कोरोना ने ऑस्ट्रलियाई आबादी पर डाला असर, जनसंख्या घटने से बढ़ीं समस्याएं
नई दिल्ली, 04 जनवरी 2023\ कोरोना ने पिछले 3 वर्षों में दुनियाभर में तबाही मचाई है. इस वैश्विक महामारी से अब तक कुल 66 करोड़, 60 लाख, 39 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. यही नहीं कोरोना संक्रमण के कारण 67 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. आज भी 2 करोड़, 12 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से पीड़ित हैं. कोरोना की वजह से स्वास्थ्य पर पड़े अन्य प्रभावों की तो बात ही नहीं होती है, इससे उबरना ही बड़ी बात मानी जा रही है. कोरोना वायरस के कारण होने वाली कोविड-19 महामारी की वजह से कई देशों की जनसंख्या वृद्धि पर असर पड़ा है. ऑस्ट्रेलिया भी ऐसे देशों में शामिल है.
ऑस्ट्रेलिया की आबादी कोविड-19 महामारी के कारण पहले से कम हो गई है. यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार की वार्षिक जनसंख्या रिपोर्ट से बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 के पहले पूर्ण वित्तीय वर्ष में ऑस्ट्रेलियाई आबादी में केवल 0.1 प्रतिशत या 33 हजार लोगों की वृद्धि हुई.
जनसंख्या केंद्र का अनुमान है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के अंत तक जनसंख्या 26.3 मिलियन यानी 2.63 करोड़ तक बढ़ जाएगी, जो पूर्व-महामारी की अपेक्षाओं से 6 लाख, कम है. ऑस्ट्रेलिया की आबादी अब 2032-33 में 29.9 मिलियन यानी 2.99 करोड़ तक पहुंचने की राह पर है, जबकि ऑस्ट्रेलियाई लोगों की औसत आयु 40.1 वर्ष होगी.
कोषाध्यक्ष जिम चाल्मर्स ने कहा, ‘आबादी छोटी और बड़ी होगी, यह चिंता का विषय था.’ बुधवार को ऑस्ट्रेलियन एसोसिएटेड प्रेस ने उनके हवाले से कहा, ‘जैसा कि अर्थव्यवस्था महामारी के सबसे बुरे दौर से उबर रही है, अपंग कौशल और श्रम की कमी हमारे व्यवसायों और हमारी अर्थव्यवस्था को पीछे खींच रही है.’
परिणामस्वरूप, ऑस्ट्रेलिया संभवत: काम की कमी को पूरा करने के लिए प्रवासियों पर अधिक निर्भर हो जाएगा. 2022 में नव-निर्वाचित सरकार वार्षिक वेतन को 1 लाख, 60 हजार, से बढ़ाकर 1 लाख, 95 हजार, करने पर सहमत हुई और अब आप्रवासन प्रणाली की समीक्षा कर रही है.