बिलासपुर,16 नवंबर 2022 /
बिलासपुर से निकलने वाले सभी मार्गों में बिना फिटनेस दौड़ रहीं गाड़ियां, रिफ्लेक्टर, मिरर यहां तक कि ओवरलोड वाहन भी चल रहे। परिवहन विभाग और यातायात पुलिस नियमानुसार जांच व जुर्माना करेंगे, तभी इस तरह के वाहनों पर अंकुश लगेगा और लोग सुरक्षित सड़क पर आवागमन कर सकते हैं। बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बिलासपुर के अंदर और यहां से निकलने वाले किसी भी मुख्य मार्ग पर चले जाइए, वहां बिना फिटनेस के वाहन बेधड़क दौड़ रहे हैं। अधिकांश वाहनों में रिफ्लेक्टर तक नहीं लगे हैं। इन्हीं वजहों से लगातार हादसे भी हो रहे हैं। सबसे विडंबना की बात ये है कि इन उल्लंघनों को रोकने की जिन दो विभागों पर जिम्मेदारी है, वे नियमित जांच ही नहीं करते। परिवहन विभाग और यातायात पुलिस नियमानुसार जांच व जुर्माना करेंगे, तभी इस तरह के वाहनों पर अंकुश लगेगा और लोग सुरक्षित सड़क पर आवागमन कर सकते हैं।
वाहनों के परिचालन को लेकर नियम-कायदे बनाए गए हैं। वाहन चाहे जो भी हो, चालकों को बनाए गए नियमों का पालन करना चाहिए। पर नियमित जांच नहीं होने के कारण कार्रवाई का भी खौफ नहीं रहता। ट्रक, पिकअप, मेटाडोर और आटो सभी की हालत इसी तरह है। रायपुर , रतनपुर, जांजगीर-चांपा या कोरबा इनमें से किसी मार्ग पर चले जाइए। हर दो किमी पर ऐसे भारी वाहन खड़े नजर आ जाएंगे, जिनमें न तो रिफ्लेक्टर लगा है और बैक लाइट। इतना ही नहीं, मिरर तक गायब हैं। हाईटेक बस स्टैंड से लेकर बिल्हा मोड तक दांये व बांये दोनों तरफ पांच ट्रकें खड़े थे। सड़क किनारे खड़े इन वाहनों में न तो पीछे वाहन को संकेत देने के लिए बैक लाइट जलाई थी और न इंडीकेटर। इनमें रिफ्लेक्टर भी नहीं लगा था। अंधेरे के कारण वाहन नजर ही नहीं आ रहे थे। यही स्थिति बसों की है। मंगला चौक पर चार बसें खड़ी थीं। इनकी हालत भी बेहद जर्जर थी। सबसे विडंबना की बात है कि ऐसे वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए दोनों विभागों में अलग से निगरानी समिति भी नहीं है। विभाग की इन्हीं अनदेखी की वजह से ऐसे वाहन बेधड़क सड़क पर दौड़ रहे हैं।
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