्म दिन के अवसर पर उसे केक खिलाकर सभी विद्यार्थियों को चॉकलेट वितरित किया।
कलेक्टर आज दोपहर 1.30 बजे शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला नंदनमारा पहुंचे जहॉ पर सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों से भेंट की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को इसमें सहभागी बनने की अपील की। कलेक्टर ने कक्षा 7वीं की छात्रा कु. जाह्नवी के जन्म दिवस के अवसर पर उनके पिता हीरालाल सोनकर एवं माता रुख्मणी सोनकर की उपस्थिति में केक खिलाकर उन्हें शुभकामनाएं दीं। इसके बाद सभी स्कूली विद्यार्थियों के साथ जमीन पर बैठकर न्योता भोज किया। उनके साथ स्थानीय सरपंच सहित जिले के अधिकारियों ने भी न्योता भोज का स्वाद लिया। तत्पश्चात् सभी छात्राओं को चॉकलेट वितरित किया। इस दौरान कलेक्टर ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि वे अपने अभ्यास और प्रयास निरंतर जारी रखें और निर्धारित लक्ष्य को हांसिल करने के लिए आगे बढ़ें। छोटी कोशिशो से बड़े से बडा लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। इस दौरान कलेक्टर के पूछे जाने पर विद्यार्थियों ने कहा कि वे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर कलेक्टर, डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, पुलिस और फौजी बनना चाहते हैं, जिस पर कलेक्टर ने सभी बच्चों को अपनी शुभकामनाएं दी। इसके पहले, उन्होंने ग्रामीणों व शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत स्कूलों में विद्यार्थियों को गुणवत्ता एवं पोषणयुक्त भोजन प्रदाय किया जा रहा है। सरकार का  उद्देशय   सिर्फ भोजन कराना ही नहीं अपितु विद्यार्थियों को पौष्टिक आहार प्रदान करना भी है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी शुभ अवसर जैसे-विवाह, जन्मदिन, वर्षगांठ, गृह प्रवेश आदि मौकां पर वे अपना सहयोग प्रदान कर इस पुनीत कार्य में साझेदारी कर सकते हैं। इससे सामाजिक समरसता और सहभागिता की भावनाएं भी विकसित होती हैं।
कलेक्टर ने इस दौरान विद्यालय के विभिन्न कक्षों एवं परिसर का अवलोकन किया तथा वहॉ अनुकूल वातावरण स्वच्छता और सुव्यवस्थित रख-रखाव व प्रबंधन की सराहना की। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी भुवन जैन, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त   एलआर कुर्रे सहित स्कूल  शिक्षा  विभाग के अधिकारी, शिक्षक व ग्रामीणजन उपस्थित थे।


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