सशस्त्र बलों ने तेहरान मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों पर चलाईं गोलियां
नई दिल्ली,17 नवम्बर 2022\ एएफपी द्वारा सत्यापित एक वीडियो में, ईरान के सुरक्षा बलों के जवान तेहरान मेट्रो स्टेशन पर दर्जनों यात्रियों पर गोलियां चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं. यात्री प्लेटफॉर्म पर एक-दूसरे पर गिर रहे हैं. एक अन्य सत्यापित वीडियो में ईरान के सुरक्षा बलों के जवान सादे कपड़ों में अधिकारियों के साथ एक भूमिगत ट्रेन में बिना हिजाब वाली महिलाओं पर हमला कर रहे हैं. 1500 तसवीर सोशल मीडिया मॉनिटर द्वारा प्रकाशित एक वीडियो में “हम लड़ेंगे! हम मर जाएंगे! हम ईरान को वापस ले लेंगे!” प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तेहरान की सड़क पर नारे लगाते हुए सुना जा सकता है. बताया जाता है कि वीडियो 16 नवंबर का है.
हिरासत में महसा अमिनी की मौत पर महिलाओं के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों के बुधवार को तीसरे महीने में प्रवेश करने के बाद ईरान ने कई महिलाओं को मौत की सजा दी. इसके विरोध में कथित तौर पर दो दिनों में कम से कम सात लोगों की जान चली गई. हालांकि, इसमें वे छह लोग शामिल नहीं हैं, जिनकी बंदूकधारियों ने बुधवार को दक्षिण-पश्चिमी प्रांत खुज़ेस्तान में हमला किया था.
उधर, ईरान की मीडिया ने कहा, “दंगाइयों” (यही शब्द ईरानी अधिकारी प्रदर्शनकारियों का वर्णन करने के लिए उपयोग करते हैं) ने मंगलवार को रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के दो सदस्यों और बासिज अर्धसैनिक बल के एक सदस्य को मार डाला. अमिनी के गृह प्रांत के शहर बुकान में एक गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आधिकारिक आईआरएनए समाचार एजेंसी ने बताया कि पश्चिमी अज़रबैजान प्रांत के कुर्द-बहुसंख्यक शहर कामयारन में बासिज अर्धसैनिक बल के एक सदस्य को मार डाला गया.
वहीं ओस्लो स्थित अधिकार समूह हेंगाव ने कहा कि कुर्दिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों ने एक दिन पहले मारे गए तीन प्रदर्शनकारियों में से एक के घर के सामने बुधवार को एक प्रदर्शनकारी को गोली मार दी. अधिकार समूह ने बताया कि मोबाइल फोन की मरम्मत की दुकान के मालिक फौद मोहम्मदी के अंतिम संस्कार के दौरान यह हत्या की गई. तब नारे लग रहे थे, “भाई फौद एक हीरो हैं, कुर्दिस्तान के शहीद,” शोक मनाने वालों की भीड़ ने सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी पोस्ट किया.
हेंगॉ ने कहा कि विशेष बलों ने बुधवार को सनंदाज के पश्चिमी शहर में कुर्दिस्तान विश्वविद्यालय में प्रवेश करने के बाद छात्रों पर गोलियां चलाईं. ईरान मानवाधिकार (आईएचआर) के बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अमिनी की मौत के बाद से सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 43 बच्चों और 26 महिलाओं सहित कम से कम 342 लोगों को मार डाला गया है. अधिकार समूह ने यह भी कहा कि कम से कम 15,000 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि, ईरानी अधिकारियों ने इससे इनकार किया है.
आईआरएनए ने बताया कि बाद में बुधवार को, दो मोटरसाइकिलों पर सवार “सशस्त्र और आतंकवादी तत्वों” ने खुज़ेस्तान के इजेह शहर के एक मुख्य बाजार में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं. इसमें पांच लोग मारे गए और कम से कम 10 घायल हो गए. बाद में एक और पीड़ित की अस्पताल में मौत हो गई. खुज़ेस्तान के डिप्टी गवर्नर वलीउल्लाह हयाती ने कहा कि मरने वालों में तीन पुरुष, एक महिला और एक लड़की शामिल हैं, जबकि कुछ घायल गंभीर स्थिति में अस्पताल में हैं. हमले की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है. आईआरएनए ने बताया कि इजेह में “घटनाओं और दंगों” से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
न्यायपालिका ने बुधवार को कहा कि एक रिवोल्यूशनरी अदालत ने “दंगों” पर तीन और मौत की सजा सुनाई. एक को अपनी कार से पुलिस पर हमला कर एक की हत्या करने का दोषी ठहराया गया था. दूसरे ने एक सुरक्षा अधिकारी को चाकू मार दिया था और तीसरे ने यातायात को अवरुद्ध करने और दंगा फैलाने की कोशिश की थी.