क्या कांग्रेस में फिर वापसी करेंगे गुलाम नबी आजाद? ‘भारत जोड़ों यात्रा’ को लेकर जानें क्या कहा…
नई दिल्ली, 31 दिसंबर 2022\ वरिष्ठ राजनेता और नवगठित ‘डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी’ के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि कांग्रेस में लौटने का उनका कोई इरादा नहीं है. आजाद ने इस साल की शुरुआत में कांग्रेस के साथ अपने 52 साल पुराने जुड़ाव को तोड़ दिया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके अनुभवी राजनेता ने कहा कि पुरानी पार्टी में उनकी वापसी का सुझाव कांग्रेस में कुछ निहित स्वार्थ वाले नेताओं द्वारा दिया गया है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है.
आजाद ने कहा, ‘मैंने कभी किसी कांग्रेस नेता से बात नहीं की और न ही किसी ने मुझे फोन किया. इसलिए मुझे हैरानी है कि मीडिया में इस तरह की खबरें क्यों डाली जाती हैं?’ आजाद ने कहा कि ये प्रयास कांग्रेस नेताओं द्वारा उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के भीतर अनिश्चितता की भावना पैदा करने और उन्हें हतोत्साहित करने के लिए किए गए थे. उन्होंने कहा, ‘जो भी हो, हम और मजबूत होकर उभरेंगे.’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह अगले महीने जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने वाली राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होंगे? आजाद ने कहा, ‘मेरी ऐसी कोई योजना नहीं है. मेरे पास अपने ही बहुत काम हैं.’
पार्टी आलाकमान के साथ अपने मतभेदों के बाद आजाद ने अगस्त में इस्तीफा दे दिया था और राहुल गांधी को निशाना बनाया था. वह 1970 के दशक के मध्य में कांग्रेस में शामिल हुए थे और पार्टी और सरकार दोनों में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे. वह इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और डॉ. मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री थे.
वह 2005 से 2008 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को संबोधित अपने त्याग पत्र में, आजाद ने कहा था, आप जानते हैं कि दिवंगत इंदिरा गांधी, स्वर्गीय संजय गांधी से लेकर आपके दिवंगत पति सहित आपके परिवार के साथ मेरा बेहद करीबी रिश्ता था. उस भावना में, आपके लिए भी मेरे मन में बहुत व्यक्तिगत सम्मान है जो हमेशा जारी रहेगा.