फिर बाजवा के हाथ में होगी पाकिस्तानी सेना की कमान? शहबाज सरकार कर रही तैयारियां

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इस्लामाबाद,18 नवम्बर 2022\ पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा एम. आसिफ ने कहा है कि सरकार सेना प्रमुख की नियुक्ति और सेवा विस्तार के मामले में और अधिक अधिकार दिए जाने को लेकर 1952 के सेना अधिनियम में संशोधन की योजना बना रही है। उनका यह बयान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की निर्धारित सेवानिवृत्ति से चंद दिनों पहले आया है। रक्षा मंत्री आसिफ ने बुधवार को सरकार की योजना की पुष्टि की, लेकिन इस मुद्दे को मीडिया में तूल दिए जाने पर अपनी अस्वीकृति व्यक्त की।

उन्होंने कहा कि सरकार पाकिस्तान सेना अधिनियम (पीएए) में किसी बड़े बदलाव पर विचार नहीं कर रही है। आसिफ ने कहा कि प्रस्तावित संशोधन 2019 के पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार आवश्यक था, जिसमें सेवा प्रमुखों के कार्यकाल पर कानून बनाने का आह्वान किया गया था। हालांकि, वह संशोधनों के दायरे और कानून की समय-सीमा के बारे में बताने को लेकर अनिच्छुक लगे। ‘डॉन’ अखबार में प्रकाशित खबर के अनुसार, उन्होंने (रक्षा प्रमुख ने) कहा कि सेना संबंधित अधिनियम में कोई बड़े बदलाव पर विचार नहीं कर रही है और जो भी संशोधन किए जाने थे, उन्हें ‘उचित समय’ पर किया जाएगा।

‘अधिनियम में किसी भी बड़े बदलाव का इरादा नहीं’
जनरल बाजवा (61) को तीन साल का सेवा विस्तार दिया गया था और वह 29 नवंबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘पाकिस्तान सेना अधिनियम में संशोधनों पर मीडिया का प्रचार अनावश्यक है। सरकार उक्त अधिनियम में किसी भी बड़े बदलाव पर विचार नहीं कर रही है। पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय ने ‘सीपी 39/2019′ मामले के अपने फैसले में पाकिस्तान सेना अधिनियम (पीएए) की प्रासंगिक धाराओं की समीक्षा की मांग की थी, जिसका यथासमय अनुपालन किया जाएगा।’

प्रस्तावित संशोधन में क्या है?
‘डॉन’ की खबर के अनुसार, प्रस्तावित संशोधन नए आर्मी चीफ की नियुक्ति और सेवा विस्तार पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को अधिक अधिकार देता है। इसके तहत पाक पीएम सिर्फ एक अधिसूचना जारी कर रिटायर होने वाले आर्मी चीफ का कार्यकाल बढ़ा सकते हैं। यह संशोधन पुरानी जटिल प्रक्रिया को खत्म करने का प्रस्ताव देता है जिसमें राष्ट्रपति की मंजूरी अनिवार्य थी।

मुद्दे से पीछे हटे इमरान खान
अपना नाम न छापने की शर्त पर एक सेवानिवृत्त रक्षा अधिकारी ने ‘डॉन’ को बताया कि ऐसा लगता है कि ‘बनाए रखने’ की योजना मौजूदा सेना प्रमुख के अलावा किसी और के लिए नहीं थी। विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने पहले नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर गहरी दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन अब वह पीछे हट गए हैं। खान ने कहा है कि नये सेना प्रमुख की नियुक्ति के मुद्दे पर शहबाज़ सरकार के साथ उनकी पार्टी का कोई विवाद नहीं है |


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