वॉशिंगटन ,06 फरवरी 2023 /
शनिवार की देर रात जब भारत में लोग गहरी नींद में थे तो हजारों किलोमीटर की दूरी पर एक ऐसी घटना हो रही थी, जिसके बारे में शायद ही कभी सुना गया था। अभी तक फाइटर जेट को गिराने के बारे में तो आपने सुना होगा लेकिन एक फाइटर जेट ने एक गुब्बारे को ढेर कर दिया था। अमेरिका की वायुसेना के फाइटर जेट एफ-22 रैप्टर ने AIM-9X साइडविंडर मिसाइल की मदद से बस कुछ ही सेकेंड्स में चीन के जासूसी गुब्बारे को ढेर कर दिया। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि यह गुब्बारा अमेरिका की रणनीतिक जगहों की जानकारी जुटाने की कोशिशें कर रहा था। इस जासूसी गुब्बारे की वजह से अमेरिका और चीन में काफी तनाव आ गया है। चीन का कहना है कि अमेरिका ने गलत किया और उसे इसका जवाब दिया जाएगा।
Day: February 6, 2023
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अमेरिकी लड़ाकू विमान ने कैसे उड़ाया चीनी गुब्बारा, चंद सेकेंड के वीडियो में देखिए F-22 की ताकत का नमूना
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मैंने दिया था चीनी गुब्बारे को मार गिराने का आदेश, F-22 के पायलट को बधाई खुश हुए जो बाइडेन
अमेरिका ,06 फरवरी 2023 /
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीनी जासूसी गुब्बारा मार गिराने वाले पायलट की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि मैं उस पायलट को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने इसे किया। बाइडेन के इस बयान के बाद संभावना जताई जा रही है कि उस फाइटर पायलट को जल्द ही सम्मानित किया जा सकता है। अमेरिका ने आज सुबह चीनी जासूसी गुब्बारे को दक्षिण कैरोलिना के तट के नजदीक एफ-22 लड़ाकू विमान के जरिए मार गिराया था। इस घटना का वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें चीनी गुब्बारे को मिसाइल से नष्ट करते हुए दिखाया गया है। बाइडेन ने चीनी जासूसी गुब्बारा मार गिराने के बाद कहा कि उन्होंने सफलतापूर्वक इसे नीचे गिरा दिया है, और मैं अपने एविएटर्स को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने इसे किया। बाइडेन ने मैरीलैंड में कहा कि मैंने उन्हें गुब्बारे को मार गिराने का निर्देश दिया था। बुधवार को जब मुझे गुब्बारे की जानकारी दी गई थी, तो मैंने पेंटागन को इसे जल्द से जल्द मार गिराने का आदेश दिया था। उन्होंने (पेंटागन) जमीन पर किसी को नुकसान पहुंचाए बिना ऐसा करने का निर्णय लिया और इसके लिए सबसे उपयुक्त समय तब मिला, जब गुब्बारा समुद्र के ऊपर था। बाइडेन ने चीनी जासूसी गुब्बारा मार गिराने के बाद कहा कि उन्होंने सफलतापूर्वक इसे नीचे गिरा दिया है, और मैं अपने एविएटर्स को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने इसे किया। बाइडेन ने मैरीलैंड में कहा कि मैंने उन्हें गुब्बारे को मार गिराने का निर्देश दिया था। बुधवार को जब मुझे गुब्बारे की जानकारी दी गई थी, तो मैंने पेंटागन को इसे जल्द से जल्द मार गिराने का आदेश दिया था। उन्होंने (पेंटागन) जमीन पर किसी को नुकसान पहुंचाए बिना ऐसा करने का निर्णय लिया और इसके लिए सबसे उपयुक्त समय तब मिला, जब गुब्बारा समुद्र के ऊपर था। -
ऐसा चूल्हा जो 7 साल में एक लाख करोड़ बचाएगा
बेंगलुरु,06 फरवरी 2023 /
