Day: September 7, 2023

  • राममय हुआ रामगढ़, भगवान राम की 25 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण

    राममय हुआ रामगढ़, भगवान राम की 25 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण

    रायपुर. 7 सितम्बर 2023  /छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी राम वनगमन पर्यटन परिपथ में शामिल सरगुजा का रामगढ़ आज से भगवान श्रीराम को समर्पित हुआ। उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज रामगढ़ में भगवान श्री राम की 25 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने इसके साथ ही श्री राम वाटिका, राम वनगमन पर्यटन परिपथ के अंतर्गत छह करोड़ 76 लाख रुपए की लागत के टूरिस्ट इनफॉर्मेशन सेंटर, पब्लिक अप्रोच रोड डेव्हलपमेंट, कॉटेज व डॉरमेट्री सहित विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। उप मुख्यमंत्री श्री सिंहदेव ने इस मौके पर वहां श्री राम वाटिका में ‘सप्तसुर’ का पौधा रोपित किया।उप मुख्यमंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़, खासकर सरगुजा संभाग प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण है। राम वनगमन पर्यटन परिपथ की परिकल्पना के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए श्री सिंहदेव ने कहा कि बेहतर राज्य और जन हित के लिए हमारी जो परिकल्पना थी, उसमें रोजगार और विकास के अवसर के साथ ही पर्यटन में रोजगार के अवसर निकालने पर भी विचार किया गया जिसका परिणाम आज सभी के सामने है। आज भगवान राम की प्रतिमा को देख कर हम उनका स्मरण कर रहे हैं। प्रयास है कि जल्द ही यहां दरबार का स्वरूप भी दें /श्री सिंहदेव ने कहा कि पूरे क्षेत्र में रामायण से जुड़ी कथाएं प्रचलित हैं। बाहर के पर्यटकों को भी यहां लाया जा सके, इसके लिए निरंतर सुगम आवागमन तैयार किया जा रहा है। शुभ अवसर पर काम करें तो निश्चित सफलता प्राप्त होगी। राम जी यहां स्थापित हो गए हैं, अब उनकी कृपा से सरगुजा को एक नई पहचान मिलेगी। सरगुजा में सीताबेंगरा, सीता चूल्हा सहित अनेक ऐतिहासिक व आस्था केंद्र हैं। इनके विकास के लिए लगातार हमारी सरकार काम कर रही है। अब रामगढ़ पहाड़ी में जाना आसान हो गया है। सरकार ने बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सुविधाएं भी बढ़ाई हैं।खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कार्यक्रम में कहा कि भगवान श्रीराम के 14 बरस के वनवास काल के दौरान रामगढ़ में उनके चरण कमल पड़े, जो पूरे सरगुजा के लिए सौभाग्य की बात है। रामायण के प्रसंग का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अपने वनवास के दौरान प्रभु श्री राम का आदिवासी जनों से करीबी संबंध रहा। भारत सहित पूरे विश्व में माता कौशल्या मन्दिर कहीं बना है तो वह छत्तीसगढ़ के चंदखुरी में है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी राम वनगमन पर्यटन परिपथ योजना ने छत्तीसगढ़ को धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के मानचित्र में अमिट पहचान दी है।लुण्ड्रा के विधायक डॉ. प्रीतम राम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पावन स्थली रामगढ़ में आज विभिन्न कार्यों का लोकार्पण किया गया है। राम वनगमन पथ शासन की महत्वाकांक्षी योजना है जो सरगुजा में पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा कि सरगुजा में आवागमन की सुविधाओं को निरंतर विस्तार दिया जा रहा है जिससे पर्यटक आसानी से यहां पहुंच सके और सरगुजा की सुंदरता को करीब से देख सकें। छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि सरगुजा बहुत सुंदर जगह है। पर्यटन की दिशा में हम लोग लगातार काम कर रहे हैं ताकि यहां के सांस्कृतिक, धार्मिक व पर्यटन स्थल को जानने, देखने के लिए देश-विदेश के लोग आएं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार ने आदिवासियों की बेहतरी के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। इसी कड़ी में भगवान श्रीराम के पदचिन्हों को सँवारने का काम किया जा रहा है। इसे सीतामढ़ी से सुकमा तक राम वनगमन पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है।श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री शफी अहमद, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की उपाध्यक्ष श्रीमती चित्ररेखा साहू, छत्तीसगढ़ खाद्य आपूर्ति एवं संरक्षण आयोग के सदस्य श्री अभिषेक सिंह, छत्तीसगढ़ महिला आयोग की सदस्य श्रीमती रीता विश्वकर्मा, राज्य कृषक कल्याण परिषद के सदस्य श्री संजय गुप्ता, कलेक्टर श्री कुंदन कुमार और पुलिस अधीक्षक श्री सुनील शर्मा सहित अनेक स्थानीय जन प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और अधिकारी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।

