विवादों के बीच भारत में हो रहे G20 में आमने-सामने होने जा रहे अमेरिका
नई दिल्ली,01 मार्च 2023\ शीर्ष अमेरिकी राजनयिक एंटनी ब्लिंकन और रूस के सर्गेई लावरोव की G20 बैठक में आमने-सामने होने की उम्मीद है. चीन के साथ तनाव के बीच मेजबान भारत के लिए यूक्रेन मसला दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के बीच एकता बनाने के प्रयासों में रोड़ा साबित हो सकता है. पिछले साल जुलाई में बाली में हुए जी-20 की बैठक के बाद से अमेरिकी और रूसी विदेश मंत्री आमने-सामने नहीं हुए हैं. इस बैठक में भी पश्चिमी अधिकारियों के अनुसार, रूसी विदेश मंत्री बैठक से बाहर चले गए थे. दोनों रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला करने से कुछ हफ्ते पहले आखिरी बार जनवरी 2022 में व्यक्तिगत रूप से मिले थे. तब से दोनों विदेश मंत्रियों ने फोन पर तो बात की है, लेकिन अन्य मुद्दों के बारे में और युद्ध के बारे में नहीं.
बदला लेना चाहते हैं पश्चिमी देश
रूसी विदेश मंत्रालय के अनुसार, लावरोव मंगलवार देर रात भारत पहुंचे और अपनी जी-20 उपस्थिति का उपयोग पश्चिम को घेरने के लिए करेंगे. मंत्रालय के अंग्रेजी भाषा के बयान में कहा गया है कि पश्चिमी देश उससे “बदला लेना चाहते हैं.” इसमें कहा गया है, “अमेरिका और उसके सहयोगियों की विनाशकारी नीति ने पहले ही दुनिया को एक आपदा के कगार पर खड़ा कर दिया है. सामाजिक-आर्थिक विकास में एक रोलबैक को उकसाया है और सबसे गरीब देशों की स्थिति को गंभीर रूप से बढ़ा दिया है.”
चीन के विदेश मंत्री पर आ रहे
इसी तरह नई दिल्ली में दो दिवसीय G20 बैठक के मौके पर ब्लिंकन और उनके चीनी समकक्ष किन गैंग के बीच बैठक को लेकर संदेह था. मगर अब वह भी 2 मार्च को भारत आ रहे हैं. ब्लिंकन की पिछले महीने जर्मनी में शीर्ष चीनी राजनयिक वांग यी के साथ तीखी मुठभेड़ हुई थी, जब अमेरिका ने 4 फरवरी को अपने पूर्वी तट पर एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था. इस घटना के कारण ब्लिंकन को चीन की एक महत्वपूर्ण यात्रा को रद्द करना पड़ा. हालांकि, बीजिंग ने इनकार किया कि वह जासूसी गुब्बारे था और कहा है कि वह मौसम अनुसंधान के लिए आसमान में था. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, वांग ने “अमेरिकी पक्ष से चीन-अमेरिका संबंधों को हुए अत्यधिक बल प्रयोग से हुई क्षति को स्वीकार करने और मरम्मत करने का आग्रह किया.