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह बेंगलुरु में आयोजित इंडिया एनर्जी वीक (India Energy Week) में थे। इस दौरान उन्होंने एक अनूठे चूल्हे को अनवील किया। यह चलता तो सोलर एनर्जी से है, लेकिन इसमें खाना बनाने के लिए चूल्हे को धूप में रखने की जरुरत नहीं है। अभी तक देश में जितने भी सौर चूल्हे (Solar Cooker) बने हैं, उनमें लगभग एक सी समानता दिखी है। यह चूल्हा एक बक्से की तरह होता है। उसमें चावल-दाल आदि भर दीजिए। फिर चूल्हे को धूप में रखना पड़ता है। लेकिन इंडियन ऑयल (Indian Oil) ने एक अनूठा चूल्हा विकसित किया है। इसे आप अपने किचन में रखिए और सोलर पैनल को छत या बाहर खुले में ताकि धूप से आपको खाना बनाने के लिए एनर्जी मिलती रहे। इसी चूल्हे को पीएम मोदी ने अनवेल किया है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) ने जिस सोलर कूकर का इजाद किया है, उसका इस्तेमाल घर के अंदर मतलब कि आप अपने किचन में कर सकते हैं। इस सौर चूल्हा (Solar Cooking Stove) को रिचार्ज किया जा सकता है। सौर ऊर्जा से चलने वाले इस चूल्हे को रसोई घर में रखकर उपयोग में लाया जा सकता है। इंडियन ऑयल के निदेशक आरएंडडी (R&D) एस एस वी रामकुमार का कहना है कि इस चूल्हे को खरीदने की लागत के अलावा रख-रखाव पर कोई खर्च नहीं है। इसे जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel) के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। अर्थात इस सौर चूल्हे के लिए न तो ईंधन की जरूरत है और ना ही लकड़ी की। -
देर होने से पहले आर्द्रभूमि को बचाने के बारे में सोचना शुरू करें
रायपुर, 06 फरवरी 2023/पारिस्थितिकी तंत्र की बेहतरी और जलवायु परिवर्तन की समस्याओं से बचाव के लिए आर्द्रभूमि (वेटलैण्ड) के संरक्षण और लोगों में इसके प्रति जागरूकता की महती आवश्यकता है। इसे देखते हुए 02 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के महासमुंद वन प्रभाग ने ग्रीन क्लब और कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर के सहयोग से वन चेतना केन्द्र, कोडर बांध, पटवा, महासमुंद में जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्व विद्यालय और स्कूली छात्रों ने सफाई अभियान चलाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश लोगों को दिया। उन्होंने लगभग 285 किलोग्राम कचरा एकत्र कर उचित निपटान के लिए नगर पालिका में जमा किया।उल्लेखनीय है कि आर्द्रभूमि के संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल 02 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है। आर्द्रभूमि में झीलों, दलदलों, मैंग्रोव, नमक पैन, ज्वारीय फ्लैट और जलाशयों जैसे प्राकृतिक और मानव निर्मित दोनों स्थल शामिल हैं। इस वर्ष के विश्व आर्द्रभूमि दिवस का विषय ’आर्द्रभूमि बहाली’ है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आर्द्रभूमि ठीक से काम कर सके और पर्यावरणीय स्थिरता को बनाए रखा जा सके। वेटलैण्ड (आर्द्रभूमि) को पारिस्थितिकीय तथा स्वस्थ्य पर्यावरण के लिए बहुत उपयुक्त माना जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर वेटलैण्डों के विकास के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्ययोजना बनाई जा रही है। छत्तीसगढ़ में कुल 35 हजार 534 वेटलैण्ड हैं। वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के कुशल मार्गदर्शन में इन वेटलैण्डों में आने वाले प्रवासी, स्थानीय पक्षियों के रहवास विकास को देखते हुए छत्तीसगढ़ के 27 वेटलैण्ड में सर्वे कराया जा रहा है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री नीलेशकुमार महादेव क्षीरसागर और विशिष्ट अतिथि कलिंग विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने छात्रों को स्वस्थ भविष्य के लिए जल निकायों के महत्व के बारे में बताया और उन्हें संरक्षण के लिए प्रेरित किया। श्री नीलेशकुमार ने समाज की भलाई के लिए इस तरह की पहल करने के लिए श्री पंकज राजपूत, प्रभागीय वन अधिकारी, महासमुंद के प्रयासों की सराहना की।