     

  • अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर विशेष लेख साक्षरता सशक्त समाज के निर्माण के लिए आवश्यक

    अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर विशेष लेख साक्षरता सशक्त समाज के निर्माण के लिए आवश्यक

    रायपुर, 07 सितंबर 2023  /अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस अक्षरों की अलख जगाने का दिन है, अक्षर ज्ञान की महत्ता बताने का दिन है। यह अक्षर ज्ञान के प्रकाश से समाज में सुख और समृद्धि फैलाने के संकल्प लेने का दिन है। अक्षर ज्ञान वह पहला द्वार है, जहां से ज्ञान के अनंत रास्ते खुलते हैं। साक्षरता से शिक्षा और शिक्षा से विकास का सीधा संबंध है।साक्षरता वह शक्ति है, जिससे हम बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। शिक्षा हमारे जीवन में बदलाव लाती है। शिक्षा की गुणवत्ता के लिए यह आवश्यक है कि शिक्षकों के साथ पालक भी बच्चों की शिक्षा में योगदान दें। अशिक्षित पालकों को शिक्षित करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे अपने परिवार के सदस्यों को शिक्षित कर सकें। साक्षरता के लिए व्यक्तिगत रूचि और सामूहिक प्रयासों की बड़ी आवश्यकता है। व्यापक जनभागीदारी से यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। मानव के सम्पूर्ण विकास के लिए साक्षरता बहुत महत्वपूर्ण है। यह समग्र रूप से सशक्त समाज के निर्माण के लिए आवश्यक साधन है। साक्षर समाज समानता, शांति और विकास का मूल आधार है। इसे विश्व स्तर पर मान्यता दी गई है।
    प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा वर्ष 2020 में विधानसभा में ‘पढ़ना लिखना अभियान’ की घोषणा की गई। इस कार्यक्रम में 15 वर्ष से अधिक उम्र समूह के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता एवं अंक ज्ञान प्रदान करने के लिए निर्धारित लक्ष्य ढाई लाख में से 2 लाख 22 हजार 477 शिक्षार्थियों को साक्षर किया गया। 25 हजार स्वयंसेवी शिक्षकों को मुख्यमंत्री और स्कूल शिक्षा मंत्री द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। प्रदेश में कोरोना काल के दौरान असाक्षरों को निर्धारित समयावधि एवं आवश्यक पठन-पाठन कराकर शिक्षार्थियों के आंकलन हेतु महापरीक्षा अभियान का आयोजन किया गया। चिन्हांकित स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण उपरांत उनके माध्यम से विधिवत मोहल्ला साक्षरता केन्द्रों का संचालन किया गया। इसके लिए सर्वप्रथम जिलों में सर्वे के माध्यम से ढाई लाख असाक्षर और उन्हें पढ़ाने वाले 25 हजार स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन किया गया। पढ़ना-लिखना अभियान के अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बुनियादी शिक्षा प्रदान करने लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 28 जिलों की 2 हजार 925 ग्राम पंचायतों और 121 नगरीय निकायों में इसका क्रियान्वयन किया गया।