भोपाल,19 जनवरी 2023 /
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल में हो रहे आठवें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का उपयोग प्रदेश के विद्यार्थियों का वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने में किया जाए। महोत्सव से बड़ी संख्या में स्कूली तथा महाविद्यलायीन स्तर के विद्यार्थियों को जोड़ा जाए। वैज्ञानिक अवधारणाओं को समझने तथा विज्ञान के नये रूझानों की ओर युवाओं को आकर्षित करने में इस आयोजन से सहायता मिलेगी। प्रयास यह हो की विद्यार्थियों को इस आयोजन से प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त हो। महोत्सव में भारत के प्राचीन वैज्ञानिक योगदान और दृष्टिकोण को भी प्रस्तुत किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान 21 जनवरी को मैनिट भोपाल में होने वाले आठवें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। समत्व भवन में हुई बैठक में प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्री निकुंज श्रीवास्तव सहित केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद तथा विज्ञान भारती संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश के युवाओं द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में अर्जित उपलब्धियों का प्रचार हो
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग कर मध्यप्रदेश के युवाओं द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में अर्जित उपलब्धियों का प्रचार किया जाए। महोत्सव में होने वाली विभिन्न गतिविधियों से प्रदेश के सभी विज्ञान महाविद्यायल, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई आदि को वर्चुअली जोड़ा जाए। महोत्सव में अद्वैत वेदांत को विज्ञान से संबद्ध करते हुए प्रस्तुत करें। युवा पीढ़ी को यह बताने की आवश्यकता है कि धर्म और विज्ञान एक दूसरे के विरोधी नहीं अपितु पूरक हैं।
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