कार्यक्रम में भोपाल, मध्य प्रदेश के गिद्ध विशेषज्ञ श्री दिलशेर खान ने छात्रों के मध्य खेल के माध्यम से अपनी बातें रखीं। इसके बाद स्थानीय लोगों के साथ संवाद सत्र की आयोजित किया गया और छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर नवा रायपुर के कलिंग विश्वविद्यालय, महासमुंद के श्याम विद्या मंदिर, श्याम बालाजी कॉलेज, मां गायत्री उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, ज्ञानंजली पब्लिक स्कूल और एकलव्य रेजीडेंसी स्कूल, भोरिंग के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
मुख्यमंत्री 6 फरवरी को गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 8 करोड़ 23 लाख रूपए का करेंगे भुगतान
रायपुर, 06 फरवरी 2023/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 6 फरवरी को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के राशि अंतरण के लिए आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम हितग्राहियों को 8.23 करोड़ रूपए की राशि जारी करेंगे। इसमें गौठानों में 15-31 जनवरी तक क्रय 2.38 लाख क्विंटल गोबर के एवज में गोबर विक्रेताओं को 4 करोड़ 76 लाख रूपए, गौठान समितियों को 2.04 करोड़ रूपए और महिला समूहों को 1.43 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल हैं।यहां यह उल्लेखनीय है कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी के एवज में विक्रेताओं को अंतरित की जाने वाली 4.76 करोड़ रूपए की राशि में से मात्र 1.98 करोड़ की राशि कृषि विभाग द्वारा तथा 2.78 करोड़ रूपए का भुगतान स्वावलंबी गौठानों द्वारा किया जाएगा। गौरतलब है कि राज्य में अब तक 4927 गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं, जो स्वयं की जमा पूंजी से गोबर क्रय करने लगे हैं। स्वावलंबी गौठानों द्वारा अब तक 40.49 करोड़ रूपए का गोबर स्वयं की राशि से क्रय कर भुगतान किया गया है।
हितग्राहियों को 403.58 करोड़ का भुगतान-गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में हितग्राहियों को 395 करोड़ 35 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। 5 फरवरी को 8.23 करोड़ के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 403 करोड़ 58 लाख रूपए हो जाएगा। यह यहां उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में 20 जुलाई 2020 से गोधन न्याय योजना के तहत 2 रूपए किलो में गोबर की खरीदी की जा रही है। राज्य में 31 जनवरी 2023 तक 103.25 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। गोबर विक्रेताओं से 15 जनवरी तक क्रय किए गए गोबर के एवज में 201.73 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। 5 फरवरी को गोबर विक्रेताओं को 4.76 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 206 करोड़ 49 लाख रूपए हो जाएगा। गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 175 करोड़ 64 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गौठान समितियों तथा स्व-सहायता समूह को 5 फरवरी को 3.47 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 179.11करोड़ रूपए हो जाएगा।