वर्ष 2019-20 में मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता ‘गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़’ कार्यक्रम के तहत शहरी क्षेत्र के 14 से 60 वर्ष आयु समूह के डिजिटल (ई-शिक्षा) से वंचित असाक्षर व्यक्तियों को दक्ष बनाते हुए छत्तीसगढ़ राज्य के 168 नगरीय निकायों में 55 ई-साक्षरता केन्द्र प्रारंभ किया गया था। इस कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग 10 हजार शिक्षार्थियों को डिजिटल साक्षर बनाया गया।  गौरतलब है कि यूनेस्को ने सन् 1966 में 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस दुनिया भर में ’संक्रमण में दुनिया के लिए साक्षरता को बढ़ावा देना टिकाऊ और शांतिपूर्ण समाजों की नींव का निर्माण’ विषय के तहत मनाया जाएगा।साक्षरता कार्यक्रम का उद्देश्य असाक्षरों को साक्षर कर जीवन की मुख्य धारा से जोड़ना है। शिक्षा से वंचित 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता एवं अंक ज्ञान कराने के लिए नव भारत साक्षरता कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। बुनियादी साक्षरता प्राप्त करना, शिक्षा और जीविकोपार्जन का अवसर प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है। इस कार्य के लिए नवाचारी उपायों, स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं पर आधारित साक्षरता कार्यक्रम के परिणाम स्वरूप न सिर्फ समुदाय के वयस्कजनों की साक्षरता में वृद्धि होती है, बल्कि समुदाय में भी सभी बच्चों की शिक्षा के लिए मांग बढ़ती है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रौढ़ शिक्षा एवं जीवन पर्यन्त शिक्षा को प्राथमिकता प्रदान की गई है। देश में वर्ष 2022-27 के लिए न्यू इंडिया लिट्रेसी प्रोग्राम नामक एक नई योजना को मंजूरी दी गई है। अब देश में “प्रौढ़ शिक्षा“ शब्द को “सभी के लिए शिक्षा’’ के रूप में बदल दिया है। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष से नवभारत साक्षर कार्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है, जो पांच वर्षों तक संचालित किया जाएगा। इसमें प्रदेश के एक चौथाई शेष बचे असाक्षरों को साक्षर किए जाने का लक्ष्य है। नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत प्रथम वर्ष प्रदेश में 5 लाख असाक्षरों को साक्षर कर उन्हें बुनियादी साक्षरता और अंक ज्ञान प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा महत्वपूर्ण जीवन कौशल जैसे – डिजिटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता, व्यावसायिक कौशल विकास, बुनियादी शिक्षा, जीवन पर्यन्त शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता आदि क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
    राज्य में इस वर्ष 01 से 7 सितम्बर तक साक्षरता सप्ताह का आयोजन किया गया। इस सप्ताह में सभी वर्गों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं में लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। साक्षरता सप्ताह के दौरान छत्तीसगढ़ी लोक गीत, लोक परंपरा एवं पारंपरिक खेलों के प्रति लोगों में अच्छा उत्साह दिखाई दिया।

