रायपुर, 15 जनवरी 2024। आईसीएफएआई रायपुर के एफएमएस विभाग द्वारा “समसामयिक रुझान और वैज्ञानिक अनुसंधान के बुनियादी सिद्धांत” विषय पर की समाप्ति ।एक सप्ताह की कार्यशाला का समापन डॉ.अजय सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, कॉलेज ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, यूनिवर्सिटी एफ हेल, सऊदी अरब के सत्र के साथ हुआ। डॉ. सिंह ने “मौजूदा साहित्य और निष्कर्ष के साथ गहन चर्चा कैसे लिखें या निष्कर्षों के बीच बातचीत कैसे करें” विषय पर चर्चा की। उन्होंने बताया है कि शोध प्रश्नों की पहचान कैसे की जाए, समीक्षकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए सार में किन-किन बिंदुओं का उल्लेख किया जाना चाहिए, सार में किन मुख्य शब्दों को शामिल किया जाना चाहिए ताकि पेपर को की वर्ड सर्च की मदद से आसानी से खोजा जा सके। वे पांडुलिपियों के लेखन परिचय, शोध में प्रयुक्त होने वाली सामग्री एवं विधियों तथा परिणाम में उल्लेखित किये जाने वाले तथ्यों के बारे में बताते रहे। उन्होंने विषय के अन्य पहलुओं पर भी विस्तार से चर्चा की। सत्र के बाद प्रतिभागियों द्वारा विषय की समझ की जांच करने के लिए प्रश्नोत्तरी की गई।समापन सत्र की शुरुआत गणमान्य व्यक्तियों के पुष्प स्वागत और कुलपति डॉ. सी.पी. दुबे के संबोधन से हुई ।एक सप्ताह की कार्यशाला प्रोफेसर सी पी वर्मा, डीन और प्रमुख- अरनी स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड कॉमर्स पर समापन टिप्पणी के साथ हुई। इसके बाद डॉ.संजय यादव को उनके सराहनीय कार्य, उत्कृष्ट प्रदर्शन और कार्यशाला का सफल आयोजन के लिए स्मृति चिन्ह और प्रशंसा पत्र भेंट किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ.संजय यादव ने दिया जो इस अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला के संयोजक थे। संयोजक डॉ. संजय यादव को यह बताते हुए प्रसन्नता ज़ाहिर किया कि पूरे भारत और अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जाम्बिया और इथियोपिया जैसे दुनिया के कुछ अन्य देशों से 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया था। जिसमें 6 प्रोफेसर, 24 एसोसिएट प्रोफेसर, 126 असिस्टेंट प्रोफेसर और बाकी विभिन्न विषयों के रिसर्च स्कॉलर और छात्र थे।
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