भोपाल,10 नवंबर 2022 /
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मुम्बई में “इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज़ इन मध्यप्रदेश” कार्यक्रम में निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं मध्यप्रदेश की 8.5 करोड़ जनता की ओर से निवेश के लिए आमंत्रित करने आया हूँ। मध्यप्रदेश में सभी उद्योगों में अपार संभावनाएँ हैं। टेक्सटाईल, खाद्य प्र-संस्करण, फार्मास्युटिकल सेक्टर सहित सभी क्षेत्रों में निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश आकर्षण का केन्द्र है। जनवरी 2023 में इन्दौर म.प्र. में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश प्रोत्साहन और उद्योगपतियों को आमंत्रित करने के लिए मुम्बई में होटन ताज प्रेसीडेन्ट में यह कार्यक्रम किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि म.प्र. में सिंगल विन्डो सिस्टम से उद्योग स्थापना संबंधी प्रक्रियाओं को सुगम और समय-सीमा में पूर्ण करना संभव हो रहा है। पर्यटन की दृष्टि से भी मध्यप्रदेश, देश के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक है। भारत को वर्ष 2026 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थ-व्यवस्था बनाने के संकल्प को पूर्ण करने के लिए मध्यप्रदेश निवेश प्रोत्साहन के लिये प्रतिबद्ध है। प्रदेश में एक लाख 22 हजार एकड़ का लैंड बैंक, पर्याप्त पानी, बिजली, रोड नेटवर्क, दक्ष मानव संसाधन और शांतिपूर्ण वातावरण उपलब्ध है। यहाँ 11 से 12 क्लाईमेटिक जोन हैं। यहाँ कोई भी बिजनेस किया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर की इन्फोबीन्स आईटी कंपनी को घंटी बजा कर बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) में सूचीबद्ध कराया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंदौर में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के दो दिन प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे। समिट में निवेश का नया इतिहास लिखा जायेगा। प्रवासी भारतीय दिवस एवं खेलो इंडिया कार्यक्रम में भी आप सभी का हार्दिक स्वागत है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान कहा कि ई-व्हीकल भविष्य की आवश्यकता है। प्रदेश में ई-व्हीकल कंपनियों के लिए पार्क बनाने का निर्णय लिया गया है। हमने मध्यप्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया है। प्रदेश में दो एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है। चंबल के बीहड़ को जोड़ते हुए अटल एक्सप्रेस-वे और अमरकंटक से सीधे गुजरात की सीमा तक नर्मदा एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है, जिसके दोनों तरफ इंडस्ट्रियल पार्क बनाये जायेंगे। इंदौर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में सिंचित क्षेत्र 7.5 लाख हेक्टेयर था, जिसे बढ़ा कर हमने 45 लाख हेक्टेयर कर दिया है। आने वाले 3 वर्षों में सिंचित क्षेत्र 65 लाख हेक्टेयर होगा। यहाँ पिछले 15 वर्षों में प्रति व्यक्ति आय 30 हजार से बढ़ कर एक लाख 37 हजार रूपये हुई है। यहाँ बेरोजगारी की दर देश की सबसे कम 0.8 प्रतिशत है। मध्यप्रदेश पॉवर सरप्लस स्टेट है। यहाँ थर्मल, हाईड्रो, विंड, सोलर एवं रिन्युएबल एनर्जी का उत्पादन किया जा रहा है। हम पानी से भी बिजली बनाते हैं और पानी के ऊपर भी बिजली बनाते हैं। ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट से 600 मेगावॉट बिजली पैदा की जा रही है। लगातार दस सालों तक हमने 18 प्रतिशत से अधिक एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट दर्ज की है, जो चमत्कार है। अधो-संरचना, स्वास्थ्य-शिक्षा, सुशासन तथा अर्थ-व्यवस्था और रोजगार राज्य सरकार के लिए प्राथमिकता के क्षेत्र हैं।
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