बिलासपुर/06 दिसंबर 2023/ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री संतोष कुमार सिंह के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री राजेंद्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमती अर्चना झा, के मार्गदर्शन में बिलासपुर जिले के विभिन्न थानों में दर्ज बालिकाओं के अपहरण के मामलों के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत कोलकाता, कटनी एवम् राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में टीम भेजी गई , जिसके अंतर्गत विगत 10 दिनों में कुल 25 बालिकाओं की बरामदगी कर, उन बालिकाओं को परिजनों को सौंपा गया है और साथ ही अपराधियों की गिरफ्तारी की गयी है। थाना मस्तूरी में 6, सिविल लाइन में 5, रतनपुर में 4, सरकंडा में 3, कोटा , तखतपुर, बिल्हा में 2-2, संकरी में 1 प्रकरण में बालिकाओं की बरामदगी की गई। ऐसे ही कुछ प्रमुख प्रकरणों की संक्षिप्त का विवरण इसप्रकार है-
1. नाबालिग के पिता द्वारा थाना तोरवा में अज्ञात व्यक्ति के द्वारा उसकी नाबालिग लडकी को बहला फुसलाकर अपहरण करने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज करायी गई थी जिस पर थाना तोरवा में अपराध क्रमांक 412 / 2023 धारा 363 भादवि कायम किया गया था। तत्काल अपहृत नाबालिग एवं अज्ञात आरोपी की पता तलाश की जा रही थी जो नाबालिग को दिनांक 01.12.2023 को कटनी रेल्वे स्टेशन से आरोपी जसबीर , हरदीप सिंह परवीर के कब्जे से बरामद किया गया जो प्रकरण की विवेचना में नाबालिग के कथन में आरोपी जसबीर सिंह उर्फ परवीर के द्वारा नाबालिग को बहलाफुसला कर एवं रेलवे स्टेशन में कुछ नशे की गोली खिलाअपहरण कर बलात्कार करने की पुष्टि होने पर आरोपी जसबीर सिंह उर्फ परवीर को गिरफतार किया गया है। आरोपी से पूछताछ करने पर उसके द्वारा जुर्म स्वीकार करने से विधिवत् गिरफतार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
2) नाबालिग के पिता द्वारा थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी बालिका साकिन दईहानपारा, बटालियन रोड, थाना सकरी दिनांक 11.11.2023 के 02.30 बजे सुबह घर से बिना बताए कहीं चली गई थी कि आस-पास, रिश्तेदारों से पतासाजी करने पर कोई पता नहीं चलने पर प्रार्थी के रिपोर्ट पर दिनांक 11.11.2023 को अपराध क्रमांक 774/23 कायम कर विवेचना में लिया गया। पता तलाश दौरान पता चला कि उक्त गुमशुदा बालिका कोलकाता के अमड़गा क्षेत्र में है। सूचना पर तत्काल दीगर राज्य टीम भेजकर थाना लाकर गुमशुदा बालिका से पूछताछ करने पर माता-पिता को डांट से नाराज होकर ट्रेन से कोलकाता चले जाना और इस दौरान किसी भी अपराध का न होना स्वीकार किया गया। जिसे समक्ष गवाहान के बरामद कर पिता को सुपुर्द किया गया। आगे भी यह अभियान जारी रहेगा ।
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