महारानी जिला अस्पताल जगदलपुर राष्ट्रीय मानको के अनुरूप

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जगदलपुर,21जुलाई 2023 l राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम (एनक्सुएएस) के अंतर्गत बस्तर जिले का महारानी जिला चिकित्सालय सभी मानकों पर खरा उतरा है। कार्यक्रम अंतर्गत भारत सरकार के प्रतिनिधि डॉ धर्मेश लाल, डॉ जुरी भरत कलिटा एवं डॉ शैनमुगवेल पी द्वारा दिनाँक 23 से 25 मार्च 2023 तक जिला महारानी अस्पताल जगदलपुर का निरीक्षण कर उपरोक्त कार्यक्रम के मापदंडो सर्विस – प्रोविजन, पेशेंट राईट इनपुट सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस इन्फेक्शन कंट्रोल, क्वालिटी मैनेजमेंट एवं आउटकम अनुसार कुल 8 मापदंडो पर अस्पताल के 17 विभागो का मूल्यांकन किया गया था जिसमे महारानी अस्पताल सभी विभागों मे मानको के अनुरुप खरा उतरा है।

टीम वर्क से हासिल की यह उपलब्धि

महारानी जिला अस्पताल जगदलपुर राष्ट्रीय मानको के अनुरूप
महारानी जिला अस्पताल जगदलपुर राष्ट्रीय मानको के अनुरूप

सिविल सर्जन डॉ संजय प्रसाद ने बताया कि एनक्यूएएस की तैयारी हमने 1 वर्ष पूर्व से ही आरंभ कर दी थी, चुकि मूल्यांकन की प्रक्रिया 3 चरणों में होती है अतः हमने सर्वप्रथम अनुभवी चिकित्सको की एक टीम बनायी जिसमें डॉ एस एन अग्रवाल सर्जरी विशेषज्ञ, डॉ भवर शर्मा आन्कोलाजिस्ट, डॉ वर्षा चौहान शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉ सुकृति तिवारी दंत रोग विशेषज्ञ एवं डॉ सौरभ कोचर अस्पताल सलाहकार ने अहम भूमिका निभायी, साथ ही सभी विभागो के विभागाध्यक्षो को भी जिम्मेदारिया दी गयी यह एक सतत प्रक्रिया है जो कि टीम वर्क से ही पूर्ण हो पायी है। राष्ट्रीय स्तर से आज प्राप्त पत्र मे खास यह भी रहा कि हमारे अस्पताल मे मरीजो को दी जाने वाली अत्यावश्यक निःशुल्क चिकित्सा सुविधाये, अस्पताल का वित्तीय प्रबंधन, प्रसव कक्ष एवं मेटर्निटी ओटी मे दी जाने वाली सुविधाये सह आउटकम इंडिकेटर, सुरक्षित मातृत्व आश्वासन एवं मानक अनुसार दी जाने वाली शिशु स्वास्थ्य सेवाओ मे अस्पताल को शत प्रतिशत अंक प्राप्त हुये है।

भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय निर्माण भवन नई दिल्ली द्वारा जिला चिकित्सालय के 12 विभागों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम ( एनक्सुएएस) के सभी मापदंडो में क्वालिफाई कर कुल 86 प्रतिशत अंक प्रदान किये गये है लक्ष्य कार्यक्रम अंतर्गत जिला चिकित्सालय जगदलपुर के प्रसव कक्ष को 82 प्रतिशत अंक एवं मेटर्निटी ओटी को 88 प्रतिशत अंक प्राप्त हुये है साथ ही साथ ही मुस्कान कार्यक्रम के अंतर्गत शिशु रोग विभाग के कुल 3 विभागों को 89 प्रतिशत अंक के आधार पर क्वालिटी सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है।

यह उपलब्धि हासिल करने हेतु कठिन मूल्यांकन से अस्पताल को गुजरना होता है राष्ट्रीय स्तर के 3 मूल्यांकनकर्ताओ के द्वारा 3 दिनो तक मूल्यांकन किया गया दस्तावेजो की समीक्षा की गयी, स्टाफ का साक्षात्कार किया गया तथा संतुष्ट पाये जाने के बाद ही सर्टिफिकेशन प्रदान किया गया है। जिला चिकित्सालय जगदलपुर बस्तर संभाग का पहला ऐसा शासकीय अस्पताल भी बन गया है जो कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम ( एनक्सुएएस) मुस्कान एवं लक्ष्य तीनो कार्यक्रमो के मापदंडो को पूरा करते हुये सर्टिफाईड हुआ है वित्तीय वर्ष 2022-23 के कायाकल्प योजना में भी जिला महारानी अस्पताल को प्रदेश में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