  • पोषणबाडी से सुपोषित हुआ आंगनबाडी केन्द्र नैमेड़ नयापारा

    पोषणबाडी से सुपोषित हुआ आंगनबाडी केन्द्र नैमेड़ नयापारा

    बीजापुर 07 सितंबर 2023 /जिला बीजापुर अंतर्गत एकीकृत बाल विवकास परियोजना बीजापुर, सेक्टर नैमेड़ के आंगनबाडी केन्द्र नयापारा नैमेड़ की कार्यकर्ता श्रीमती ज्योति पटेल द्वारा अपने आंगनबाड़ी केन्द्र में पोषणबाड़ी बनाई गई है। उस पोषणबाडी में हरी साग- सब्जी लगायी है और उस बाडी से हरी साग सब्जी आंगनबाडी केन्द्र के बच्चों और हितग्राहियों को गरम भोजन के साथ हरी साग भाजी को खिला रही है। ज्योति पटेल अपने सेक्टर सुपरवाईजर के साथ प्रत्येक हितग्राही के घर गृहभेट कर अपने आंगनबाडी केन्द्र अंतर्गत आने वाले हितग्राहियों को भी अपने घरों में पोषणबाडी बनाकर हरी सांग भाजी उगाने हेतु प्रोत्साहित किया । आज नैमेड नयापरा में प्रत्येक हितग्राही के घर पर पोषणबाडी है। सभी हितग्राही खाने में अपने घर की हरी सब्जियों का उपयोग करते है। और आंगनबाडी में सुपोषण अभियान के अंतर्गत मिलने वाले अण्ड़ा, मिलेट चिक्की और दलिया का भी उपयोग कर रहें है। जिससे आंगनबाड़ी नयापारा में वर्तमान में एक भी कुपोषित बच्चे नही है। इस कार्य में कार्यकर्ता ज्योति पटेल के साथ उनकी सहायिका रामदुलारी का भी सराहनीय योगदान है। आज नैमेड़ नयापारा एक कुपोषण मुक्त आंगनबाडी केन्द्र बन गया है।

     

  • जिला स्थापना दिवस प्रथम वर्षगांठ कार्यक्रम

    जिला स्थापना दिवस प्रथम वर्षगांठ कार्यक्रम

    मोहला 7 सितम्बर 2023 /मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के स्थापना दिवस प्रथम वर्ष के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन दशहरा मैदान में आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिले के नागरिकों ने उमंग भरे माहौल जिला गठन का उत्साह मनाया। जिला गठन के प्रथम वर्षगाठ के अवसर पर विभिन्न विभागों के द्वारा स्टॉल लगाकर शासन की विभिन्न महत्वकांक्षी योजनाओं, सेवाओं और कार्यक्रमों की स्टॉल प्रदर्शनी लगाया। इस अवसर पर जिले में एक वर्ष में हुए विकास कार्यों को रेखांकित किया गया। स्टॉल प्रदर्शनी के माध्यम से जिले में हुए उपलब्धि और विकास कार्यों को दर्शाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री इंद्रशाह मंडावी ने कार्यक्रम में उपस्थित जनों को नव गठित जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी बनने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता वर्षों से जिला गठन की मांग लगातार करते आ रहा था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने क्षेत्र की जनता की बहू प्रतीक्षित मांग को सरकार गठन होने के उपरांत पूरा किया। उन्होंने कहा कि जिला गठन होने से क्षेत्र की जनता की बहूप्रतीक्षित मांग पूरी हुई है। जिला बनने से क्षेत्र की जनता को अब राजनांदगांव जिले पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। अब जिला स्तर पर होने वाले सभी प्रकार के काम मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी में होने लगा है। इससे क्षेत्र की जनता की समय, परिश्रम और राजनांदगांव जाने से होने वाले खर्च की बचत हो रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता की आवश्यकता और जरूरत को ध्यान रखते हुए अनेकों प्रकार के विकास कार्य किए जा रहे हैं। मुख्य अतिथि ने कहा कि नव गठित जिले में विकास की अपार संभावनाएं हैं। जिसे समय के साथ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केवल एक वर्ष के छोटे से समय के अंतराल में जिले में हुए विकास कार्यों को देखने को मिला है। क्षेत्र को देखने से यहां हुए परिवर्तन की झलक स्पष्ट रुप से झलक रहा है। मुख्य