अपने उत्पादों की स्वयं मार्केटिंग करने से आत्मनिर्भर होंगी बुनकर समितियां गुप्ता 

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रायपुर। 04 सितम्बर को छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी संघ के सहकारी प्रशिक्षण केन्द्र, रायपुर में हाथकरघा बुनकर सहकारी समितियों के पदाधिकारियों का नेतृत्व विकास पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया।  भारतीय राष्ट्रीय सरकारी संघ के राष्ट्रीय सहकारी शिक्षा केंद्र नई दिल्ली एवं छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी संघ मर्यादित रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में यह प्रशिक्षण आयेाजित किया गया है।  प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छग राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष झुनमुन गुप्ता थे। अध्यक्षता छग राज्य सहकारी संघ उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह भाटिया ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य सहकारी संघ के विशेषज्ञ संचालक हरिश तिवारी, मानसेवी संचालक अश्वनी बबलू त्रिवेन्द्र व संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक पांडे थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए झुनमुन गुप्ता ने कहा कि पहले भी आपने यह प्रशिक्षण भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ नई दिल्ली में प्राप्त किया गया होगा, अब यह प्रशिक्षण आपको रायपुर में मिलेगा। उन्होने कहा कि प्रदेश की अच्छी सहकारी समितियों की सूची में बुनकर सहकारी समिति का नाम पहले आता है। रोजगार देने में भी बुनकर समितियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होने कहा कि किसी भी सहकारी संस्था में कुछ न कुछ समस्याएं लगी रहती हैं और सबसे बड़ी समस्या मार्केटिंग की होती है। बुनकर सहकारी समितियों के मामले में विपणन का काम राज्य हाथकरघा संघ द्वारा किया जाता है। जिसके कारण प्राथमिक बुनकर सहकारी समितियों की राह आसान हो जाती है। उन्होने बताया कि कोरोना काल के समय जब सभी समितियों के समक्ष बहुत ज्यादा संकट था तब बुनकर समितियां एवं बुनकर समिति से जुड़े बुनकर घर बैठे रोजगार कर रहे थे। कोरोना काल में बुनकर समितियों का काम सुचारू रुप से चला। उन्होने कहा कि राज्य शासन को स्कूल ड्रेस आसानी से समितियां उपलब्ध करा रही हैं। बुनकर समितियों को अब आगे आकर अपने स्तर पर भी प्रयास करना चाहिए। स्वयं धागा खरीद कर अपने उत्पाद की स्वयं मार्केटिंग करने की क्षमता भी विकसित करना चाहिए। ताकि समितियां आत्मनिर्भर हो सकें। श्री गुप्ता ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों से प्रशिक्षण के साथ-साथ अपनी समस्याओं को उच्चधिकारियों तक पहुंचाने का भी अवसर मिलता है।इस अवसर पर राज्य सहकारी संघ के विशेषज्ञ संचालक हरिश तिवारी, मानसेवी संचालक अश्वनी बबलू त्रिवेन्द्र ने भी प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित किया। उन्होने सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की।प्शिक्षण में प्रत्येक जिलों की सहभागिता सुनिश्चित किया जाना चाहिए : भाटिया कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राज्य सहकारी संघ के उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह भाटिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बुनकरों की प्रशंसा विदेशों में होती है। सहकारी समितियों का प्रचार-प्रसार एवं शिक्षा प्रशिक्षण का दायित्व राज्य सहकारी संघ का है, जिसे हम ऐसे प्रशिक्षण आयोजित कर पूरा कर रहे है। राज्य सहकारी संघ के प्रशिक्षण में प्रत्येक जिले के लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है। जब पूरे प्रदेश के सहकारी संस्थाओं को ऐसे प्रशिक्षणों का लाभ मिलेगा तब सहकारी आन्दोलन को गति मिलेगी और सहकारी संस्थाएं भी लाभ प्राप्त करेंगी।


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