पाकिस्तान में त्रिशंकु संसद नवाज बिलावल या इमरान… कौन बनाएगा सरकार हिंदू प्रत्याशी महेश मलानी चुनाव जीते

इस्लामाबाद, १२ फरवरी । पाकिस्तान में मतगणना शुरू होने के बाद दस घंटे से ज्यादा समय तक बनी उहापोह की स्थिति के बाद परिणाम आए तो इमरान खान की पार्टी पीटीआई की झोली भर गई और वह सबसे बड़ा दल बनकर उभरी। लेकिन किसी दल को स्पष्ट बहुमत न मिलने के कारण संसद (नेशनल असेंबली) त्रिशंकु रूप ले गई।पाकिस्तान के जियो न्यूज के अनुसार संसद की 241 सीटों के आए परिणामों में पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ) समर्थित प्रत्याशियों ने 96 पर जीत हासिल की है जबकि दूसरे स्थान पर नवाज शरीफ की पार्टी- पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) है। पीएमएल (एन) के 69 प्रत्याशी जीते हैं जबकि बेनजीर भुट्टो की विरासत वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के हिस्से में 52 सीटें आई हैं। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के प्रत्याशी 15 सीटों पर जीते हैं। पीएमएल एन नेता नवाज शरीफ ने सबसे बड़ी पार्टी का नेता होने का दावा करते हुए सरकार बनाने का अधिकार जताया है। एआई जेनरेटेड इमेज के जरिये जेल में बंद इमरान खान ने भी चुनाव में जीत का दावा किया है। लेकिन पीटीआइ ने साफ कर दिया है कि वह किसी के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाएगी। गुरुवार को 265 संसदीय सीटों के लिए वोट पड़े थे। एक सीट पर प्रत्याशी की मौत हो जाने के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने चुनाव परिणामों में विलंब के लिए संचार व्यवस्था और नए एप में खामी को जिम्मेदार बताया है लेकिन सभी प्रमुख दलों ने व्यवस्था पर असंतोष जताया है। मतदेय स्थलों पर मतगणना अभी जारी है। पीटीआई के प्रमुख गौहर अली खान ने बुनेर सीट से चुनाव जीत लिया है। जबकि तीन बार प्रधानमंत्री रहे पीएमएल एन नेता नवाज शरीफ लाहौर से चुनाव जीत गए हैं लेकिन मानसेहरा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी शहजादा गास्तासाप से वह हार गए हैं। इसी प्रकार से पीपीपी के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी शाहदादकोट और लरकाना से जीत गए हैं लेकिन लाहौर में पीएमएल एन के अताउल्ला तरार से हार गए हैं। वहीं, पाकिस्तान की राजनीति के चर्चित चेहरे और जेयूआई एफ के प्रमुख मौलाना फजल-उर-रहमान खैबर पख्तूनख्वा की डेरा इस्माइल सीट पर पीटीआई समर्थित अली अमीन गंडापुर से हार गए हैं। जबकि, पीपीपी की टिकट पर सिंध प्रांत की एनए-215 सीट से चुनाव लड़े हिंदू प्रत्याशी महेश मलानी चुनाव जीत गए हैं। इस सीट पर वह लगातार दूसरी बार जीते हैं। खैबर पख्तूनख्वा की बुनेर सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ीं डा. सवीरा प्रकाश हार गई हैं। मुंबई के आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद लाहौर संसदीय सीट पर चुनाव हार गया है। चुनाव आयोग द्वारा पीटीआई के चुनाव चिह्न क्रिकेट बैट के इस्तेमाल पर रोक लगाने से पार्टी समर्थक निर्दलीय आधार पर चुनाव लड़े थे। पार्टी को अब डर है कि देश और प्रदेशों में सरकार बनाने के लिए पीएमएल एन और पीपीपी इन निर्दलियों का समर्थन प्राप्त कर सकती हैं।