अतिथि श्री मंडावी ने जिला गठन के उपरांत जिले में हुए अनेक विकास कार्यों के संबंध में बताया कि जिले में महत्वपूर्ण विकास के कार्य को प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। जिला गठन के उपरांत यहां औंधी, खडगांव को तहसील का दर्जा दिया गया है। इससे लोगों को अनेक लाभ मिलने के साथ ही बड़ी राहत मिली है। उन्होंने आगे कहा कि नवगठित जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी में जिला अस्पताल शीघ्र ही  धरातल पर आएगा। उन्होंने कहा कि 40 करोड रुपए की लागत से 200 विस्तार का जिला अस्पताल बनाया जाएगा। जिले में सिंचाई योजना को विस्तार देने का काम किया जा रहा है। मुख्य अतिथि श्री मंडावी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल किसानों के हितों में अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले किसानों की दशा दयनीय था, आज किसान खुशहाल और बेमिसाल है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा और धरोहर को सहने का काम कर रही है। अब गांव की संस्कृति, शहरों तक फैल रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा बनाई गई योजनाओं से राज्य प्रगति की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन मिलेट को बढ़ावा दे रहा है। वर्तमान समय में मिलेट की मांग लगातार बढ़ रहा है। मुख्य अतिथि ने कहा कि किसानों से किए गए वादा मुख्यमंत्री ने सिद्दत के साथ पूरा किया है। इस वर्ष किसानों से 2800 रुपए प्रति क्विंटल कि दर से धान की खरीदी की जाएगी।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन सभी वर्गों के हितों में योजनाएं संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार देने का काम सरकार द्वारा किया जा रहा है। शिक्षित बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। राजीव युवा मितान क्लब के जरिए गांव-गांव में संस्कृति को सहने का काम हो रहा है। मुख्य अतिथि श्री मंडावी ने उपस्थित जनों से कहा कि जिले के विकास के लिए आप सभी को मिलकर कार्य करना है। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री मण्डावी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न स्टॉल में पहुचकर लगाये प्रदर्शनी का अवलोकन किया। संसदीय सचिव श्री मण्डावी ने जिला गठन समारोह पूर्व दोपहर को कृषक कोटुम जिला स्तरीय जैविक खेती मेला एवं मिलेट कार्निवाल कार्यक्रम में शामिल होकर किसानों को संबोधित किया  इस अवसर पर जिला कलेक्टर श्री एस जयवर्धन ने जिले की उपलब्धि और विकास कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने जिला गठन के लिए उपस्थित जनों और जिले वासियों को शुभकामनाएं दिया। इस अवसर पर अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी जिला गठन और 1 वर्ष पूर्ण होने पर हार्दिक शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उपस्थित जनप्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अध्यक्ष जनपद पंचायत मोहला श्री लगनू राम चंद्रवंशी, अध्यक्ष जनपद पंचायत अंबागढ़ चौकी श्रीमती कुमारी बाई जुरेशिया, अध्यक्ष जनपद पंचायत मानपुर श्री दिनेश शाह मंडावी, अध्यक्ष नगर पंचायत अंबागढ़ चौकी श्रीमती विद्या रमेश ताम्रकार, छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्रीमती तेजकुंवर नेताम, सदस्य जीव जंतु बोर्ड श्री संजय जैन, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी सुश्री दीप्ति गौते, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती प्रेमलता चंदेल, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हेमंत ठाकुर, एसडीएम डॉ.हेमेन्द्र भुआर्य समेत जिला स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

