इजरायल में जारी है जंग क्या हैं युद्ध के नियम हमास पर इसे तोड़ने का आरोप
नई दिल्ली , 12 अक्टूबर , 2023 /
जंग में क्या होता है? आसमान से बम गिरते हैं, चारों तरफ से गोलियां चलती हैं और शवों का अंबार लगता है. इजरायल और हमास की जंग में भी यही हो रहा है. फिलिस्तीन आतंकी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया तो इस दौरान उसने 5 हजार रॉकेट दागे. साथ ही इजरायल में घुसकर कत्लेआम मचा दिया. हजारों की संख्या में उसने नागरिकों को बंधक बना लिया.
हमास के आंतकियों ने आसमान, पानी और हवा से इजरायल में घुसपैठ की. कहा जा रहा है कि 50 साल के इतिहास में यह इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला है. वहीं इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) युद्ध से जुड़े तस्वीरें लगातार सोशल मीडिया पर शेयर कर रहा है. IDF ने इसे युद्ध अपराध करार दिया है. लेकिन सवाल है कि आखिर युद्ध के क्या नियम हैं. अगर इन नियमों का उल्लंघन होता है तो इसे क्या कहा जाता है
कब तय हुआ युद्ध का नियम?
बता दें कि अगर युद्ध के नियमों का उल्लंघन होता है तो इसे युद्ध अपराध कहा जाता है. इस तरह के कुछ नियम दूसरे विश्व युद्ध के बाद तय किए गए. जैसा कि मालूम है कि साल 1939 से 1945 तक दूसरा विश्व युद्ध हुआ. इसके बाद दुनिया के देशों ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि इस तरह की तबाही फिर ना हो. इसके लिए दुनिया के नेता साल 1949 में स्विट्जरलैंड की राजधानी जेनेवा में जुटे. इस कन्वेंशन को जेनेवा कन्वेंशन कहा गया.
जेनेवा कन्वेंशन में बनाए गए कानून को इंटरनेशनल ह्यूमैनेटिरियन लॉ (International Humanatarian law) कहा गया. इस कानून में 161 नियम है, जिसे 196 देशों ने मान्यता दे रखी है. इसमें साफ कहा गया है कि जब किसी देश के अंदर युद्ध हो रहा होता है तो यह कानून लागू नहीं होता है. लेकिन दो देश आपस में जंग कर रहे होते हैं और उसमें हथियारों का उपयोग किया जा रहा है तो यह कानून लागू होता है |