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गौठानों में 1 लाख 26 हजार 858 लीटर गोमूत्र की खरीदी
रायपुर, 06 फरवरी 2023/ राज्य में गौमूत्र से जैविक कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और फसल वृद्धिवर्धक जीवामृत का उत्पादन और उपयोग खेती में होने लगा है। गौठानों में 4 रूपए लीटर की दर से अब तक 1 लाख 26 हजार 858 लीटर गौमूत्र क्रय किया जा चुका है, जिससे गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा 47 हजार 447 लीटर कीट नियंत्रक ब्रम्हास्त्र और 21 हजार लीटर वृद्धिवर्धक जीवामृत बनाया गया है। खेती में उपयोग के लिए किसानों द्वारा अब तक 59 हजार 557 लीटर ब्रम्हास्त्र और जीवामृत क्रय किया गया है, जिससे गौठानों को 25 लाख 74 हजार 355 रूपए की आय हुई है।गोबर से 27.56 लाख क्विंटल कम्पोस्ट खाद का उत्पादन- गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौठानों में 2 रूपए किलों में गोबर की खरीदी गौठानों में महिला समूहों द्वारा अब तक कुल 27 लाख 56 हजार क्विंटल से अधिक कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया है। जिसमें 22 लाख 5 हजार 138 किवंटल वर्मी कम्पोस्ट, 5 लाख 50 हजार 862 क्विंटल से अधिक सुपर कम्पोस्ट एवं 18,924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस खाद शामिल है, जिसे सोसायटियों के माध्यम से क्रमशः 10 रूपए, 6 रूपए तथा 6.50 रूपए प्रतिकिलो की दर पर विक्रय किया जा रहा है। महिला समूह गोबर से खाद के अलावा गो-कास्ट, दीया, अगरबत्ती, मूर्तियां एवं अन्य सामग्री का निर्माण एवं विक्रय कर लाभ अर्जित कर रही हैं। गौठानों में महिला समूहों द्वारा इसके अलावा सब्जी एवं मशरूम का उत्पादन, मुर्गी, बकरी, मछली पालन एवं पशुपालन के साथ-साथ अन्य आय मूलक विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, जिससे महिला समूहों को अब तक 105 करोड़ 67 लाख रूपए की आय हो चुकी हैं। राज्य में गौठानों से 11,885 महिला स्व-सहायता समूह सीधे जुड़े हैं, जिनकी सदस्य संख्या 1,36,123 है। गौठानों में क्रय गोबर से विद्युत एवं प्राकृतिक पेंट सहित अन्य सामग्री का भी उत्पादन किया जा रहा है।
3 लाख 23 हजार से अधिक ग्रामीण लाभान्वित- राज्य में गोधन के संरक्षण और संर्वधन के लिए गांवों में गौठानों का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। गौठानों में पशुधन देख-रेख, उपचार एवं चारे-पानी का निःशुल्क प्रबंध है। राज्य में अब तक 10,743 गांवों में गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 9671गौठान निर्मित एवं शेष गौठान निर्माणाधीन है। गोधन न्याय योजना से 3 लाख 23 हजार 983 ग्रामीण, पशुपालक किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
गौठानों में 17.58 लाख क्विंटल धान पैरा एकत्र- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अपील पर राज्य के किसानों द्वारा अपने गांवों के गौठानों को पैरादान किए जाने का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। राज्य के किसान भाई पैरा को खेतों में जलाने के बजाय उसे गौमाता के चारे के प्रबंध के लिए गौठान समितियों को दे रहे हैं। ऐसे किसान भाई जिनके पास पैरा परिवहन के लिए ट्रेक्टर या अन्य साधन उपलब्ध है, वह स्वयं धान कटाई के बाद पैरा गौठानों में पहुंचाकर इस पुनीत कार्य में सहभागिता निभा रहे हैं। गौठान समितियों द्वारा भी किसानों से दान में मिले पैरा का एकत्रीकरण कराकर गौठानों में लाया जा रहा है। गौठानों में अब तक 17 लाख 58 हजार क्विंटल पैरा गौमाता के चारे के लिए उपलब्ध है।