     

  • स्काउट दल को जम्बूरी गतिविधि के लिए दक्षिण कोरिया के गवर्नर ने किया सम्मानित

    स्काउट दल को जम्बूरी गतिविधि के लिए दक्षिण कोरिया के गवर्नर ने किया सम्मानित

    रायपुर, 7 सितंबर, 2023 /इंटरनेशनल स्काउट गाइड फेलोशिप एशिया पेसेफिक रिजनल विजन 2025 कमेटी के चेयरमेन श्री एम ए के मिकी को दक्षिण कोरिया के जिओलाबुक-डू प्रांत के गवर्नर श्री किम वाॅन युंग के द्वारा 6 सितंबर 2023 को मिशन वर्ल्ड स्काउट जंबूरी 2023 की गतिविधियों के आखिरी चरण में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।दोनों देशों के मध्य फेलोशिप एवं भारत देश के साथ मित्रता को और प्रगाढ़ किए जाने पर रणनीति एवं विचार साझा किया गया। इण्डियन स्काउट गाइड फेलोशिप एवं अटास इण्डिया के संयुक्त दल के हाल ही में प्रवास के समय जिओलाबुक-डू प्रांत के अधिकारियों को द्वारा किए गए सहयोग के लिए श्री मिकी के द्वारा छत्तीसगढ़िया गमछा एवं स्मृति चिन्ह देकर गवर्नर किम वाॅन युंग को भी सम्मानित किया गया।  विधायक एवं इण्डियन स्काउट गाइड के संरक्षक तथा भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सत्यनारायण शर्मा की ओर से छत्तीसगढ़ राजकीय गमछा इण्डियन स्काउट गाइड को सौंपा गया था।
    हाल ही में दक्षिण कोरिया में सम्पन्न हुए विश्व स्काउट जंबूरी में इण्डियन स्काउट गाइड तथा अटास इण्डिया का 29 सदस्यीय दल राष्ट्रीय अध्यक्ष, उड़ीसा हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायमूर्ति श्री कल्पेश झवेरी के नेतृत्व में सम्मिलित हुआ था। जिसमें छत्तीसगढ़ अटास चैप्टर के अध्यक्ष श्री प्रेम प्रकाश शर्मा तथा उपाध्यक्ष श्री जितेन्द्र साखरे सम्मिलित हुए थे। उल्लेखनीय है कि यात्रा के पूर्व प्रतिनिधिमंडल छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतिनिधिमण्डल को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मिला था। मुख्यमंत्री ने उन्हें शुभकामनाएं दी थी।

  • विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेलों का हुआ समापन

    विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेलों का हुआ समापन

    रायपुर, 06 सितम्बर 2023 /छत्तीसगढ विधानसभा के अध्यक्ष श्री चरणदास महंत के मुख्य आतिथ्य में आज जिला मुख्यालय जांजगीर-चांपा के शासकीय हाई स्कूल मैदान में 04 सितम्बर से 06 सितम्बर तक आयोजित 03 दिवसीय जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेलों का समापन हुआ। इस तीन दिवसीय आयोजन में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने अपने बेहतरीन खेल प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के विजेताओं एवं अन्य प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।  छत्तीसगढ विधानसभा के अध्यक्ष श्री चरणदास महंत ने संबोधित करते हुए कहा कि जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आज समापन है। छत्तीसगढ़ की एक अलग पहचान, संस्कृति और परम्परा है इस संस्कृति परंपराओं को लोग भूलते जा रहे हैं इसमें हमारा छत्तीसगढ़िया खेल भी है जिसे हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से पुनर्जिवित किया है। खिलाड़ियों ने ग्रामीण एवं परम्परागत खेलों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से छत्तीसगढ़िया खेल एवं संस्कृति को जीवंत किया है। आने वाले समय में इसका बहुत अच्छा परिणाम निकलेगा। खेल में भाग लेना जरूरी है। इसमें शामिल होकर भाईचारे और एकता का विकास करना आवश्यक है। छत्तीसगढ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत डॉ रामसुंदर दास ने विजयी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल के समापन समारोह में सभी खेल का शानदार प्रदर्शन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पूरे छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का आयोजन हो रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य शाकम्बरी बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामकुमार पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे मुख्यमंत्री द्वारा पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शामिल सभी खिलाड़ियों को उत्साहर्वधन कर सभी को शुभकामनाएं दी।इस समापन कार्यक्रम में कार्यक्रम में अध्यक्ष नगर पालिका परिषद जांजगीर-नैला श्री भगवान दास गढ़ेवाल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद चांपा श्री जय थवाईत, सदस्य खाद्य आयोग श्रीमती ज्योति किशन कश्यप, सदस्य जीव जन्तु कल्याण बोर्ड श्री नारायण खण्डेलिया, सदस्य श्रम कल्याण बोर्ड श्री हरप्रसाद साहू, जिला पंचायत सभापति कुसुम कमल साव, कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, कृषि उपज मंडी नैला अध्यक्ष श्री ब्यासनारायण कश्यप, श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह, श्री गुलजार सिंह, श्री देवेश सिंह, श्री विवेक सिसोदिया, डॉ परस शर्मा, श्री रफीक सिद्दिकी सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।