शिशु रोग विभाग को 89 प्रतिशत

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ वर्षा चौहान ने बताया कि मुस्कान कार्यक्रम अंतर्गत अस्पताल के शिशु रोग विभाग के कुल 3 विभाग नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई, शिशु वार्ड एवं शिशु ओपीडी को कुल 89 प्रतिशत अंक प्राप्त हुये है। इस कार्यक्रम से अस्पताल के ही विभीन्न विभागो मे प्रतिस्पर्धा का भाव जागृत हुआ है समस्त विभागो का प्रयास रहता है कि वे मानक के अनुरूप व्यवस्था सुनिश्चित कर सके जिसका सीधा लाभ मरीजों को मिलता है ।

क्या है राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम (एनक्सुएएस)

भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक ( एनक्सुएएस) कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है ताकि बेहतर प्रदर्शन करने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को पहचानने के साथ साथ समुदाय के सार्वजनिक अस्पतालो की विश्वसनीयता मे भी सुधार हो सके। इसमें केंद्र की टीम निरीक्षण पर आती है । अस्पताल का बाह्य एवं आंतरिक मूल्यांकन राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र (एनएचएसआरसी) नई दिल्ली से नामित मूल्यांकनकर्ताओ की टीम द्वारा किया जाता है । निरीक्षण में संक्रमण नियंत्रण अभ्यास रोगी देखभाल, रोगी प्रतिक्रिया, नैदानिक सेवाये गुणवत्ता प्रबंधन का विस्तृत मूल्यांकन किया जाता है।

नर्सिंग एवं पैरामेडिकल अमले का रहा विशेष योगदान

डॉ भवर शर्मा आन्कोलाजिस्ट ने बताया कि मूल्यांकन की पूरी प्रक्रिया मे नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ ने विशेष योगदान दिया है। असेसमेंट मे आये नेशनल असेसर स्टाफ इंटरव्यु से काफी संतुष्ट थे। अस्पताल मे भर्ती मरीजों के साक्षात्कार से भी मूल्यांकनकर्ता खुश दिखे। सभी विभागो द्वारा दस्तावेज व्यवस्थित रूप से संधारित किये गये थे । सभी स्टाफ को क्वालिटी मैनेजमेंट के संबंध मे विशेष प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया था। खास बात यह भी रही कि हम सभी 17 विभागो मे संपूर्ण रूप से सर्टिफाईड हुये है। यदि किसी भी 1 विभाग में 70 प्रतिशत से कम अंक आते तो कंडिशनेलिटी लगाये जाने की संभावना थी परंतु स्टाफ की कड़ी मेहनत से आज हम सभी 17 विभागो मे सर्टिफाईड हुये है ।

अत्याधुनिक सुविधाओ एवं संसाधनो का मिल रहा लाभ

सर्जरी विशेषज्ञ डॉ एस एन अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान मे महारानी अस्पताल की अधोसंरचना प्रदेश के निजी अस्पतालों के अनुकुल है प्रत्येक विभाग अत्यावश्यक उपकरणो से सुसज्जित है। बस्तर जिले के अलावा संभाग एवं अन्य राज्य जैसे उडीसा के मरीज भी अस्पताल मे सेवाओ से लाभान्वित हो रहे है। कम संसाधनो मे हमर लैब संचालित की जा रही है। अस्पताल परिसर में मरीजो एवं स्टाफ के लिये डेडिकेटेड पार्किंग उपलब्ध हैं। यहाँ मरीजो को गुणवत्तापूर्ण ईलाज तो दिया ही जाता है साथ ही 24 / 7 सिक्युरिटी की व्यवस्था, मरीजो के लिये गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क आहार डिसेंट्रलाईज्ड ओपीडी, सीटी स्कैन डायलिसीस की सुविधाये सतत रूप से दी जा रही है।


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