जिज्ञासा और जिद, विज्ञान की जननी – मुख्यमंत्री

भोपाल,21 जनवरी 2023 /
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिज्ञासा और जिद, विज्ञान की जननी हैं। विज्ञान को प्रौद्योगिकी की जननी माना जाता है, पर जिज्ञासा तो विज्ञान की भी जननी है। जिज्ञासा ही हमें विज्ञान या गणित के किसी सूत्र को समझने में मदद करती है। हमारा यह लक्ष्य होना चाहिए कि हम अपनी अधिक से अधिक ऊर्जा जन-मानस में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा जागृत करने में लगायें। अगर किसी विषय के लिए जिज्ञासा हो और उसे पूरा करने की जिद न हो तो वह काम कभी पूरा नहीं हो सकता। किसी भी काम में कई गतिरोध आते हैं लेकिन यह जिद ही है, जो हमें उस काम को पूरा करने के संकल्प पर कायम रखती है। जिज्ञासा और जिद के इसी फार्मूले को ध्यान में रख कर प्रदेश में विज्ञान तकनीक और नवाचार नीति-2022 लागू की गई है। वैज्ञानिक सोच और समझ को दैनिक जीवन का अंग बनाना, सरकार और समाज में आधुनिक तकनीकों का अधिक से अधिक उपयोग तथा नया सोचने, नया सीखने और नई पहल करने वाली पीढ़ी के निर्माण के तीन बिन्दु हमारी नीति का आधार हैं। प्रदेश में स्टार्टअप के लिए श्रेष्ठतम ईको सिस्टम विद्यमान है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आठवें भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महोत्सव भोपाल में करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार माना।
डिजिटल प्रस्तुतिकरण द्वारा हुआ कार्यक्रम के लक्ष्यों का प्रदर्शन
भोपाल के मेनिट में शुरू हुए महोत्सव में केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, केन्द्रीय प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद, केन्द्रीय जैव प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव डॉ. राजेश गोखले, पृथ्वी मंत्रालय के सचिव श्री एम. रविचंद्रन, विज्ञान भारती के महासचिव प्रो. सुधीर भदौरिया, महानिदेशक सी.एस.आई डॉ. एन. कलईसेल्वी और प्रदेश के विज्ञान और प्रौद्योगिकी श्री निकुंज श्रीवास्तव विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दीप प्रज्ज्वलित कर महोत्सव का शुभारंभ किया। आरंभ में प्रसिद्ध नृत्यांगना सुश्री कल्याणी वैदेही द्वारा द्वैत-अद्वैत पर केन्द्रीय ओडिसी नृत्य प्रस्तुत किया गया। डिजिटल प्रस्तुतिकरण द्वारा कार्यक्रम के लक्ष्यों का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शैक्षणिक फेकल्टी, शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान और केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉ. सिंह ने महोत्सव स्थल पर लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा विज्ञान महोत्सव के 21 जनवरी के न्यूज बुलेटिन का विमोचन भी किया।