बीरगांव के बाबू की हत्या कर उसकी लाश को दफन करने के मामले में हुआ नया खुलासा

रायपुर 7 नवंबर 2022/
*मामले की तफ्तीश पर पाये गये 03 की जगह पर 05 आरोपी*
*पुलिस ने कड़िया जोड़ कर किया सच का खुलासा*
*घटनास्थल पर मौजूद थे 02 के जगह 04 अपराधी*
*खुलासे पर नये आरोपी रामराव और गुढ़ियारी के सोमेन्द्र उर्फ सोनू के खिलाफ मिले पुलिस को पुख्ता सबूत*
*रामराव को गिरफ्तार कर भेजा गया रिमाण्ड पर*
*सोमेन्द्र उर्फ सोनू घटना के तीसरे दिन बाद से थाना गुढ़ियारी के 307 के मामले में गया है जेल*
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत अग्रवाल के दिशा निर्देश पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(शहर)/अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम) श्री अभिषेक महेश्वरी के मार्गदर्शन में तथा नगर पुलिस अधीक्षक श्री राजीव शर्मा के पर्यवेक्षण में बीरगांव निवासी बाबू उर्फ वाहेजुद्दीन की हत्या कर उसकी लाश को दफना देने के सनसनी खेज मामले में जॉच टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
दिनॉंक 25 सितम्बर 2022 से बाईस वर्षीय वाहेजुद्दीन उर्फ बाबू निवासी बीरगांव गुमशुदा था। जिसकी रिपोर्ट परिजनों ने 02 अक्टूबर 2022 को पुलिस थाना उरला में की थी। पुलिस की खोजबीन जारी थी। लगभग 01 महीने बाद मुखबीर सूचना के आधार पर दो संदिग्धों, फिरोज खान और विश्वनाथ उर्फ विशु से पूछताछ पर यह पता लगा की बाबू की हत्या कर लाश को रामेश्वर नगर से लगे रेल्वे पटरी के किनारे दफना दिया गया है। पुलिस ने विधिवत शव उत्खनन करवाकर हत्या का मामला दर्ज करते हुये घटना में शामिल फिरोज खान और विश्वनाथ उर्फ विशु से पूछताछ करने पर गाजी नगर के करीम खान के कहने पर हत्या की वारदात करने का खुलासा किया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को दिनॉंक 29.10.2022 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया और पुनः 31.10.2022 तक पुलिस रिमाण्ड लेकर पूछताछ जारी रखा। घटना में प्रयुक्त हथियार आदि जप्त किये गये। इस पूछताछ पर भी घटना के वक्त दो ही व्यक्ति फिरोज खान और विश्वनाथ उर्फ विशु का होना तथा हत्या के वारदात को दोनों के ही द्वारा कारित करना और घटना के बाद करीम खान को सूचित करना बताया था। पुलिस रिमाण्ड की तिथि खत्म होने पर आरोपियों को पुनः जेल भेज दिया गया। परन्तु उसके बाद भी जॉंच टीम को सन्तुष्ठि नहीं थी। क्योकिं पकड़े गये आरोपियों के द्वारा दिये गये इकबालिया बयान की कुछ कड़िया आपस में जुड़ नही ंरही थी। पुलिस ने अपनी तफ्तीश जारी रखा। वारदात के पहले व बाद के अपराधियों के गतिविधियों पर सूक्ष्मता से ध्यान केन्द्रित किया गया। तकनिकी पहलुओं पर मन्थन हुआ। जिससे पुलिस को पूर्व मेें पकड़े गये आरोपियांे के साथ घटना के पूर्व रहे रामराव पर संदेह गहराया। रामराव को तलब कर घटना के संबंध में गहराई से पूछताछ किया गया। तब उसने बताया कि घटनास्थल पर दो नहीं चार व्यक्ति थे। उसने बताया कि स्वयं के अलावा एक सोनू उर्फ सोमेन्द्र जंघेल नाम का लड़का जो कि पहाड़ी चौक गुढ़ियारी का रहने वाला है, वह भी शामिल था। इस तरह चार लोगों ने मिलकर बाबू की हत्या की थी, और हत्या करीम खान के कहने पर हुआ था। रामराव ने यह भी बताया कि मृतक बाबू को वह मोटर सायकल से व्यास तालाब चौक के पास से घटनास्थल ले गया था। सोमेन्द्र उर्फ सोनू गुढ़ियारी थाना के हत्या का प्रयास के मामले में घटना के तीन दिन बाद 27.09.2022 से गिरफ्तार होकर जेल रहने की जानकारी मिली है। जिसे निकट भविष्य में पुलिस रिमाण्ड पर लिया जाकर कार्यवाही विधिवत किया जाना शेष है। पूर्व में पकड़े गये आरोपियों ने अपने साथियों को बचाने के उद्देश्य से झूठा बयान किया था। घटना में शामिल सभी व्यक्ति अपराधी प्रवृत्ति के है।
*गिरफ्तार आरोपी:- रामराव पिता राजेन्द्र सिंह उम्र 21 साल साकिन धनलक्ष्मी नगर भनपुरी थाना उरला जिला रायपुर (छ.ग.)*