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पीएचई मंत्री का दौरा कार्यक्रम
रायपुर, 06 फरवरी 2023/ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार कल 6 फरवरी को दुर्ग जिले के प्रवास पर रहेंगे। जारी दौरा कार्यक्रम के अनुसार मंत्री गुरू रूद्रकुमार दोपहर 1 बजे अपने शासकीय निवास से प्रस्थान कर 1.45 बजे दुर्ग जिले के ग्राम रवेलीडीह पहुचेंगे और वहां आयोजित परमेश्वरी जयंती कार्यक्रम में शामिल होंगे। वे वहां से 2.45 बजे प्रस्थान कर 3.15 बजे ग्राम डूमर पहुचेंगे। वे वहां आयोजित शोक कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम के पश्चात मंत्री गुरु रूद्रकुमार रायपुर वापस लौट आएंगे। -
निकलर एप’ व्दारा पढ़ाई कराने के लिये छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग को प्रतिष्ठित उत्कृष्टता पुरस्कार
रायपुर, 06 फ़रवरी 2022/ छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में ‘निकलर एप्प’ व्दारा पढ़ाई कराने के लिये सी.एस.आई. ने छत्तीगसढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग को प्रतिष्ठित उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाज़ा है। छत्तीसगढ़ को यह अवार्ड 25 मार्च को नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में आयोजित होने वाले ई-गवर्नेस कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग को परियोजना श्रेणी के तहत् 20वें सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेस अवार्ड 2022 के लिए प्रस्तुत ‘इनेवेेटिव असेसमेंट टूल-एनआईसीलर’ (पीआरजे 22008) का नामांकन उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए चुना गया है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शिक्षा के क्षेत्र में इस उपलब्धि के लिए प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. आलोक शुक्ला, सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. एस. भारतीदासन, संचालक लोक शिक्षण श्री सुनील जैन, महाप्रबंधक समग्र शिक्षा श्री नरेन्द्र दुग्गा, एन.आई.सी. रायपुर के वैज्ञानिक श्री सोमशेखर और स्कूल शिक्षा विभाग की पूरी टीम को बधाई दी है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 14 नवंबर 2022 को लांच किए गए सुघ्घर पढ़वैया कार्यक्रम में भी स्कूलों का आंकलन निकलर एप्प के माध्यम से बहुत कम समय में किया जा सकेगा। इसके लिए भी शिक्षकों को तैयार किया जा रहा है।निकलर एप्पकक्षा में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में बच्चे सीख रहे हैं अथवा नहीं, यह देखने के लिए आंकलन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, पर हमारी कक्षाओं में बच्चों के कार्यों का आंकलन बहुत समय लेने वाली प्रक्रिया है। कभी शिक्षक को अपने कक्षा में एक एक बच्चे को बुला कर उनके कार्यों को ध्यान से देखना पड़ता है। कभी बच्चों की कापी एकत्र कर स्कूल में या फिर घर में समय निकलकर कॉपी जांचनी पड़ती है। आजकल पालक जागरूक हैं इसलिए कॉपी जांचते समय काफी सावधानी बरतनी पड़ती है।इस टेक्नोलॉजी का उपयोग शिक्षकों के कार्यों को आसान करने हेतु किया जाता है। छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग और एन आई सी ने भी शिक्षकों के आंकलन संबंधी कार्य को आसान करने के लिए लंबी रिसर्च करते हुए निकलर एप्प का निर्माण किया है।एप्प के उपयोग के लिए सबसे पहले हमें गूगल प्ले स्टोर में जाकर निकलर एप्प को डाउनलोड करना होता है। स्कूल के यू-डाइस के आधार पर पोर्टल से विद्यार्थियों के लिए क्यू आर कोड वाले कार्ड डाउनलोड कर उसे एक पुठ्ठे में चिपकाना पड़ता है। प्रत्येक विद्यार्थी के लिए इस प्रकार से एक यूनिक कार्ड उनके नाम से देना होता है। इसे आपस में बदलना नहीं चाहिए। यह उस बच्चे के नाम से उसके पास पूरे सत्र में रहना चाहिए।
