हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर ने कैसे बचाई रिषभ पंत की जान; जानें पूरा किस्सा
नई दिल्ली, 31 दिसंबर 2022\ कार एक्सीडेंट में भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत की जान बचाने वाले हरियाणा रोडवेज बस के सुशील कुमार ने शुक्रवार सुबह हुई दुर्घटना का आंखो-देखा हाल सुनाया. पुलिस के मुताबिक हादसा सुबह करीब 5.30 बजे हुआ, जब पंत की कार दिल्ली-देहरादून हाइवे के डिवाइडर से टकराकर पलट गई और उसमें आग लग गई. उस समय पंत दिल्ली से उत्तराखंड में रुड़की अपने घर की ओर जा रहा थे.
उन्होंने कहा, “कार सड़क के दूसरे लेन पर आ गई थी, जिसे देखकर मैंने तुरंत ब्रेक लगाया. कार में चिंगारी लग चुकी थी इसलिए मैं और कंडक्टर उसे कार से बाहर निकालने के लिए दौड़ पड़े. तभी आग लग गई तभी तीन और लोग दौड़ते हुए आए और उसे सुरक्षित किनारे पर बिठा लिया.”
कुमार ने आगे बताया, “मैंने नेशनल हाईवे पर फोन किया, किसी ने जवाब नहीं दिया. फिर मैंने पुलिस को फोन किया और कंडक्टर ने एंबुलेंस के लिए फोन किया. हम उससे पूछते रहे कि वो ठीक है. उसे थोड़ा पानी दिया. फिर थोड़ी देर के बाद, उसने हमें बताया कि वो ऋषभ पंत है. मैं क्रिकेट तो नहीं देखता इसलिए मुझे नहीं पता था कि वो कौन है लेकिन मेरे कंडक्टर [परमजीत] ने तब मुझसे कहा ‘सुशील … वो एक भारतीय क्रिकेटर है.”
उन्होंने कहा, “उसने हमें अपनी मां का नंबर दिया. हमने उसे फोन किया लेकिन उसका फोन बंद था. एम्बुलेंस 15 मिनट के बाद आई और हम उसमें सवार हो गए … मैंने उससे पूछा कि क्या वो कार में अकेला है. उसने कहा कि कोई नहीं है.”
कुमार और परमजीत के पंत को कार से सही सलामत बाहर निकालने के बाद उन्हें स्थानीय सक्षम हॉस्पिटल मल्टीस्पेशियलिटी एंड ट्रॉमा सेंटर में ले जाया गया था.
फिलहाल पंत का इलाज देहरादून के मैक्स अस्पताल में चल रहा है, हालांकि उनके मस्तिष्क और रीढ़ के एम आरआई स्कैन सामान्य थी लेकिन दर्द और सूजन के कारण शुक्रवार को उनके टखने और घुटने का एमआरआई स्कैन नहीं किया गया था.
डॉक्टरों ने भी उन्हें घुटने के लिगामेंट की चोट का संदेह जताया है. यानि कि इस विकेटकीपर बल्लेबाज को कम से कम 6-8 हफ्तों के लिए क्रिकेट के मैदान से दूर रहना पड़ सकता है.