अमेरिकी लड़ाकू विमान ने एक और ‘उड़ती हुई वस्तु’ को किया नष्ट
वॉशिंगटन,13 फरवरी 2023\ अमेरिकी फाइटर जेट ने रविवार को एक और ‘उड़ने वाली वस्तु’ को मार गिराया. इस बार यूएस-कनाडाई सीमा पर हूरोन झील के ऊपर एक वस्तु उड़ती हुई नजर आई. एक सप्ताह पहले संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को गिराने से अब तक ये चौथी घटना है, जब ऐसी कोई चीज नजर आई है. हालांकि, अब तक बीजिंग को केवल पहली वस्तु के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक एफ-16 लड़ाकू विमान को वस्तु को मार गिराने का आदेश दिया.
इससे एक दिन पहले अमेरिका ने अलास्का के जल क्षेत्र के ऊपर एक अज्ञात वस्तु और एक सप्ताह पहले साउथ कैरोलाइना तट के पास एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को नष्ट किया था. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने बताया कि इस अज्ञात वस्तु को शनिवार को उत्तर-पश्चिम कनाडा के युकोन क्षेत्र में नष्ट किया गया. अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने बताया कि यह वस्तु एक रात पहले अलास्का में देखी गई थी और सैन्य अधिकारियों ने बारीकी से इस पर नजर रखी.
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद इस संबंध में फैसला किया गया. ट्रुडो ने कहा, “मैंने कनाडाई हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने वाली एक अज्ञात वस्तु को नष्ट करने का आदेश दिया था. एनओआरएडी (नार्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड) ने युकोन में एक वस्तु को मार गिराया. कनाडाई और अमेरिकी विमानों को तैनात किया गया और एक अमेरिकी एफ-22 ने वस्तु को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया.”
कनाडा की रक्षा मंत्री अनीता आनंद ने बताया कि करीब 40,000 फुट की ऊंचाई पर उड़ रही यह वस्तु ‘बेलनाकार’ थी और पिछले सप्ताह के अंत में मार गिराए गए संदिग्ध चीनी गुब्बारे से छोटी थी. इससे एक दिन पहले अमेरिका के एक लड़ाकू विमान ने अलास्का के उत्तरी तट के पास करीब 40,000 फुट की ऊंचाई पर उड़ रही छोटी कार के आकार की एक वस्तु को बाइडेन के आदेश पर नष्ट किया था. अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन के प्रेस सचिव ब्रिगेडियर पैट राइडर ने बताया कि एनओआरएडी ने शुक्रवार देर शाम अलास्का के ऊपर एक वस्तु देखी. व्हाइट हाउस ने बताया कि एनओआरएडी ने इसके बाद 24 घंटे इस वस्तु पर निकटता से नजर रखी और राष्ट्रपति को उनके राष्ट्रीय सुरक्षा दल ने इसकी लगातार जानकारी दी,
अमेरिका ने एक सप्ताह पहले ही अटलांटिक महासागर में दक्षिण कैरोलाइना के तट के पास चीन के एक गुब्बारे को नष्ट किया था, जिसने 30 जनवरी को अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था. पेंटागन ने कहा है कि उक्त गुब्बारा एक बड़े निगरानी कार्यक्रम का हिस्सा था जिसे चीन ‘कई सालों’ से चला रहा है. चीन ने स्वीकार किया है कि यह गुब्बारा उसका था लेकिन उसने इस बात से इनकार किया कि इसका मकसद जासूसी करना था. चीन का कहना है कि इसका उद्देश्य मौसम संबंधी जानकारी जुटाना था.