सफलता की कहानी : रंग से रेनोवेशन


महासमुंद, 15 फरवरी 2024 /निर्मल आंगनबाड़ी अभियान अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य कर आंगनबाड़ी केंद्र को आदर्श स्वरूप प्रदान करने वाली बागबाहरा विकासखंड के आंगनबाड़ी केंद्र बागबाहरा कला की कार्यकर्ता श्रीमती अनुपा ठाकुर अपने कार्य से अन्य कार्यकताओं के लिए मिसाल बन गई है। चर्चा के दौरान उन्होंने हर्ष के साथ बताया कि पीरामल टीम एवं परियोजना अधिकारी द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सेक्टर बैठक के दौरान निर्मल आंगनबाड़ी अभियान कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्राप्त करके बहुत की अच्छा लगा। कार्यशाला से वापस आकर मैंने इस बारे में विचार किया कि मुझे भी अपने आंगनबाड़ी को बहुत ही सुंदर बनाना है जो कि अंदर से तो सुंदर रहे ही साथ ही बाहर से देखते ही सभी के लिए आकर्षक हो जाए। चूंकि मुझे साज-सज्जा की वस्तुएं बनाना, चित्रकला, पेंटिंग ये सभी चीजे हमेशा से ही पसंद थी इसलिए मैंने सोचा की क्यों न सभी लोग मिलकर आंगनबाड़ी की पुताई करें और आंगनबाड़ी को आकर्षक बनाए। इसके लिए मैंने स्वयं की धनराशि का उपयोग करते हुए आंगनबाड़ी केंद्र की पुताई करवाने का जिम्मा उठाया और इस संबंध में सहायिका, सरपंच और बच्चां के परिजनों से चर्चा की, सभी को मेरा विचार अच्छा लगा। सभी एक साथ मिलकर आंगनबाड़ी की पुताई किए। जिसमें मेरे साथ सहायिका श्रीमती कुन्नी बाई ठाकुर, सरपंच श्रीमती प्रीति सोनवानी, समुदाय की सदस्य भावना पटेल, मंटोरा, रेखा वर्मा शामिल थी।आंगनबाड़ी के रंगरोगन के पश्चात मैंने देखा की सभी के चेहरे में खुशी थी। सबका कहना था की इससे सुंदर आंगनबाड़ी पहले नहीं देखा और हमने इसे सुंदर बनाने में योगदान दिया है इसकी खुशी हम शब्दो में बया नहीं कर सकते। यह सुनते ही मुझमें आत्मविश्वास जगा कि इस पहल से बदलाव की दिशा मिल सकती है।निर्मल आंगनबाड़ी अभियान ने मुझे एक नया मोड़ दिया जिससे मुझमें अभिलाषा उत्पन्न हुई कि मैं अपने आंगनबाड़ी को रंगरोगन कर सुंदर स्वरूप दूं और सभी बच्चों के लिए सुंदर वातावरण का निर्माण करूं जिससे बच्चे खुशी से आंगनबाड़ी में प्रवेश करें। सरपंच ने अवलोकन के दौरान बताया कि उन्होंने उनकी बेटी के माध्यम से भी सामुदायिक अभियान के प्रभाव को महसूस किया, उनकी बच्ची ने बताया कि उसकी आंगनबाड़ी अब सुंदर दिख रही है जिसका प्रभाव उस बच्ची से सुनने को मिला।


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