भाजपा नहीं चाहती आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर हो-मोहन मरकाम
रायपुर/19 अप्रैल 2023। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि आरक्षण के मामले में भाजपा की नीति मुंह में राम, बगल में छुरी वाली है सदन में जो आरक्षण विधेयक सर्वसम्मति से पास हुआ हैं। वही आरक्षण विधेयक राजभवन हस्ताक्षर हेतु पहुंचती तब भाजपा षड्यंत्र पूर्वक उक्त बिल में हस्ताक्षर होने नहीं देती और आरक्षित वर्ग के पीठ में छुरा घोपती है। आरक्षण के मामले में भाजपा प्रदेश की जनता को धोखा दे रही है। भाजपा को यह डर सता रहे कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने 76 प्रतिशत आरक्षण बिल पारित कर ओबीसी, एसटी, एससी और ईडब्लूएस वालों को आरक्षण अधिकार दी है अगर वह लागू हो जाएगा तो भाजपा 2023 के चुनाव में 14 सीट भी बचाने की स्थिति में नहीं रहेगी। इसलिये भाजपा, प्रदेश के लाखों नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के लिए इस आरक्षण बिल को दबावपूर्वक रोकवा रही है। पूरा प्रदेश भाजपा के इस हरकत को देख रही है किस तरह भाजपा जनता की नहीं बल्कि राजभवन की पैरोकार कर रही है। विधानसभा में सर्वसम्मति से आरक्षण विधेयक पास किया गया है। आरक्षण विधेयक राज्यपाल के पास हस्ताक्षर के लिये जाता है तब भाजपा के दबाव में राजभवन में आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं होता है। इसका मतलब साफ है कि भाजपा आरक्षण विरोधी है। छत्तीसगढ़ की जनता को कांग्रेस सरकार हक और अधिकार देना चाहती है। जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण देना चाहती है लेकिन भाजपा यहां के युवाओं, बेरोजेगारों को मिलने वाली नौकरी में व्यवधान उत्पन्न करना चाहती है। भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा आने वाले समय में युवाओं, बेरोजगार भाजपा को सबक सिखायेंगे।