किसी टॉपिक को पढ़ाने के बाद प्रश्न पूछना हो तो आप निकलर एप्प में उस पाठ से संबंधित उपलब्ध प्रश्न निकालकर पूछ सकते हैं या फिर स्वयं अपने प्रश्न दे सकते हैं। पूछे जाने वाले प्रश्न के चार विकल्प होने चाहिए। बच्चों को सही विकल्प के आधार पर कैसे कार्ड को पकड़ना है यह सिखाना होगा।निकलर एप्प का उपयोग कर बच्चों की उपस्थिति भी ली जा सकती है। इस एप्प के माध्यम से पूछे जाने वाले विभिन्न प्रश्नों के ऑडियो भी बनाकर प्रश्न पूछ सकते हैं। एप्प के उपयोग में कुछ भी दिक्कत आई है तो शिक्षकों के बीच से ही तकनीकी रूप से विशेषज्ञ शिक्षक साथियों ने उनके हेल्प वीडियो बनाकर हमारी सहायता करते हैं। जिससे कक्षा में इसका क्रियान्वित करना आसान हो गया है।समग्र शिक्षा की ओर से इस एप्प के उपयोग हेतु निरन्तर आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इस वर्ष सभी स्कूलों को इंटरनेट के लिए बजट भी उपलब्ध करवाया गया है। शिक्षकों को निकलर एप्प के उपयोग के लिए प्रशिक्षित भी किया गया है। -
शासन सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगा-संचालक लोक शिक्षण
रायपुर, 06 फरवरी 2023/ छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक एवं समग्र शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारियों ने आज संचालक लोक शिक्षण श्री सुनील कुमार जैन से लोक शिक्षण कार्यालय में सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगतियों के संबंध में मुलाकात की। संचालक श्री जैन ने फेडरेशन के पदाधिकारियों से उनकी मांगों के संबंध में विस्तार से चर्चा की। संचालक ने शिक्षकों से कहा कि शासन ने सदा शिक्षकों के हित में निर्णय लिये हैं। नयी सरकार के आते ही समस्त शिक्षा कर्मियों का संविलयन किया गया है। श्री जैन ने यह भी कहा कि सहायक शिक्षकों की मांगों पर शासन विचार करेगा। श्री जैन ने प्रतिनिधिमंडल से आने वाली परीक्षा एवं छात्र हित को देखते हुए 6 फरवरी से होने वाली हड़ताल को स्थगित करने का आग्रह किया और उम्मीद जताई कि शिक्षक हड़ताल जैसा कोई कदम छात्रहित को दृष्टि में रखते हुये नही उठायेंगे।बैठक में छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक एवं समग्र शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री मनीष मिश्रा, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष द्वय श्री कौशल अवस्थी और श्री बंसत कुमार कौशिक, उपाध्यक्ष द्वय श्री रंजीत बेनर्जी और श्री आदित्य गौरव, महासचिव द्वय श्री सिराज बक्स और श्री शेषनाग पाण्डेय, प्रदेश सचिव श्री ईश्वर प्रसाद चन्द्राकर, प्रवक्ता श्री अलोक त्रिवेदी, मीडिया प्रभारी श्री राजू टंडन, जिला अध्यक्ष रायपुर श्री हेमकुमार साहू, जिला अध्यक्ष बेमेतरा श्री अशोक धु्रव, ब्लॉक अध्यक्ष बागबाहरा श्री प्रकाश बघेल उपस्थित थे। -
छत्तीसगढ़ शराब व्यसन मुक्ति अभियान : 2 हजार 626 वाहिनी गठित
