मड़ई में धड़ल्ले से जारी है खड़खड़िया का जुआ
धमतरी,12 जनवरी 2024: जिले के कुरूद थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव में चल रही मातर, मडई में जमकर हो रहा है खड़खड़िया का जुआ। खड़खड़िया खेल का गुंडा खिला रहा है झंडा मुंडा और कर रहा है लाखों के बारे न्यारे।। जिले के पुलिस अधीक्षक के सख्त निर्देश के बावजूद भी कुरूद थाना क्षेत्र में नही थम रहा, सट्टा, जुआ से लेकर खड़खड़िया का खेल। डबल तिबल के लालच में पड़कर किसान, व्यापारी ही नही बल्कि युवा वर्ग, कॉलेज के युवा भी फस रहे लालच के फेर में और लूटे जा रहे सट्टे, जुआ और खड़खड़िया के लुटेरो द्वारा।*
कुरूद क्षेत्र में इन दिनों तरह तरह के जुआ का खेल जारी है। जिसे रोकने पुलिस प्रशासन गंभीर नहीं हैं।
12 जनवरी को धमतरी विकासखंड के ग्राम सिवनी खुर्द(बारना) में हुए मड़ई में खड़खड़िया नामक जुआ से हार जीत का दांव लग रहे थे। धान की कटाई के बाद ग्रामीण इलाकों में मड़ई का सीजन चल रहा है। शहर से 10- 20 किमी दूरी वाले अधिकांश गांवों में मड़ई के दौरान खड़खड़िया जुआं चल रहा है। इसके संचालन में कुछ पुलिस कर्मियों के साथ गांव के प्रमुखों की सहभागिता बताई जाती है। खड़खड़िया जुआं का कर्म संचालन वैसे तो मड़ई में होता है।
जिसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। जिसके कारण ग्रामीण अपनी मेहनत की कमाई खड़खड़िया जुआं में लगा देते हैं। खड़खड़िया जुआं खिलाने वाले गिरोह में 25 से 30 लोग शामिल रहते हैं। जो शाम होते ही मड़ई स्थल पर ही अड्डा जमाकर जुआं खिलाते हैं। रात भर इस जुएं में लाखों रूपये का दांव लगता है। खड़खड़िया खिलाने वाले लोग गांव के प्रमुखों को मड़ई की पूरी खर्च की राशि वहन करते हैं। थाना के कुछ पुलिस कर्मी भी इसमें संलिप्त रहते हैं। जिसके कारण शिकायत उच्च अधिकारियों तक नहीं पहुंचती। ग्रामीण इलाके में चल रहे ऐसे जुएं पर रोक लगाने की मांग को लेकर एक धार्मिक संस्था ने भी पुलिस विभाग को ज्ञापन दिया था।
शहर में भी सट्टेबाजी का खेल बढ़ गया है। अधिकांश वार्डों में बड़े-बड़े खाईवाल हैं जो प्रतिदिन लाखों रूपये की सट्टा पट्टी ले रहे हैं। खाईवाल के एजेंट सट्टा लिखने के लिए वार्डों में घूमते रहते हैं। शाम को पट्टी जमा करायी जाती है। अधिकांश लोग अब सीधे खाईवाल के पास या उनके एजेंट के पास मोबाईल के माध्यम से सट्टा नंबर लिखाने लगे हैं। और मेले मड़ाई में तो चंद घंटों के झंडे मुंडे में लाखो के वारे न्यारे कर लेते है। और इससे जुड़े लोग पुलिस प्रशासन, पंचायत के लोग आपस मे बंदरबाट भी कर लेते है।