लखनपुर।18 फरवरी 2024/ एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र के अमेरा खुली खदान में रोड सेल कोयला परिवहन में अवैध वसूली की जा रही है। लिफ्टरों के माध्यम से वसूली का यह खेल बेधडक़ चल रहा है। परिवहनकर्ताओं को भी पता है कि उन्हें राशि देनी है। अब धीरे-धीरे इसका विरोध शुरू हो गया है हालांकि प्रबंधन वसूली के आरोप से इंकार कर रहा है।अमेरा खुली खदान से प्रति दिन लगभग 40 से 50 ट्रक रोड सेल का कोयला परिवहन होता है। इसमें तीन हज़ार की दर से एक से डेढ़ लाख रुपये प्रति दिन वसूली की जा रही है।अमेरा खुली खदान में एसईसीएल प्रबंधन और कोयला ठेकेदारों की सांठ – गांठ और मिलीभगत कर लिफ्टरों के माध्यम से खदान में गुणात्तायुक्त स्टीम कोयला को मजदूरों के माध्यम से छटाई कराया जाता है और इसके एवज में एसईसीएल प्रबंधन को ट्रकों से वसूली कर मोटी रकम दिया जाता है। जबकि स्टीम कोयला छंटाई करने का कोई भी प्रविधान नहीं है और एसईसीएल प्रबंधन नियम को ताक में रख कर लालच में अमेरा खुली खदान में इस धंधे को बढ़ावा दे रहा है।रोड सेल के कोयला परिवहन में लिफ्टर एवं एसईसीएल प्रबंधन की मिलीभगत है। वसूली की हिस्सेदारी में कई लोग शामिल रहते हैं। अमेरा खुली खदान में विगत एक महीना से रोड सेल कोयला परिवहन के नाम से एसईसीएल प्रबंधन और कोयला लोड करने वाले लिफ्टर के माध्यम से प्रति ट्रक लगभग 3 हजार रूपये की वसूली कराई जा रही है। सूत्रों ने बताया कि अलग-अलग कारणों से वसूली की जा रही है।खदान खर्च के नाम पर दो हज़ार रुपए ट्रकों के भाड़ा में से कटौती की जाती है। ट्रकों में कोयला लोड करने वाले लिफ्टर के द्वारा पांच सौ रुपये प्रति ट्रक से अवैध वसूली की जाती है।प्रति ट्रकों को कांटा घर में कोयला तौल करने के नाम से 250 रूपये लिया जाता है और तिरपाल बांधने के नाम से 250 रूपये प्रति ट्रक वसूल किया जा रहा है जबकि ऐसा कोई नियम नहीं है। राशि नहीं देने पर कोयला लोडिंग व परिवहन प्रभावित हो जाता है। अमेरा खुली खदान में माह जनवरी से रोड सेल का कार्य प्रारम्भ किया गया हैं। इसमें ट्रक के माध्यम से कोयला परिवहन किया जा रहा है। कई कंपनियों के द्वारा एसईसीएल के अमेरा खुली खदान की कोयला की नीलामी के माध्यम से कोयला लिया गया। कोयला परिवहन का कार्य जनवरी माह प्रारम्भ कर एक माह हो चुके है इसके उपरांत दूसरा माह फरवरी में भी चल रहा है । प्रतिदिन लगभग 40 से 50 ट्रक कोयला परिवहन करते हैं । प्रति माह 30 से 40 लाख रुपये की वसूली कराने का मामला सामने आया हैं। ट्रक चालकों एवं ट्रक मालिकों का कहना है कि एसईसीएल प्रबंधन द्वारा दबाब बनाया जा रहा है। आपत्ति करने पर ब्लेक लिस्टेड करने की धमकी दी जाती है। ट्रक के चालकों का कहना है कि अमेरा खुली खदान में यह मनमानी लगातार हो रही है। ट्रकों को ब्लैक लिस्टेड करने की धमकी देकर दबाब बनाया जा रहा है। यदि जांच हो तो सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। सहक्षेत्र प्रबंधक मुकेश चौधरी से नियम विरुद्ध तरीके से राशि वसूल करने को लेकर बात की गई। उन्होंने दावा किया कि इस तरह का कोई अवैध वसूली नहीं किया जा रहा है। नियमों के तहत कार्य होता है।
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