अगर कमाना चाहते हैं एक लाख रुपए महिने तो शुरु करें ये बिजनेस
नई दिल्ली,02 दिसम्बर 2022\ आज हम आपको एक ऐसे कारोबार के बारे में बता रहे हैं जिसे आप सरकारी मदद से शुरू कर सकते हैं और हर महीने मोटी रकम कमा सकते हैं।
अगर आप कारोबार शुरू (Start own business) करने की सोच रहे हैं तो आप कृषि क्षेत्र में अपना नसीब आजमाना सकते हैं. इस सेक्टर में मुनाफे की गारंटी (Profitable business) है. जी हां.. आज हम आपको एक ऐसे कारोबार के बारे में बता रहे हैं जिसे आप सरकारी मदद से शुरू कर सकते हैं और हर महीने मोटी रकम कमा सकते हैं.
मुर्गी पालन (Poultry Farming) का बिजनेस कर सकते हैं. इस कारोबार को कम से कम 5 से 9 लाख रुपये में शुरू किया जा सकता है. छोटे स्तर यानी 1500 मुर्गियों से लेयर फार्मिंग की शुरुआत करेंगे तो आप 50 हजार से 1 लाख रुपये प्रति महीना तक कमा सकते हैं.
Poultry Farming के लिए आपको सबसे पहले एक जगह तलाशनी होगी. इसके बाद पिंजड़े और इक्विपमेंट पर लगभग 5 से 6 लाख रुपये खर्च करना होगा. 1500 मुर्गियों के टारगेट से काम शुरू करना हो तो 10 फीसदी ज्यादा चूज़े खरीदने होंगे. बता दें कि इस कारोबार में आपको अंडे से भी होगी जबरदस्त कमाई होगी. देश में अंडे के दाम बढ़ने लगे हैं. ऐसे में इसे बेचकर आपको अच्छी खासी अर्निंग कर सकते हैं.
एक लेयर पैरेंट बर्थ की कॉस्ट लगभग 30 से 35 रुपये होती है. यानी मुर्गियां खरीदने के लिए 50 हजार रुपये का बजट रखना होगा. अब इन्हें पालने के लिए अलग अलग तरह का खाना खिलाना पड़ता है और साथ ही मेडिकेशन पर भी खर्च करना पड़ता है.
लगातार 20 हफ्ते तक मुर्गियों को खिलाने का खर्च होगा करीब 1 से 1.5 लाख रुपये. एक लेयर पैरेंट बर्ड एक साल में लगभग 300 अंडे देती है. 20 हफ्ते बाद मुर्गियां अंडा देना शुरू कर देती है और साल भर तक अंडे देती है. 20 हफ्तों के बाद इनके खाने पीने पर तकरीबन 3 से 4 लाख रुपये खर्च होता है. ऐसे में 1500 मुर्गियों से 290 अंडे प्रति वर्ष के औसत से लगभग 4,35,000 अंडे मिलते हैं. बर्बादी के बाद भी अगर 4 लाख अंडे बेच पाएं तो थोक भाव में एक अंडा 5 7 रुपये की दर से बिकता है. यानी साल भर में सिर्फ अंडे बेचकर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं.
पॉल्ट्री फार्म के बिजनस के लोन पर सब्सिडी करीब 25 फीसदी होती है. वहीं, SC ST वर्ग को प्रोत्साहन देने के लिए यह सब्सिडी 35 फीसदी तक हो सकती है. बता दें कि इस कारोबार की खासियत यह है कि इसमें कुछ रकम खुद लगानी होती है और बाकी की बैंक से लोन मिल जाएगा.