रायपुर, 06 फरवरी 2023/ लोगों को व्यसन के दुष्प्रभाव से जागरूक करने और व्यसन की प्रवृत्ति को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ में 2 हजार 626 भारत माता वाहिनी का गठन किया गया है। इन वाहिनियों के माध्यम से समाज कल्याण विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ में नशा मुक्ति के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जायेगा।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने व्यसन मुक्ति अभियान को लेकर विशेष तौर पर निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत भारत माता वाहिनी योजना का संचालन किया जा रहा है। नशामुक्ति अभियान के तहत पूरे छत्तीसगढ़ में ग्राम स्तर से लेकर जिला एवं राज्य स्तर पर समितियों का गठन किया जा रहा है। वर्ष 2022-23 में अब तक बस्तर जिले में 94 वाहिनी, सुकमा जिले में 42, नारायणपुर जिले में 28, महासमुंद जिले में 71, जांजगीर-चांपा जिले में 131, कबीरधाम जिले में 62, राजनांदगांव जिले में 144, कोरिया जिले में 82, जशपुर जिले में 133, बेमेतरा जिले में 69, धमतरी जिले में 73, मुंगेली जिले में 56, बालोद जिले में 94 वाहिनियों का गठन कर लिया गया है, इसी तरह कोरबा जिले में 95, दुर्ग जिले में 57, सूरजपुर जिले में 118, रायगढ़ जिले में 176, कोण्डागांव जिले में 99, बीजापुर जिले में 80, गरियाबंद जिले में 100, कांकेर जिले में 140, बलरामपुर जिले में 120, रायपुर जिले में 80, दंतेवाड़ा जिले में 80, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में 60, बिलासपुर जिले में 80, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में 121, सरगुजा जिले में 141 इस प्रकार कुल 2626 भारत माता वाहिनी गठित की गई हैं।समाज कल्याण विभाग द्वारा हर तीन महीने में गठित वाहिनियों के कार्यों की समीक्षा की जाएगी। वहीं जिला कार्यालय की ओर से एक निश्चित अंतराल में कार्यों एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन संबंधी पालन प्रतिवेदन संचालक समाज कल्याण संचालनालय को प्रस्तुत किया जाएगा।नशामुक्ति के लिए समाज में जनजागरूकता के होंगे प्रयासग्राम पंचायतों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा नशामुक्ति के पक्ष में रैली, प्रभात फेरी, व्यसन से होने वाले दुष्परिणामों का प्रचार-प्रसार, नारे, दीवार लेखन, पोस्टर, पॉम्पलेट, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जनसामान्य में नशामुक्ति के लिए जागरूकता विकसित करने का कार्य किया जाएगा। साथ ही ग्राम पंचायत स्तर पर नशा पीड़ितों के सर्वेक्षण, नशामुक्ति की प्रेरणा और उपचार के लिए विभाग अंतर्गत संचालित नशामुक्ति केन्द्रों में भर्ती कराने की कार्यवाही की जाएगी। नशामुक्ति अभियान के परीक्षण, निरीक्षण और अनुश्रवण की समुचित व्यवस्था की जाएगी।भारत माता वाहिनी में दिव्यांग, विधवा, परित्यक्त महिला, तृतीय लिंग के व्यक्तियों को प्राथमिकता –योजना के अनुसार ग्राम पंचायत स्तर पर भारत माता वाहिनी का गठन किया जा रहा है। इस समिति में महिला अध्यक्ष और समूह में अधिकतम तीन पुरुष सदस्य शामिल होते हैं। सदस्यों के चयन में दिव्यांग, विधवा, परित्यक्त महिला, तृतीय लिंग के व्यक्ति, बौने व्यक्ति, नशामुक्त हो चुके व्यक्ति को प्राथमिकता दी जाती है। भारत माता समूह को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष एवं सदस्यों का नाम ग्राम सभा से अनुमोदन के बाद संयुक्त/उप संचालक जिला कार्यालय समाज कल्याण में पंजीयन के लिए आवेदन करना होता है। इसके अलावा जिला एवं राज्य स्तर पर भी भारत माता वाहिनी समिति का गठन किया जा रहा है।